मंगलवार, 26 जनवरी 2021

ट्रैक्टर मार्च के दौरान किसानों पर लाठीचार्ज, तोड़फोड़ और हिंसा के बीच एक किसान की मौत

गणतंत्र दिवस के मौके पर निकला किसानों का ट्रैक्टर मार्च दोपहर में हिंसक हो उठा जिसमें दो किसानों के मौत हो  गई.....

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को तेज करते हुए आंदोलनरत किसानों ने आज दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ट्रैक्टर मार्च निकाला जो दोपहर में हिंसक हो उठा। इसमें एक किसान की मौत हो गई। इसकी मौत गोली लगने से होना बताया जा रहा है। कथित किसानों को एक झुंड कुछ समय के लिए लाल किला भी पहुंचा और वहां उन्होंने अपना धार्मिक झंडा फहराने की कोशिश की। वहीं, दिल्ली के मुबरका चौक के पास पुलिस ने बेरिकडिंग कर किसानों के मार्च को रोकने की कोशिश की। किसानों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। किसानों के जबरन आगे बढ़ने पर पुलिस ने आंसू-गैस के गोले भी दागे लेकिन ये गोले उनके हौसले नहीं तोड़ पाए। 


मौके पर मौजूद दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मण यादव मुकरबा चौक से फेसबुक लाइव कर रहे थे। उनके लाइव वीडियो में किसानों पर लाठीचार्ज का मंजर साफ देखा जा सकता है। नीचे के लींक पर क्लिक कर वह वीडियो देख सकते हैं-

दिल्ली के मुकरबा चौक पर किसानों के मार्च पर लाठीचार्ज

वहीं, कांग्रेस पार्टी ने किसानों पर लाठी चार्ज का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें साफ देखा जा रहा है कि पुलिसकर्मी किसानों को लाठी से मार रहा है। कांग्रेस ने ट्विट कर लिखा है.... "इन लाठियों का वार और सत्ता का अहंकार। किसानों के आगे ध्वस्त होंगे सारे ये प्रहार।। गणतंत्र दिवस के अवसर पर अन्नदाता के प्रति अहंकारी भाजपाई सल्तनत का ये रवैया लोकतंत्र पर आघात है।" नीचे लिंक पर क्लिक कर किसानों पर लाठीचार्ज का वीडियो देख सकते हैं...

इन लाठियों का वार और सत्ता का अहंकार

किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान एक किसान की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस किसान की मौत गोली लगने से हुई है। पहले इस किसान की मौत ट्रैक्टर पलटने से बताया जा रहा था।


कारवां मैगजीन के ट्वीटर एकाउंट के अनुसार आईटीओ के पास दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित आंध्र शिक्षा समिति के सामने गोली लगने से एक किसान की मौत हो गई है। किसान उत्तराखंड निवासी 33 वर्षीय नवनीत सिंह बताया जा रहा है। 

किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान कथित किसानों को एक झुंड कुछ समय के लिए लाल किला भी पहुंचा और वहां उन्होंने अपना धार्मिक झंडा फहराने की कोशिश की। 

नांगलोई इलाके में पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई है। 





नीचे किसानों के मार्च की अन्य तस्वीरें भी आप देख सकते हैं- 





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