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रविवार, 28 नवंबर 2021

हत्या और उत्पीड़न के खिलाफ कुम्हारों ने घेरा विधानसभा, सैकड़ों की हिरासत के बाद प्रशासन ने सुनी फरियाद

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) ने भारतीय संविधान दिवस पर किया था आह्वान। कुम्हार (प्रजापति) अधिकार शौर्य संगठन, प्रजापति अंतरविश्वविद्यालयी विद्यार्थी (PIUS) और अखिल भारतीय प्रजापति (कुम्भकार) महासंघ, कुम्भार महासभा राजस्थान और रिहाई मंच का मिला था समर्थन। लोकबंधु भवन में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की वजह से तैनात हजारों पुलिस बल को चकमा देकर दर्जनों की संख्या में कुम्हारों ने ठीक विधानसभा के द्वार के सामने किया प्रदर्शन। पीएस4 प्रमुख छेदीलाल प्रजापति 'निराला' ने भाजपा की योगी सरकार पर जाति आधार पर कुम्हारों की हत्या कराने का लगाया आरोप। कहा- भाजपा की योगी सरकार में 60 से ज्यादा कुम्हारों की हो चुकी है हत्या। पिछले दो सालों के दौरान ही 15 वारदातों में हुई है 19 कुम्हारों की हत्या। जाति देखकर योगी सरकार देती है हत्या पीड़ितों को मुआवजा और नौकरी।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार के दौरान लगातार हो रही हत्या और उत्पीड़न को लेकर कुम्हारों ने भारतीय संविधान दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश विधानसभा का घेराव किया। लोकबंधु भवन में चल रहे मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनज़र मौके पर तैनात हजारों पुलिसकर्मियों को चकमा देते हुए दर्जनों की संख्या में विधानसभा पहुंचे कुम्हारों को पुलिस ने तुरंत ही हिरासत में ले लिया। इसे लेकर उनके बीच करीब आधे घंटे तक झड़प होती रही।

मंगलवार, 26 अक्तूबर 2021

कुम्हारों की हत्या के खिलाफ पीएस4 ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का किया विरोध, मनाया काला दिवस

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) ने भाजपा और उसकी सरकारों पर कुम्हारों की उपेक्षा का लगाया आरोप। कहा-भाजपा की योगी सरकार के दौरान 50 से ज्यादा कुम्हारों की चुकी है हत्या। जाति आधार पर हत्या के पीड़ितों को आर्थिक सहायकता और नौकरी दे रही भाजपा सरकार। कुम्हारों की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पीएस4 और कुम्हार समुदाय आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा का करेगा बहिष्कार।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) ने सोमवार को मेंहदीगंज में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का विरोध किया और 'काला दिवस' मनाया। समिति के प्रमुख छेदी लाल प्रजापति 'निराला' का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के करीब दो दर्जन गांवों में कुम्हारों ने काली पट्टी बांधकर सामुहिक रूप से 'काला दिवस' मनाया। इसके अलावा कुम्हार समुदाय के लोगों ने चंदौली, मिर्जापुर और गाजीपुर में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के विरोध में विभिन्न जगहों पर 'काला दिवस' मनाया। पीएस4 प्रमुख ने भाजपा और उसकी सरकारों को चेतावनी दी कि अगर कुम्हारों की हत्या, बलात्कार और उत्पीड़न के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने प्रदेश में मारे गए कुम्हारों के परिजनों को ब्राह्मण और बनिया समुदाय के पीड़ितों की तरह 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को 'ओएसडी' पद की नौकरी देने की मांग भी की।

गुरुवार, 16 सितंबर 2021

चाक चलाने से कुम्हारों का विकास होने वाला नहींः वंशमणि वर्मा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जगतपुर इंटर कॉलेज के खेल परिसर में आयोजित 'कुम्हार (प्रजापति) अधिकार शौर्य महासम्मेलन' में बतौर मुख्य अतिथि बोले मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री वंशमणि वर्मा। 

