रविवार, 9 जुलाई 2017

कार में जलने वाले ब्राह्मण नहीं, बदमाश थे, जानिये किस पर थे कितने मुकदमे

रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने प्रेस कांफेंस कर कहा है कि अपटा की घटना में ब्राह्मण नहीं अपराधी मारे गए, जिन्होंने मारा वे इंसान थे
वनांचल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। रायबरेली के अपटा गांव का सच अब सामने आने लगा है। सामंतवादी मीडिया ने भले ही अखबारों और टीवी चैनलों पर इसकी हकीकत दिखानी बंद कर दी है, लेकिन सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया (वेबसाइटों) द्वारा अब वह सबकुछ सही तरीके से सामने आ रहा है कि वहां पर सच्चाई क्या थी। इस सच को वहां के वे लोग भी बयां कर रहे हैं जो स्थानीय हैं और बरसों तक इस हकीकत को देख रहे थे।

रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने प्रेस कांफेंस कर कहा है कि अपटा की घटना में ब्राह्मण नहीं अपराधी मारे गए, जिन्होंने मारा वे इंसान थे। किसी नेता पहली इस तरह का बयान दिया है। यदि यह सच है, तो बेहद चौकाने वाली बात होगी।
कांग्रेस के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह का कहना है कि थाना ऊंचाहार अंतर्गत 26 जून को हुई घटना में 5 लोगों की मौत हुई थी। मारे गए पांच लोग ब्राह्मण नहीं अपराधी थे। वे देर रात प्रतापगढ़ जनपद से आपटा गांव क्या करने गए थे? जब आप किसी के घर पर धावा बोलेंगे फायरिंग करेंगे, तो गांव के लोग निश्चित तौर पर जवाब देंगे। इसी का परिणाम है आपटा गांव की घटना।

अखिलेश आगे कहते हैं कि कुछ गंदे राजनीतिक लोग इस लड़ाई को ब्राम्हण व यादव से जोड़ रहे हैं, जो दुखद है। मरने वाले ब्राह्मण नहीं, अपराधी थे और मारने वाले इंसान थे। आत्मरक्षा में की गई या घटना है। उक्त बातें पूर्व सदर विधायक अखिलेश सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि यादव को टारगेट करके जो गंदी राजनीति कर रहे हैं, वह सुधर जाएं कानून को निष्पक्ष जांच करने दें।

कार में जलकर मरे शातिर बदमाश रोहित शुक्ला के खिलाफ इन थानों में दर्ज हैं मुकदमें। रोहित शुक्ला कांग्रेस राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी के लिए हत्या और राहजनी करने का काम करता था। जिस कार से जल कर सभी मरे हैं। उस गाड़ी में भारी मात्रा में कारतूस और असलहे भरे हुए थे। ये सभी यादव परिवार की हत्या करने के लिए गए थे।....जारी
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(साभारः फर्क इंडिया)

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