गुरुवार, 28 अगस्त 2014

कलेक्ट्रेट भवन में होगी ई-गवर्नेंस सेल की स्थापना, मिलेगा 26 सेवाओं का लाभ

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

सोनभद्र। राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना के तहत कलेक्ट्रेट भवन में ई-गवर्नेंस सेल की स्थापना की जाएगी जिसमें 14 कम्प्यूटर सेट और आठ प्रिंटर्स लगेंगे। यह सेल आम जनमानस को 26 सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराएगा जिनमें आय प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र, खतौनियों की नकल, विधवा पेंशन, वृद्ध/वृद्धा पेंशन, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, राशन कार्ड बनाने का कार्य शामिल है। अभी ये सेवाएं जनसेवा केंद्र/लोकवाणी केंद्र से उपलब्ध कराई जा रही हैं।

उक्त जानकारी प्रभारी जिलाधिकारी मनीलाल यादव ने दी। उन्होंने बताया कि सोनभद्र में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना के तहत आम जनमानस को जल्द से जल्द 26 सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए पूरे जनपद में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। इसमें एसएसडीजी से सम्बन्धित समस्त सरकारी कार्यालयों में कम्प्यूटर, राउटर, स्विच, ऑन-लाइन यूपीएस तथा प्रिन्टर जैसे अत्याधुनिक उपकरणों को स्थापित किया जा रहा है।


इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर गौरव शाक्य ने कहा कि सरकार द्वारा ई-गवर्नेंस के क्षेत्र को सोनभद्र में विस्तार देने की मंशा से प्रत्येक तहसील में चार कम्प्यूटर सेट, प्रत्येक ब्लाक में तीन कम्प्यूटर सेट, एसएसडीजी से संबंधित नौ विभागों में दो-दो कम्प्यूटर सेट को स्थापित कर नेट कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। एसएसडीजी परियोजना के तहत वेरीफाइंग अथॉरिटी जैसे लेखपाल, अमीन, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, एरिया राशनिंग आफिसर आदि उनका इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिले में सम्पूर्ण डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर 31 अगस्त, 2014 तक विकसित कर दिया जाएगा।

बुधवार, 27 अगस्त 2014

दो सफाईकर्मी समेत ग्राम पंचायत विकास अधिकारी निलंबित

जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

सोनभद्र। मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत चुर्क के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी हफीउल्ला, सफाईकर्मी मदीना और मुराहू लाल को अपने दायित्वों में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही वहां के ग्राम प्रधान अर्जुन कन्नौजिया के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

उक्त जानकारी जिला सूचना एवं जन संपर्क विभाग, सोनभद्र की ओर से जारी विज्ञप्ति में दी गई। विज्ञप्ति के मुताबिक जिलाधिकारी ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में बताया कि रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के ग्राम पंचायत चुर्क के ग्राम प्रधान और वहां कार्यरत कर्मचारियों की काफी शिकायतें मिल रही थीं।

पिछले दिनों डीपीआरओ एमपी दुबे से उन शिकायतों की जांच कराई गई। डीपीआरओ की जांच में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी हफीउल्ला द्वारा ग्राम प्रधान अर्जुन कन्नौजिया की मिलीभगत से अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में लापरवाही बरतने का मामला सच पाया गया।

ग्राम पंचायत विकास अधिकारी हफीउल्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और डीपीआरओ को उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। वहीं ग्राम प्रधान अर्जुन कन्नौजिया को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करने की बात कही गई है। इसके अलावा चुर्क के सफाईकर्मियों मदीना और मुराहू लाल को भी अपनी जिम्मेदारियों में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।


जिलाधिकारी ने जिले के नागरिकों, मीडिया के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारियों और बुद्धजीवियों से अपेक्षा की है कि वे सरकारी योजनाओं, विकासपरक कार्यक्रमों के क्रियान्वयन/निर्माण में कोई कमी पाते हैं तो स्थानीय स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों/खण्ड विकास अधिकारियों/ उप-जिलाधिकारियों/ कार्यदायी संस्थाओं के जिला स्तरीय अधिकारियों को सूचित करें ताकि समय रहते उसमें सुधार हो सके।

आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय में छात्र की मौत, उपजिलाधिकारी करेंगे जांच

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

सोनभद्र। जनपद के हाथी नाला थाना क्षेत्र के जवारीडाढ़ स्थित आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय में गत 27 अगस्त की रात एक छात्र की मौत हो गई। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचे आलाधिकारियों का घेराव किया। अधिकारियों की ओर से मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आश्वासन पर वे शांत हुए। फिलहाल प्रभारी जिलाधिकारी मनीलाल यादव ने मामले का संज्ञान लेते हुए सदर तहसील के उप-जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद तिवारी को मजिस्ट्रियल जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है। उन्हें 15 दिनों के अंदर अपनी जांच आख्या जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना है।
जानकारी के मुताबिक बीती रात जवारीडाढ़ स्थित आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय में कक्षा तीन में पढ़ने वाले छात्र उमेश की मौत हो गई। वह तीन दिनों से बीमार था और खाना भी नहीं खा रहा था। सूत्रों की मानें तो उमेश की बीमारी की जानकारी होने पर परिजन उसे लेने विद्यालय पहुंचे थे लेकिन अध्यापक ने उसे घर ले जाने नहीं दिया।

बीती रात उसकी हालत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। उसके मौत की सूचना भी परिजनों को काफी देर से दी गई। इसकी जानकारी होने पर मृतक छात्र के परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने विद्यालय में जमकर बवाल काटा। उन्होंने मौके पर पहुंचे आलाधिकारियों का घेराव भी किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि उमेश की मौत इलाज के अभाव में हुई है। इतना ही नहीं विद्यालय के अस्सी फीसदी बच्चे कुपोषित हैं और उन्हें उनकी सेहत के अऩुसार विद्यालय में भोजन भी नहीं मिलता है। इसके अलावा विद्यालय में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा रहता है।

इस मामले की जानकारी होने पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने प्रकरण की मजिस्टियल जांच कराने की बात कही है। उन्होंने स्वीकार किया कि छात्र उमेश की मौत अस्पताल ले जाते समय हुई है।