मंगलवार, 9 मार्च 2021

महिला दिवस पर छात्राओं ने उठाया महिलाओं में आत्मनिर्भरता का मुद्दा

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजि हुई 'महिलाओं में आत्मनिर्भरता' विषय पर भाषण प्रतियोगिता। छात्रा पूजा ने प्रथम, सोनी चौहान ने द्वितीय और रिशिता पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

मेरठ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर कल माधवपुरम स्थित शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में 'महिलाओं में आत्मनिर्भरता' विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें बीएड की छात्रा पूजा ने प्रथम, सोनी चौहान ने द्वितीय और रिशिता पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

सोमवार, 8 मार्च 2021

EXCLUSIVE: एथलिट मुनीता प्रजापति को तीन महीने से नहीं मिली फेलोशिप, निजी खर्चों के लिए लेना पड़ रहा उधार

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। अपनी प्रतिभा के बल पर गांवों और घर की चहारदीवारी से बाहर निकलने वाली वंचित और गरीब महिलाओं और उनके परिवार की हालत में आज भी कुछ ज्यादा सुधार नहीं हुआ है और ना ही हो रहा है। 36वें नेशनल जूनियर एथलिट्स चैंपियनशिप में 10000 मीटर रेस वॉक के अंडर-20 महिला वर्ग में नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली मुनीता प्रजापति और उनके परिवार की हालत भी कुछ ऐसी ही है। उनका छह सदस्यीय परिवार आज भी 8x12 वर्गफीट के एक कमरे में रहने के लिए मजबूर है। उसके पिता दिव्यांग मजदूर हैं जो बड़ी मुश्किल से परिवार का खर्च चला पा रहे हैं।  पढ़िए प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से यह विशेष रिपोर्टः 

reported by शिव दास / SHIV DAS

"खेलो इंडिया से 10 हजार रुपये महीना मिलता है। पिछले तीन महीने से वह भी नहीं मिला है। बाहर जाने पर पैसे की जरूरत होती है। दोस्तों से उधार लेकर किसी तरह से अपनी निजी जरूरतों को पूरा कर रही हूं।"

यह कहना है 36वें नेशनल जूनियर एथलिट्स चैंपियनशिप में 10000 मीटर रेस वॉक के अंडर-20 महिला वर्ग में नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली मुनीता प्रजापति का। उन्होंने गत 9 फरवरी को गुवाहाटी स्थित इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में 47 मिनट 53.58 सेकंड में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

किसान आंदोलनः टिकरी बॉर्डर पर हिसार निवासी किसान ने की खुदकुशी, कृषि कानूनों को ठहराया जिम्मेदार

संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा की खट्टर सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हराने का लिया निर्णय

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के 102वें दिन हिसार निवासी किसान राजबीर ने रविवार को टिकरी बॉर्डर पर खुदखुशी कर ली। संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक 49 वर्षीय राजबीर ने अपने सुसाइड नोट में इसके लिए केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, मोर्चा के नेताओं ने हरियाणा की खट्टर सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हराने का निर्णय लिया जो आगामी 10 मार्च को आएगा।

रविवार, 7 मार्च 2021

पेड सीट पर आरक्षण नहीं देने के मामले में UGC ने BHU प्रशासन से मांगा जवाब

शोधार्थी राघवेंद्र यादव ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से की थी शिकायत।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में पेड सीटों पर आरक्षण नहीं दिए जाने के मामले को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर बिंदुवार इस मामले में तत्काल जवाब मांगा है। आयोग ने यह कार्रवाई एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोधार्थी राघवेंद्र यादव की शिकायत पर की है।

पूर्वांचल में शुरू हुई संयुक्त किसान मोर्चा के गठन की कवायद, वाराणसी समेत तीन जिलों में होगी महापंचायत

संयुक्त किसान मोर्चा किसान विरोधी कानूनों के पक्षधर प्रत्याशियों के खिलाफ चलाएगा 'वोट नहीं देने' का अभियान। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राजनीतिक धड़े भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाली केंद्र की मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर पूर्वांचल में भी संयुक्त किसान मोर्चा के गठन और किसान आंदोलन की कवायद तेज हो गई है। वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के सभागार में शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले पूर्वांचल में सक्रिय विभिन्न किसान और मजदूर संगठनों के सौ से ज्यादा नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के पूर्वी इकाई का गठन करने, हर जिले में संयुक्त किसान मोर्चा का सम्मेलन करने, तीन जिलों (वाराणसी, इलाहाबाद और गाजीपुर) में किसान महापंचायत करने, आदि मुद्दों पर रणनीति बनी। साथ ही किसान और मजदूर नेताओं ने तय किया कि पूर्वी इकाई के गठन के बाद संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के चुनावों में ऐसे प्रत्याशियों को वोट नहीं देने के लिए अभियान चलाएगा जो किसान विरोधी कानूनों के पक्षधर हैं।