Protest against BJP Governments लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
Protest against BJP Governments लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 26 जनवरी 2021

ट्रैक्टर मार्च के दौरान किसानों पर लाठीचार्ज, तोड़फोड़ और हिंसा के बीच एक किसान की मौत

गणतंत्र दिवस के मौके पर निकला किसानों का ट्रैक्टर मार्च दोपहर में हिंसक हो उठा जिसमें दो किसानों के मौत हो  गई.....

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को तेज करते हुए आंदोलनरत किसानों ने आज दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ट्रैक्टर मार्च निकाला जो दोपहर में हिंसक हो उठा। इसमें एक किसान की मौत हो गई। इसकी मौत गोली लगने से होना बताया जा रहा है। कथित किसानों को एक झुंड कुछ समय के लिए लाल किला भी पहुंचा और वहां उन्होंने अपना धार्मिक झंडा फहराने की कोशिश की। वहीं, दिल्ली के मुबरका चौक के पास पुलिस ने बेरिकडिंग कर किसानों के मार्च को रोकने की कोशिश की। किसानों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। किसानों के जबरन आगे बढ़ने पर पुलिस ने आंसू-गैस के गोले भी दागे लेकिन ये गोले उनके हौसले नहीं तोड़ पाए। 

सोमवार, 18 जून 2018

पदोन्नति में आरक्षण की बहाली के लिए आरक्षण समर्थकों ने फूंका बिगुल, 24 घंटे में आरक्षण बहाली नहीं होने पर देश व्यापी प्रदर्शन की दी चेतावनी

आरक्षण समर्थकों ने पदोन्नति में आरक्षण का बिल पास करने और आरक्षण अधिनियम-1994 की धारा-3(7) को 15 नवंबर 1997 से लागू करने की मांग उठाई।
पिछड़े वर्गों के लिये पदोन्नति में आरक्षण की वर्ष 1978 में लागू व्यवस्था पुनः बहाल करने उठी पुरजोर मांग।  
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। पदोन्नति में आरक्षण की बहाली की मांग को लेकर आरक्षण समर्थकों ने रविवार को गोमती नगर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मारक स्थल पर भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार समेत विभिन्न राज्य सरकारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। राज्य के विभिन्न इलाकों से इकट्ठा हुए हजारों कार्मिकों ने आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले विधानसभा की ओर पैदल मार्च किया। सभी ने लोक सभा में लम्बित 'पदोन्नति में आरक्षण संबंधी 117वां संवैधानिक संशोधन विधोयक पास करने और उच्चतम न्यायालय के आदेश के क्रम में उत्तर प्रदेश आरक्षण अधिनियम-1994 की धारा-3(7) को 15 नवंबर 1997 से बहाल करने की मांग की। साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के अंदर उत्तर प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण बहाल नहीं किया गया तो वे भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ देश व्यापी धरना-प्रदर्शन करेंगे।