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4), प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी (पीआईयूएस) समूह और बरेका प्रजापति कर्मचारी कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुए महासम्मेलन में दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों से शामिल हुए करीब पांच हजार कुम्हार और उनके नेता। 

reported by भुवाल यादव, संजय कुमार प्रजापति

वाराणसी। किसी भी पार्टी ने हमकों कुछ नहीं दिया। ऐसा इसलिए कि हमारे बीच एकता नहीं बन पाई। इसलिए सभी लोग एक होने की कोशिश कीजिए। प्रजापति समाज के सम्मेलन में किसी भी पार्टी और दल की बात मत कीजिए। पढ़ाई की बात कीजिए, लिखाई की बात कीजिए। हम लोग चाक और कुम्हार की बात हमेशा करते हैं। चाक चलाने से आपका विकास होने वाला नहीं है, चाहे आप एक हजार चाक चलाइए। अगर आप चाक चलाने की बात करेंगे तो आप सौ पोरसा नीचे चले जाएंगे, ऊपर उठने वाले नहीं है। चाक चलाने का जमाना चला गया। 

बुधवार, 15 सितंबर 2021

कुम्हार अधिकार शौर्य महासम्मेलन में सत्ता के साथ विपक्ष पर बरसे कुम्हार, आबादी के अनुपात में मांगी हिस्सेदारी

देशभक्त रत्नप्पा कुम्भार की जयंती पर प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) और प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी (PIUS)समूह ने संयुक्त रूप से जगतपुर इंटर कॉलेज के मैदान में किया आयोजन। मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व कृषि मंत्री वंशमणि वर्मा और उत्तर प्रदेश ग्राम विकास विभाग के सेवानिवृत्त अपर महानिदेशक डॉ. वरदानी प्रजापति क्रमशः बतौर मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता हुए शामिल। कुम्हार महासभा के राजस्थान इकाई के प्रदेश अध्यक्ष किशोर दुल्हेपुरा भी हुए शामिल। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। भारतीय संविधान सभा के सदस्य, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व सांसद और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री (गृह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति), पद्मश्री डॉ. रत्नप्पा भरमप्पा कुम्भार की 113वीं जयंती पर जगतपुर इंटर कॉलेज के मैदान में आज कुम्हार (प्रजापति) अधिकार शौर्य महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) और प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी (PIUS)समूह द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों से हजारों कुम्हार और उनके नेता शामिल हुए। इस दौरान वक्ताओं ने कुम्हार समुदाय के लोगों पर लगातार हो रहे हमलों पर चिंता जाहिर की। साथ ही उन्होंने कुम्हारों के उत्पीड़न, सुरक्षा और सरकार में भागीदारी के सवाल सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों समेत विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला। कुम्हार नेताओं ने सरकारी तंत्र में कुम्हारों समेत वंचित जातियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी वर्गों की सभी जातियों की जातिवार जनगणना कराने और उनकी आबादी के अनुपात में आरक्षण की मांग की। वक्ताओं ने कुम्हार समुदाय के लोगों पर दबंग जातियों द्वारा किए जा रहे हमलों को तुरंत रोकने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वे बड़ा आंदोलन करने लिए मजबूर होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी विभिन्न सरकारों की होगी। 

मंगलवार, 14 सितंबर 2021

देशभक्त रत्नप्पा कुम्भार जयंती: बनारस में पीएस4 कल करेगा‘कुम्हार (प्रजापति) अधिकार शौर्य महासम्मेलन'

जगतपुर इंटर कॉलेज के मैदान में बुधवार को सुबह नौ बजे से आयोजित होगा कार्यक्रम । मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व कृषि मंत्री वंशमणि वर्मा होंगे मुख्य अतिथि। राजस्थान कुम्हार महासभा के प्रदेश अध्यक्ष किशोर दुल्हेपुरा, उत्तर प्रदेश ग्राम्य विकास विभाग के पूर्व अतिरिक्त निदेशक डॉ. वरदानी प्रजापति भी करेंगे शिरकत। प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) एवं प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी (PIUS) समूह संयुक्त रूप से कर रहा कार्यक्रम का आयोजन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। भारतीय संविधान सभा के सदस्य, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व सांसद और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री (गृह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति), पद्मश्री डॉ. रत्नप्पा भरमप्पा कुम्भार की 113वीं जयंती के अवसर पर प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) और प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी (PIUS)समूह बुधवार को संयुक्त रूप से ‘कुम्हार (प्रजापति) अधिकार शौर्य महासम्मेलन' का आयोजन करेंगे। स्थानीय जगतपुर इंटर कॉलेज के खेल मैदान में सुबह नौ बजे से होने वाले इस महासम्मेलन में दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार राज्यों से कुम्हार समुदाय की चर्चित शख्सियतें शामिल होंगी। मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व कृषि मंत्री वंशमणि वर्मा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) के प्रमुख छेदीलाल प्रजापति ‘निराला’ ने इस बात की जानकारी दी।

