शनिवार, 30 जनवरी 2021

शिक्षक ने अहीर-कुम्हार-पासी समुदाय की छात्राओं से की छेड़खानी, FIR के 6 दिनों बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी

मड़ियाहूं स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर मीडिएट कॉलेज की छात्राओं ने शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर लगाया छेड़खानी और मारपीट करने का आरोप। कक्षा-12 में पढ़ने वाली छात्राओं से तहरीर में लिखवाया गया बालिग।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

जौनपुर। मड़ियाहूं स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर मीडिएट कॉलेज की चार छात्राओं ने शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर छेड़खानी और मारपीट करने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने गत 25 जनवरी को मड़ियाहूं कोतवाली में आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई लेकिन आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। इससे पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों में दहशत का माहौल है। वे अब मीडिया और अन्य समाजसेवियों से बात करने से भी कतरा रहे हैं। पीड़ित छात्राओं को भी वे किसी से बात करने नहीं दे रहे हैं। वहीं, पुलिस की एफआईआर में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं के बालिग होने का जिक्र किया गया है। 

शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

FIR और NOTICE से हटे नहीं, डटे हैं टिकैत, आंदोलन के समर्थन में लाखों किसानों ने दिल्ली किया कूच

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडिया गेट समेत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा और तोड़फोड़ के मामले में दिल्ली पुलिस की एफआईआर और योगी सरकार का नोटिस से भी भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत धरना स्थल से नहीं हटे। गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों में खौफ पैदा करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मार्च भी किया लेकिन राकेश टिकैत और उनके समर्थन में बैठे किसानों के मनोबल को वे तोड़ नहीं सके। मीडिया से बातचीत के दौरान भावुकता में जैसे ही राकेश टिकैत के आंसू गिरे, वैसे ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब के किसान उनके समर्थन में रात में ही गाजीपुर बॉर्डर और दिल्ली की ओर कूच कर गए। रात में ही किसानों ने जिंद में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। आधी रात तक हजारों की संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए और अब वे मोदी सरकार के नये तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद ही घर लौटने की घोषणा करने लगे। 

गुरुवार, 28 जनवरी 2021

गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा में 37 नेताओं पर नामजद FIR, 1 फरवरी का संसद मार्च स्थगित

दिल्ली में किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस ने 22 एफआईआर दर्ज की है जिसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल, राजिंदर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, जोगिंदर सिंह उग्राहां आदि का नाम शामिल। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में हुई मारपीट और हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 22 एफआईआर दर्ज की है जिसमें 37 नेताओं के नाम शामिल हैं। इनमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल, राजिंदर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, जोगिंदर सिंह उग्राहां, योगेद्र यादव, मेधा पाटेकर आदि के नाम भी हैं। पुलिस ने मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया है और 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने लाल किले के एक पोल पर धार्मिक झंडा फहराने वाले और भाजपा सांसद सन्नी देयोल के करीबी दीप सिद्धू का नाम काफी जद्दोजहद के बाद एफआईआर में शामिल कर लिया है लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। किसान नेताओं ने बुधवार की प्रेस कांफ्रेस में दीप सिद्धू की कार्रवाई को केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस की साजिश करार दिया। साथ ही किसान संगठनों ने आगामी 1 फरवरी को दिल्ली में होने वाले संसद मार्च के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ दीप सिद्धू की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसे लेकर कई प्रकार के सवाल खड़ा हो रहे हैं। 

मंगलवार, 26 जनवरी 2021

BHU के छात्रों ने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में निकाला मार्च

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो।

वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय परिसर में मार्च निकाला। भगत सिंह छात्र मोर्चा (BCM) के बैनर तले निकले इस मार्च में मोदी सरकार के विवादित तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई। 

ट्रैक्टर मार्च के दौरान किसानों पर लाठीचार्ज, तोड़फोड़ और हिंसा के बीच एक किसान की मौत

गणतंत्र दिवस के मौके पर निकला किसानों का ट्रैक्टर मार्च दोपहर में हिंसक हो उठा जिसमें दो किसानों के मौत हो  गई.....

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को तेज करते हुए आंदोलनरत किसानों ने आज दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ट्रैक्टर मार्च निकाला जो दोपहर में हिंसक हो उठा। इसमें एक किसान की मौत हो गई। इसकी मौत गोली लगने से होना बताया जा रहा है। कथित किसानों को एक झुंड कुछ समय के लिए लाल किला भी पहुंचा और वहां उन्होंने अपना धार्मिक झंडा फहराने की कोशिश की। वहीं, दिल्ली के मुबरका चौक के पास पुलिस ने बेरिकडिंग कर किसानों के मार्च को रोकने की कोशिश की। किसानों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। किसानों के जबरन आगे बढ़ने पर पुलिस ने आंसू-गैस के गोले भी दागे लेकिन ये गोले उनके हौसले नहीं तोड़ पाए। 

किसान ट्रैक्टर मार्च से डरी योगी सरकार, बनारस में 6500 ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र समेत वाराणसी के थाना प्रभारियों ने ट्रैक्टर मालिक किसानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सड़क पर ट्रैक्टर संचालित करने से किया पाबंद। जिला प्रशासन के मुताबिक वाराणसी में 9800 ट्रैक्टर। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नीत भाजपा की केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन से डरी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर सूबे में किसानों के ट्रैक्टर संचालन पर पाबंदी लगा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र समेत वाराणसी में थाना प्रभारियों ने सोमवार को 6500 से ज्यादा किसानों और ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस जारी कर गणतंत्र दिवस पर सड़क पर टैक्टर संचालित नहीं करने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने किसानों को चेतावनी दी है कि अगर ट्रैक्टर सड़क पर चलता पाया गया तो वाहन और वाहन स्वामी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

रविवार, 24 जनवरी 2021

कुल्हड़ देने से मना करने पर थानेदार ने कुम्हार को पीटा! फिर किया चालान

भट्टी गांव निवासी शत्रुघन प्रजापति ने लोहता थाना प्रभारी पर लगाया आरोप। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। थाने में कुल्हड़ देने से मना करने पर लोहता थानेदार और पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को एक कुम्हार की जमकर पिटाई कर दी। पीड़ित कुम्हार का आरोप है कि पुलिस ने रात भर उसे थाने में बैठाए रखा और पीटा। फिर अगले दिन पुलिस ने उसका शांतिभंग में चालान कर दिया। पुलिस हिरासत से छूटने के बाद पीड़ित कुम्हार ने रविवार की सुबह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को फोन कर अपनी आप बीती सुनाई और उनसे न्याय की गुहाई लगाई। वहीं शाम को लोहता थाने की पुलिस पीड़ित के घर धमक पड़ी। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो पुलिस ने परिजनों को धमकाया और मामले में आगे कोई भी कार्रवाई करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी। पुलिस की धमकी से पीड़ित और उसका परिवार इतना डर गए हैं कि अब वे मीडिया से भी बात करने से कतरा रहे हैं।