Shahid Ram Chandra Vidyarthi लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
Shahid Ram Chandra Vidyarthi लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की 93वीं जयंती पर आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में उमड़े लोग, कराया परीक्षण

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (PS4) एवं भगत सिंह अंबेडकर विचार मंच ने संयुक्त रूप से किया आयोजन। पूर्वांचल के जाने माने थायराइड एवं ब्रेस्ट कैंसर विशेषज्ञ डॉ. ओम प्रकाश प्रजापति और मनोरोग चिकित्सक डॉ. डॉली सिंह समेत आधा दर्जन चिकित्सकों ने देखें मरीज। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। महात्मा गांधी के 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' आंदोलन के दौरान तेरह साल की उम्र में ब्रिटिश हुकूमत की गोली से मरने वाले अमर शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की 93वीं जयंती के अवसर पर प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) और भगतसिंह अंबेडकर विचार मंच ने बृहस्पतिवार को नारायनपुर-डाफी स्थित छेदीलाल निराला के आवास पर नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। 

शनिवार, 15 अगस्त 2020

मैनपुरी हत्याकांड के विरोध में कुम्हारों ने काली पट्टी बांधकर मनाया शहीद रामचंद्र 'विद्यार्थी' का शहादत दिवस

कुम्हार परिवार में जन्मे शहीद राम चंद्र विद्यार्थी ने 13 साल 4 महीने 13 दिन की उम्र में 14 अगस्त को देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए थे। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

मैनपुरी के खरपरी गांव स्थित माधोनगर मोहल्ले निवासी कुम्हार परिवार के पांच लोगों को जिंदा फूंक दिए जाने को लेकर कुम्हारों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुम्हारों ने शहीद राम चंद्र 'विद्यार्थी' के शहादत दिवस पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और राज्य की योगी सरकार पर कुम्हार समुदाय के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यह राज्य की भाजपा सरकार पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और मामले में आरोपी संजय टायसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार नहीं करती है तो कुम्हार समुदाय बड़े पैमाने पर आंदोलन चलाएगा। 

शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

देश की आजादी के सात दशक बाद भी स्मारक को तरस रहा 13 वर्षीय यह शहीद

 देवरिया जिले के नौतन हथियागढ़ निवासी शहीद राम चंद्र विद्यार्थी की पुण्यतिथि पर विशेषः-

written by राम विलास प्रजापति

देश की आजादी के सात दशक बाद भी देवरिया जिले का 13 वर्षीय शहीद राम चंद्र 'विद्यार्थी' आज भी एक मुकम्मल स्मारक और प्रतिमा की बाट जोह रहा है लेकिन किसी भी सरकार शहीद को उसके शहादत के सम्मान की चिंता नहीं है। कुम्हार समुदाय से आने वाले रामचन्द्र विद्यार्थी का जन्म एक अप्रैल 1929 को उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के नौतन हथियागढ़ गांव में हुआ था। इनके जन्म के आठवें दिन भगतसिंह और बटुकेश्वर दत्त ने केन्द्रीय असेंबली मे बम फेंका था। इनके पिता का नाम बाबूलाल और माता का नाम मोतीरानी देवी है। प्राथमिक शिक्षा के लिए रामचन्द्र का नामांकन सहोदरपट्टी गांव के प्राथमिक विद्यालय मे कराया गया। वे बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे और आसपास के प्रति संवेदनशील रहते थे । बचपन में इनके दादा भरदुल जी वीरों की कहानियां सुनाया करते थे। ऐसी कहानियों को सुनकर वे काफी रोमांचित होते थे। यही से इनके जेहन मे देशभक्ति का जज्बा अंकुरित हुआ। प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद इनका नामांकन नौतन से 12 किमी. दूर बसंतपुर धूसी विद्यालय में कराया गया। इनकी प्रखर बुद्धि से प्रभावित होकर विद्यालय के गुरजन इनसे प्यार करते और बच्चे भी आदर करते थे। रामचन्द्र अपने अन्य तीन भाइयों से बड़े थे। उनमें से एक भाई रामबड़ाई अभी भी जीवित हैं।