सोमवार, 14 जून 2021

जातिगत उत्पीड़न को लेकर भाजपा पर फूटा बुद्धिजीवियों का गुस्सा, विपक्ष को भी ठहराया जिम्मेदार

परिचर्चा को संबोधित करते प्रो. जीएस मौर्य
बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने देश में जाति के आधार पर एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यों के उत्पीड़न के लिए आरएसएस और भाजपा को बताया जिम्मेदार। विपक्ष की वर्तमान राजनीति के लिए जताई चिंता।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सूबे में सरगर्मी तेज हो गई है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी सत्ता विरोधी लहर को शांत करने के लिए अपने सहयोगियों समेत छोटे-छोटे दलों को साधने में जुटी है तो उसकी नीतियों से नाराज बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता लोगों को गोलबंद करने में जुट गए हैं। इसे लेकर लोगों के बीच मंथन भी हो रहा है। ऐसा ही मंथन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अखरी चौराहा इलाके स्थित एक निजी भवन में हुआ जिसमें वाराणसी में सक्रिय बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक बौद्धिक मंच और प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) की ओर से आयोजित 'जातिगत उत्पीड़न और विपक्ष की राजनीति' विषयक परिचर्चा में वक्ताओँ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा की हिन्दुत्व संस्कृति, वर्णव्यवस्था और नीतियों पर जमकर हमला बोला। साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार की मनुवादी नीतियों के लिए विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।

गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की 93वीं जयंती पर आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में उमड़े लोग, कराया परीक्षण

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (PS4) एवं भगत सिंह अंबेडकर विचार मंच ने संयुक्त रूप से किया आयोजन। पूर्वांचल के जाने माने थायराइड एवं ब्रेस्ट कैंसर विशेषज्ञ डॉ. ओम प्रकाश प्रजापति और मनोरोग चिकित्सक डॉ. डॉली सिंह समेत आधा दर्जन चिकित्सकों ने देखें मरीज। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। महात्मा गांधी के 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' आंदोलन के दौरान तेरह साल की उम्र में ब्रिटिश हुकूमत की गोली से मरने वाले अमर शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की 93वीं जयंती के अवसर पर प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) और भगतसिंह अंबेडकर विचार मंच ने बृहस्पतिवार को नारायनपुर-डाफी स्थित छेदीलाल निराला के आवास पर नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। 

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

संतराम बी.ए. सरीखे महापुरुषों को अपना रोल मॉडल चुने कुम्हार समुदायः डॉ. वरदानी प्रजापति

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (PS4) और प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी समूह (PIUS Group) ने जात-पात तोड़क मंडल के संस्थापक महान समाज सुधारक संतराम बी.ए. के 135वीं जयंती के मौके पर संयुक्त रूप से आयोजित की 'संतराम बी.ए. की दृष्टि में जाति, धर्म, संस्कृति और भारतीय समाज’ विषयक संगोष्ठी और दो दिवसीय कार्यशाला। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के समकालीन प्रखर विद्वान संतराम बी.ए. द्वारा लिखित आत्मकथा 'मेरे जीवन के अनुभव' का हुआ विमोचन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो  

