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बुधवार, 28 जुलाई 2021

तुम कन्नौज के चमार हो और मैं बनारसी ठाकुर...

चंदौली के अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) अनिल कुमार ने पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) पर लगाया जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का आरोप। वाराणसी परिक्षेत्र के अपर पुलिस महानिदेशक और वाराणसी मंडल के पुलिस महानिरीक्षक समेत पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर की शिकायत। शासन के उच्चाधिकारियों समेत मुख्यमंत्री को भी भेजी प्रतियां।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

"तुम कन्नौज के चमार हो और मैं बनारसी ठाकुर हूं, ठाकुरों की सरकार है। तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेंकते हैं। एसपी, आईजी, डीआईजी, एडीजी मेरे जेब में रहते हैं। आरआई हूं। मैं ही सारी खरीददारी करता हूं और एसपी, एएसपी लाइन, सीओ लाइन हमारे कारिंदे होते हैं जो मैं चाहूं, वही रजिस्टर मैं दिखाता हूं। जो नहीं चाहता हूं, उसे नहीं दिखाता हूं। मदों में नियुक्त अभि. कर्मचारीगण के रजिस्टर के बारे में पूछने वाले तुम कौन हो। एसपी आईजी, डीआईजी, एडीजी पूछेंगे, तुम कौन हो?"

गुरुवार, 4 मार्च 2021

गुंडा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक और सम्पत्ति विरूपण निवारण विधेयक लोकतांत्रिक आवाजों के दमन का नया हथियार: रिहाई मंच

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

लखनऊ। रिहाई मंच ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा में पेश उत्तर प्रदेश गुंडा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक-2021 और सम्पत्ति विरूपण निवारण कानून-2021 को लोकतांत्रिक आवाजों के दमन का नया हथियार बताया है। साथ ही मंच ने कहा है कि दोनों विधेयकों के जरिए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार राज्य को पुलिस स्टेट में बदलना चाहती है और विरोधियों का दमन करना चाहती है।

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

सत्ता ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को मठ बना दिया है और वंचित वर्गों की बेटियों को उसकी देवदासी- रविंद्र प्रकाश भारतीय

उन्नाव की घटना के विरोध में काशी हिन्दू विश्वविद्यालयों के छात्र समूह बीएचयू बहुजन ने मधुबन पार्क में किया प्रदर्शन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। उत्तर प्रदेश की सत्ता में काबिज राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदों ने सूबे की बेटियों को प्रताड़ना, वंचना, उत्पीड़न एवं शोषण का पर्याय बना दिया है जो बेहद घृणित और दुःखद है। ऐसा लगता है कि सत्ता ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को मठ बना दिया है और वंचित वर्गों की बेटियों को उसकी देवदासी। पूरे उत्तर प्रदेश में हत्या और बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अपराधियों में कोई खौफ नहीं है। वे जब चाहते हैं, तब महिलाओं और बेटियों का रेप कर देते हैं और उन्हें मौत के घाट उतार देते हैं। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार सूबे में फिर से मंदिरों की देवदासी प्रथा लागू करने पर उतारू है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

रविवार, 10 जनवरी 2021

यूपी में धान न खरीदे जाने से नाराज किसान ने खाया जहर, दूसरे ने फूंक दिया धान

मिर्जापुर और सोनभद्र में सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान खरीद में मनमानी से परेशान थे दोनों किसान। सहकारिता विभाग के अधिकारियों का चक्कर लगाने के बाद भी नहीं हुई किसान के धान की खरीद।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

त्तर प्रदेश में धान की सरकारी खरीद में किसानों को राहत देने का भाजपा सरकार का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। शनिवार को मिर्जापुर में धान न खरीदे जाने से नाराज एक युवा किसान ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की जबकि सोनभद्र में आठ दिनों से धान न खरीदे जाने से नाराज किसान ने सहकारी समिति परिसर में ही अपना धान फूंक दिया। किसान का आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी और गुंडा बताकर जेल भेजने की धमकी दी।  

रविवार, 30 अगस्त 2020

पंचायत चुनावः दो से अधिक बच्चे वाले नहीं लड़ सकेंगे चुनाव, निर्धारित होगी न्यूनतम शैक्षिक योग्यता

उत्तर प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल विधानसभा के अगले सत्र में पेश कर सकता है पंचायती राज अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव-सूत्र

