गुरुवार, 13 जुलाई 2017

UGC की नीतियों के खिलाफ छात्रों ने निकाला प्रतिरोध मार्च

यूजीसी नेट की परीक्षा साल में दो बार नहीं कराने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क

वाराणसी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर की होने वाली राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) साल में एक बार कराये जाने तथा शोध के लिए सीटों की संख्या कम किये जाने के विरोध में भगत सिंह छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने वृहस्पतिवार को लंका स्थित बीएचयू गेट के सामने प्रतिरोध मार्च निकाला। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार से इन मामलों को पूर्व की तरह लागू करने की मांग की। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे यूजीसी और सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। 

मंगलवार, 11 जुलाई 2017

BHU: जातिगत उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी के लिए छात्रों ने घेरा लंका थाना

पीड़ित असिस्टेंट प्रोफेसर की अगुआई में छात्रों ने लंका स्थित बीएचयू गेट से निकाला प्रतिरोध मार्च।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कला संकाय के डीन और पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग को लेकर छात्रों ने मंगलवार को लंका स्थित बीएचयू गेट पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने बीएचयू गेट से लंका थाने तक प्रतिरोध मार्च किया और थाने का घेराव भी किया।

सोमवार, 10 जुलाई 2017

ये किसानों की आत्महत्या नहीं है, नीतिगत हत्या हैः प्रो. दिवाकर

भगत सिंह-अंबेडकर विचार मंच की ओर से आयोजित परिचर्चा में शिक्षा, रोजगार, बाजार, जीएसटी और नोटबंदी जैसे मुद्दों पर हुई चर्चा।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। मध्य प्रदेश के मंदसौर में जो हुआ। महाराष्ट्र समेत देश के कोने-कोने में जो किसानों के साथ हो रहा है। वह बहुत ही चिंतनीय है। किसानों की हत्या को लोग आत्महत्या कह रहे हैं। यह शब्दावली बदलनी होगी। ये किसानों की आत्महत्या नहीं है। ये नीतिगत हत्या है।

रविवार, 9 जुलाई 2017

BHU पत्रकारिता विभाग में वंचित वर्ग की शिक्षिका का उत्‍पीड़न, हिंदी के प्रोफेसर कुमार पंकज पर संगीन FIR


"साले हरामखोर महाराष्‍ट्र के निचली जाति के दलित साले चमारन आ रहे… औकात में रहोबोलेवरना तुमको मार डालूंगा। सबके सामने बोले… मुझे सौ बार बोला उन्‍होंने तुम्‍हारी औकात ही नहीं है प्रोफेसर की… चार साले झाड़ू लगाओगे।
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय एक बार फिर गलत कारणों से सुर्खियों में है। बीएचयू के कला संकाय के डीन, पत्रकारिता विभाग के प्रभारी और हिंदी के वरिष्‍ठ अध्‍यापक डॉ. कुमार पंकज के खिलाफ़ शनिवार की दोपहर बनारस के लंका थाने में एक एफआइआर दर्ज हुई है। एफआइआर पत्रकारिता विभाग की रीडर डॉ. शोभना नर्लिकर ने करवायी है जो बीते 15 साल से यहां पढ़ा रही हैं। मामला आइपीसी की धारा 504, 506 और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(डी) के तहत दर्ज किया गया है। डॉ. नर्लिकर का आरोप है कि डॉ. कुमार पंकज ने उनके साथ अपशब्‍दों का इस्‍तेमाल किया है, जातिसूचक गालियां दी हैं और जान से मारने की धमकी दी है।

कार में जलने वाले ब्राह्मण नहीं, बदमाश थे, जानिये किस पर थे कितने मुकदमे

रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने प्रेस कांफेंस कर कहा है कि अपटा की घटना में ब्राह्मण नहीं अपराधी मारे गए, जिन्होंने मारा वे इंसान थे
वनांचल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। रायबरेली के अपटा गांव का सच अब सामने आने लगा है। सामंतवादी मीडिया ने भले ही अखबारों और टीवी चैनलों पर इसकी हकीकत दिखानी बंद कर दी है, लेकिन सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया (वेबसाइटों) द्वारा अब वह सबकुछ सही तरीके से सामने आ रहा है कि वहां पर सच्चाई क्या थी। इस सच को वहां के वे लोग भी बयां कर रहे हैं जो स्थानीय हैं और बरसों तक इस हकीकत को देख रहे थे।