वाराणसी। किसी भी समाज की स्थिति और दशा उस समाज का रोल मॉडल तय करता है। शिल्पकार कहे जाने वाली जातियों के पिछड़ने का मुख्य कारण यही है कि उन्होंने अपना रोल मॉडल काल्पनिक चुन लिया। रोल मॉडल काल्पनिक नहीं, समाज और इतिहास का सच्चा पुरुष होना चाहिए। कुम्हार समुदाय महान समाज सुधारक और जात-पात तोड़क मंडल के संस्थापक संतराम बी.ए. जैसे महापुरुषों को अपना रोल मॉडल चुने। तभी वास्तविक रूप में कुम्हार समुदाय का विकास हो पाएगा। 

शनिवार, 30 जनवरी 2021

शिक्षक ने अहीर-कुम्हार-पासी समुदाय की छात्राओं से की छेड़खानी, FIR के 6 दिनों बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी

मड़ियाहूं स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर मीडिएट कॉलेज की छात्राओं ने शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर लगाया छेड़खानी और मारपीट करने का आरोप। कक्षा-12 में पढ़ने वाली छात्राओं से तहरीर में लिखवाया गया बालिग।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

जौनपुर। मड़ियाहूं स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर मीडिएट कॉलेज की चार छात्राओं ने शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर छेड़खानी और मारपीट करने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने गत 25 जनवरी को मड़ियाहूं कोतवाली में आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई लेकिन आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। इससे पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों में दहशत का माहौल है। वे अब मीडिया और अन्य समाजसेवियों से बात करने से भी कतरा रहे हैं। पीड़ित छात्राओं को भी वे किसी से बात करने नहीं दे रहे हैं। वहीं, पुलिस की एफआईआर में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं के बालिग होने का जिक्र किया गया है। 

शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020

BHU में जातिगत भेदभाव को लेकर छात्रों और नागरिकों ने किया प्रदर्शन

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के विधि संकाय में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रोफेसर पद पर एकल योग्य अभ्यर्थी के रूप में चयनित डॉ. मुकेश कुमार मालवीय समेत एससी, एसटी और ओबीसी के साथ होने वाले भेदभाव पर आंदोलन की चेतावनी।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों और अभ्यर्थियों के साथ हो रहे जातिगत भेदभाव के खिलाफ छात्रों और नागरिकों ने बृहस्पतिवार को लंका स्थित बीएचयू गेट के सामने प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के विधि संकाय में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रोफेसर पद पर एकल योग्य अभ्यर्थी एवं उसी संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुकेश कुमार मालवीय का साक्षात्कार कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर एससी, एसटी, ओबीसी के खिलाफ जातिगत भेदभाव नहीं रुका तो वे विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। 

सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

भागीदारी और उपेक्षा से नाराज बनारसी कुम्हारों का ऐलान, चुनावों में दिखाएंगे सामुहिक ताकत

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) के स्थापना दिवस पर विभिन्न कुम्हार संगठनों ने की सामुहिक बैठक। बिहार विधानसभा चुनाव में कुम्हार समुदाय के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं मिलने पर जताई नाराजगी।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाली उत्तर प्रदेश सरकार समेत विभिन्न राजनीति पार्टियों की उपेक्षा से नाराज कुम्हार समुदाय के लोगों ने रविवार को वाराणसी के मीरापुर-बसही में बैठक की। इसमें समुदाय के बीच कार्य करने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों समेत समाज के प्रभावशाली लोग शामिल हुए। सभी ने कुम्हार समुदाय को संगठित कर आगामी चुनावों में अपनी ताकत दिखाने का सामुहिक निर्णय लिया। साथ ही उन्होंने आगामी पंचायत चुनावों में इसका प्रयोग कर आगामी रणनीति पर काम करने की चर्चा की।

शनिवार, 15 अगस्त 2020

मैनपुरी हत्याकांड के विरोध में कुम्हारों ने काली पट्टी बांधकर मनाया शहीद रामचंद्र 'विद्यार्थी' का शहादत दिवस

कुम्हार परिवार में जन्मे शहीद राम चंद्र विद्यार्थी ने 13 साल 4 महीने 13 दिन की उम्र में 14 अगस्त को देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए थे। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