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

भाजपा की योगी सरकार उत्तर प्रदेश पंचायतीराज अधिनियम में संशोधन कर त्रिस्तरीय पंचायतों में दो से अधिक बच्चे वालों को चुनाव लड़ने से रोक सकती है। सरकार में उच्च पदों पर बैठे सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट जल्द ही इसका प्रस्ताव लाने वाला है। इसे विधानसभा के अगले सत्र में पेश किया जाएगा। प्रस्ताव में त्रिस्तरीय पंचायतों के विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम योग्यता निर्धारित करने की भी तैयारी चल रही है। सूत्रों की मानें तो ग्राम पंचायत चुनाव में उम्मीदवारी के लिए महिला और आरक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 8वीं पास होगी। 12वीं पास उम्मीदवार ही जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ सकेंगे। जिला पंचायत सदस्य पद पर महिला और आरक्षित वर्ग के व्यक्ति की उम्मीदवारी के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं पास होगी। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर उम्मीदवारी के लिए भी न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं पास रखने पर सहमति बनी है।

बुधवार, 17 जून 2020

हाईकोर्ट के दखल के बाद उत्तर प्रदेश में अब शुरू होंगी ओपीडी सेवाएं, दिशा-निर्देश जारी

ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (रेडिकल) के प्रवक्ता एस.आर.दारापुरी की जनहित याचिका पर कल फिर होगी सुनवाई।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

लाहाबाद उच्च न्यायालय की दखल के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंगलवार को सूबे के सरकारी और निजी चिकित्सालयों में स्थगित ओपीडी स्वास्थ्य सेवाओं को शुरू करने का दिशा-निर्देश जारी कर दिया। शासन के प्रमुख सचिव की ओर से जारी निर्देश में सूबे के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे सूबे के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और निजी चिकित्सालयों में स्थगित सभी प्रकार की ओपीडी सेवाओं को शुरू करें और शासन से जारी दिशा-निर्देशों को अनुपालन सुनिश्चित करें। 

मंगलवार, 22 अगस्त 2017

BHU अस्पताल में ज़हरीली गैस से हुई मौतों पर इलाहाबाद हाइकोर्ट ने सरकार को दिया जांच का आदेश

कोर्ट ने बीएचयू प्रशासन से भी एक हलफनामा मांगा है कि परेरहाट कंपनी को किन परिस्थितियों में लाइसेंस दिया गया था...
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
इलाहाबाद। काशी हिंदू विश्‍वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्‍सालय में ज़हरीली गैस से हुई मौतों के दो महीने बाद दायर एक जनहित याचिका पर इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय ने संज्ञान लिया है। बीएचयू के पूर्व छात्र नेता भुवनेश्‍वर द्विवेदी की लगाई याचिका पर फैसला देते हुए इलाहाबाद हाइकोर्ट में जस्टिस दिलीप गुप्‍ता और जस्टिस अमर सिंह चौहान की खंडपीठ ने महानिदेशक, चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य को आदेश दिया है कि वे तीन सदस्‍यीय वरिष्‍ठ विशेषज्ञों की कमेटी से इस मामले की जांच कराएं।

मंगलवार, 27 जून 2017

सोनभद्र में शिक्षा माफियाओं के आगे नतमस्तक हुई भाजपा सरकार

रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के बहुअरा में बिना मान्यता नर्सरी और
इंटमीडिएट की कक्षाओं के संचालन का लगा बैनर।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में घूसखोरी के बल पर हो रहा फर्जीवाड़ा। वर्षों से जमे बाबुओं और अधिकारियों ने मानकों की अनदेखी कर सैकड़ों विद्यालयों को दिलाई मान्यता। शिकायत के वर्षों बाद भी नहीं हुई कार्रवाई। जिले में संचालित हो रहे हजारों फर्जी स्कूल।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
सोनभद्र। शिक्षा माफियाओं और जिला प्रशासन के गठजोड़ के आगे सूबे की भाजपा सरकार नतमस्तक हो गई है। जिले में शिक्षा माफिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से फर्जी स्कूलों का संचालन कर रहे हैं तो संबंधित विभागों के अधिकारी उनके पक्ष में दलीलें पेश कर रहे हैं। शिकायत के वर्षों बाद भी वे फर्जी ढंग से संचालित स्कूलों और उसके प्रबंध-तंत्र पर कार्रवाई करने की जरूरत महसूस नहीं कर रहे।

मंगलवार, 3 मई 2016

CCC के समकक्ष मानी जाएगी कम्प्यूटर साइंस की शिक्षा

कार्मिक अनुभाग के प्रमुख सचिव ने सी.सी.सी प्रमाण-पत्र की समकक्षता के संबंध में जारी किया निर्देश। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मान्य हाईस्कूल स्तर पर कम्यूटर साइंस की शिक्षा हासिल करने वाले अभ्यर्थी भी हैं पात्र।

