गुरुवार, 24 अगस्त 2017

EXCLUSIVE: BHU प्रशासन ने BJP विधायक की मशीन और उपकरण बनाने वाली कंपनी को दिया मेडिकल गैसों की आपूर्ति का ठेका

टेंडर भरने की आखिरी तारीख तक पैररहट इंडस्ट्रियल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को नहीं मिला था किसी भी प्रकार के गैस आपूर्ति का लाइसेंस। 
reported by Shiv Das
वाराणसी। राजनीतिक बिसात पर खड़ी नौकरशाही की बेबसी जून में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में मरीजों की हत्या का इतिहास लिख गई। बीएचयू अस्पताल में मेडिकल गैसों की आपूर्ति से जुड़े दस्तावेज कुछ ऐसी ही दास्तां बयां कर रहे हैं। दस्तावेजों की मानें तो बीएचयू प्रशासन ने सियासी गठजोड़ में मशीन और उपकरण बनाने वाली भाजपा विधायक की कंपनी को जीवनरक्षक मेडिकल ऑक्सीजन, नाइट्रस ऑक्साइड और कॉर्बन डाई ऑक्साइड गैसों की आपूर्ति का ठेका दे दिया जबकि इसके पास किसी भी प्रकार के गैसों की आपूर्ति का लाइसेंस ही नहीं था।

मंगलवार, 22 अगस्त 2017

BHU अस्पताल में ज़हरीली गैस से हुई मौतों पर इलाहाबाद हाइकोर्ट ने सरकार को दिया जांच का आदेश

कोर्ट ने बीएचयू प्रशासन से भी एक हलफनामा मांगा है कि परेरहाट कंपनी को किन परिस्थितियों में लाइसेंस दिया गया था...
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
इलाहाबाद। काशी हिंदू विश्‍वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्‍सालय में ज़हरीली गैस से हुई मौतों के दो महीने बाद दायर एक जनहित याचिका पर इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय ने संज्ञान लिया है। बीएचयू के पूर्व छात्र नेता भुवनेश्‍वर द्विवेदी की लगाई याचिका पर फैसला देते हुए इलाहाबाद हाइकोर्ट में जस्टिस दिलीप गुप्‍ता और जस्टिस अमर सिंह चौहान की खंडपीठ ने महानिदेशक, चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य को आदेश दिया है कि वे तीन सदस्‍यीय वरिष्‍ठ विशेषज्ञों की कमेटी से इस मामले की जांच कराएं।

BBAU: प्रोफेसर ने ठेकेदार संग अनुसूचित जाति के शोधार्थी पर किया जानलेवा हमला, संगीन धाराओं में FIR दर्ज

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। विश्वविद्यालय परिसरों में भ्रष्टाचार और दमन के खिलाफ मुखर आवाज को दबाने के लिए जानलेवा हमलों का दौर शुरू हो गया है।  हैदराबाद विश्वविद्यालय, जेएनयू और बीएचयू के बाद बाबा भीमराव अंबेडकर विवि के छात्रों श्रेयात बौद्ध और अमन वर्मा पर रविवार को जानलेवा हमला हुआ। आरोप है कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कमल जायसवाल ने ठेकेदार उपेंद्र सिंह समेत करीब दो दर्जन लोगों ने छात्रों पर हमला किया। छात्रों की तहरीर पर आशियाना थाने में प्रो. कमल जायसवाल, शशांक तिवारी, ऋषि शुुुक्ला, साईंनाथ आउट सोरसिंग एजेंसी के ठेकेदार उपेन्द्र सिंह समेत करीब दो दर्जन अज्ञात लोगोंं के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है जिसमें एससीएसटी एक्ट की धारा-3(1)(10) भी शामिल है।