मैनपुरी के खरपरी गांव स्थित माधोनगर मोहल्ले निवासी कुम्हार परिवार के पांच लोगों को जिंदा फूंक दिए जाने को लेकर कुम्हारों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुम्हारों ने शहीद राम चंद्र 'विद्यार्थी' के शहादत दिवस पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और राज्य की योगी सरकार पर कुम्हार समुदाय के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यह राज्य की भाजपा सरकार पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और मामले में आरोपी संजय टायसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार नहीं करती है तो कुम्हार समुदाय बड़े पैमाने पर आंदोलन चलाएगा। 

शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

मैनपुरी हत्याकांडः कुम्हारों के विरोध से दबाव में आई योगी सरकार, डेढ़ महीने बाद मुख्यमंत्री कोष से पीड़ित परिवार को मिले 5 लाख

कुम्हार संगठनों ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर लगाया जातिगत भेदभाव का आरोप।  कहा- ब्राह्मण की मौत पर 10 से 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी लेकिन पांच कुम्हारों की मौत पर केवल पांच लाख। कुम्हार संगठनों ने न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रखने की दी चेतावनी। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

योध्या में विवादित राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के मौके पर कुम्हारों के विरोध-प्रदर्शनों से डरी योगी सरकार ने घटना के डेढ़ महीने बाद बृहस्पतिवार को मैनपुरी हत्याकांड के पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री कोष से 5 लाख रुपए देकर मामला शांत करने की कोशिश की। हालांकि कुम्हार संगठनों ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर जाति आधार पर भेद-भाव का आरोप लगाकर न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। 

गुरुवार, 6 अगस्त 2020

प्रधानमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए किया भूमि पूजन, वाराणसी में कुम्हारों ने प्रदर्शन कर मनाया 'काला दिवस'

मैनपुरी के खरपरी गांव में कुम्हार समुदाय के पांच लोगों को जिंदा फूंके जाने के विरोध में प्रजापति अंतरविश्वविद्यालय छात्र (PIUS) समूह ने '#मंदिर_नहीं_न्याय_चाहिए' और '#5AugustBlackDayForKumhars' हैश टैग से चलाया ट्विटर अभियान।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में विवादित राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी। वही, उनके संसदीय क्षेत्र में कुम्हारों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और 'काला दिवस' मनाया। वे गत 18 जून को मैनपुरी के खरपरी गांव में कुम्हार समुदाय के पांच सदस्यों को जिंदा फूंक दिए जाने की घटना में न्याय की गुहार लगा रहे थे।

गुरुवार, 7 नवंबर 2019

वाराणसी में कुम्हारों ने भाजपा सरकार के खिलाफ निकाला मार्च, SC वर्ग में शामिल करने की मांग की


इलेक्ट्रॉनिक चाक के उपयोग पर आने वाले बिजली बिल को माफ करने, कुम्हारों के तीन पहिया ठेला को नगर निगम के कर से मुक्त करने, कुम्हारों समेत अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल अन्य 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने, कैंट रेलवे स्टेशन का नाम भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के सदस्य डॉ. रत्नप्पा कुम्हार के नाम पर रखने, कुम्हारी कला के लिए ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराने और फाइबर-पन्नी-थर्माकोल के उपयोग को पूरी तरह से  प्रतिबंधित करने की मांग भी की।
वनांचल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों से बार-बार छले जाने से नाराज कुम्हारों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय शहर वाराणसी में भाजपा नीत केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ मार्च निकाला। मार्च में कुम्हारों ने इलेक्ट्रॉनिक चाक के उपयोग पर आने वाले बिजली बिल को माफ करने, कुम्हारों के तीन पहिया ठेला को नगर निगम के कर से मुक्त करने, कुम्हारों समेत अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल अन्य 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने, कैंट रेलवे स्टेशन का नाम भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के सदस्य डॉ. रत्नप्पा कुम्हार के नाम पर रखने, कुम्हारी कला के लिए ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराने और फाइबर-पन्नी-थर्माकोल के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंध करने की मांग की। साथ ही कुम्हारों ने चेतावनी दी कि अगर हमारी उक्त मांगे नहीं मानी गईं तो कुम्हार समुदाय अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ पूरे देश में आंदोलन छेड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।