वनांचल न्यूज नेटवर्क


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी विभागों में कनिष्ठ सहायक और आशुलिपिक पदों पर चयन के लिए आवश्यक डी.ओ.ई.ए.सी.सी (अब एऩ.आई.ई.एल.आई.टी.) सोसाइटी के सी.सी.सी प्रमाण-पत्र की समकक्षता के संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी कर दिया है। कार्मिक अनुभाग-2 के प्रमुख सचिव ने समस्त प्रमुख सचिवों/सचिवों को निर्देश जारी कर कहा है कि कम्प्यूटर साइंस में डिप्लोमा अथवा डिग्री प्राप्त अभ्यर्थी भी कनिष्ठ सहायक अथवा आशुलिपिक के पद पर होने वाली भर्तियों के लिए पात्र होंगे।

इतना ही नहीं, माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के साथ-साथ केंद्र अथवा किसी राज्य सरकार द्वारा स्थापित किसी संस्था (बोर्ड अथवा परिषद) की ओर से ली जाने वाले हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में एक विषय के रूप में कंप्यूटर साइंस का प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला व्यक्ति भी कनिष्ठ सहायक अथवा आशुलिपिक के पदों पर होने वाली भर्ती के लिए अब पात्र होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने कंप्यूटर साइंस में ऐसे प्रमाण-पत्रों, डिप्लोमा और डिग्री को डी.ओ.ई.ए.सी.सी. सोसाइटी के सी.सी.सी. प्रमाण-पत्र के समकक्ष माना है। 

कार्मिक अनुभाग के प्रमुख सचिव किशन सिंह अटोरिया ने राज्य सरकार के अधीन समस्त विभागों के प्रमुख सचिवों और सचिवों को आज पत्र जारी कर इस संबंध में कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने ऐसे आठ संस्थाओं की सूची जारी की है जो माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की ओर से मान्य नहीं हैं। ऐसी संस्थाओं में हिन्दी साहित्य सम्मेलन, इलाहाबाद द्वारा संचालित प्रथमा/मध्यमा(विशारद) परीक्षा का नाम भी शामिल है। 


माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश से गैर-मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची


(1) हिन्दी साहित्य सम्मेलन, इलाहाबाद द्वारा संचालित प्रथमा/मध्यमा(विशारद) परीक्षा।
(2) बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन, दिल्ली की हायर सेकेण्डरी परीक्षा।
(3)गुरुकुल विश्वविद्यालय वृंदावन मथुरा की अधिकारी परीक्षा।
(4) बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, मध्य बारत, ग्वालियर द्वारा संचालित हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षा।
(5) भारतीय माध्यमिक शिक्षा परिषद, भारत।
(6) भारतीय शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश।
(7) बोर्ड ऑफ हायर सेकेण्डरी एजुकेशन की हायर सेकेण्डरी प्राविधिक परीक्षा।
(8) माध्यमिक शिक्षा परिषद, दिल्ली की हाईस्कूल परीक्षा।

नोटः शासनादेश पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करेंः-

डी.ओ.ई.ए.सी.सी. सोसाइटी के सी.सी.सी. प्रमाण-पत्र की समक्षता निर्धारित करने के लिए जारी शासनादेश।

शुक्रवार, 22 अप्रैल 2016

उत्तर प्रदेश सरकार वापस लेगी जेपी समूह को आबंटित 4283 बीघा वन भूमि

कैबिनेट बाइ-सर्कुलेशन के जरिये भूमि वापस लेकर सरकार ने उसे वन विभाग को सौंपा।

वनांचल न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। सोनभद्र में जेपी समूह की सहयोगी कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) द्वारा ग्रामसभा और वन भूमि को लूटने की साजिश के खिलाफ वनांचल एक्सप्रेस की मुहिम रंग लाने लगी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सोनभद्र में जेएएल को गैर-कानूनी ढंग से आबंटित करीब 2500 एकड़ या 1083 हेक्टेयर (करीब 4283 बीघा) वन भूमि वापस लेने का फैसला किया है। इसके लिए राज्य सरकार ने उसे नोटिस जारी किया है। जेएएल को यह भूमि सोनभद्र प्रशासन की सांठगांठ से सूबे की सत्ता में काबिज राजनीतिक पार्टियों (पूर्व और वर्तमान) के नुमाइंदों ने उत्तर प्रदेश राज्य सीमेंट निगम की भूमि के नाम पर आबंटित की थी। इसकी आड़ में जेएएल जिला प्रशासन के भ्रष्ट नुमाइंदों के साथ सांठगांठ कर वनभूमि समेत ग्रामसभा की जमीनों पर अवैध निर्माण और खनन करा रहा था। सरकार ने कैबिनेट बाईसर्कुलेशन के जरिये यह जमीन वापस लेकर फिर से वन विभाग को सौंपने का फैसला किया है।