सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

भागीदारी और उपेक्षा से नाराज बनारसी कुम्हारों का ऐलान, चुनावों में दिखाएंगे सामुहिक ताकत

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) के स्थापना दिवस पर विभिन्न कुम्हार संगठनों ने की सामुहिक बैठक। बिहार विधानसभा चुनाव में कुम्हार समुदाय के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं मिलने पर जताई नाराजगी।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाली उत्तर प्रदेश सरकार समेत विभिन्न राजनीति पार्टियों की उपेक्षा से नाराज कुम्हार समुदाय के लोगों ने रविवार को वाराणसी के मीरापुर-बसही में बैठक की। इसमें समुदाय के बीच कार्य करने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों समेत समाज के प्रभावशाली लोग शामिल हुए। सभी ने कुम्हार समुदाय को संगठित कर आगामी चुनावों में अपनी ताकत दिखाने का सामुहिक निर्णय लिया। साथ ही उन्होंने आगामी पंचायत चुनावों में इसका प्रयोग कर आगामी रणनीति पर काम करने की चर्चा की।

रविवार को पूर्वांचल में कुम्हार समुदाय में जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले सामाजिक संगठन 'प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4)' का चौथा स्थापना दिवस था। इस मौके पर संगठन के प्रमुख छेदी लाल निराला ने मीरापुर-बसही में कुम्हार समुदाय के बीच कार्य करने वाले समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं समेत समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ बैठक की। बैठक में सत्ताधारी विभिन्न राजनीतिक पार्टियों समेत विपक्षी पार्टियों द्वारा कुम्हार समुदाय के लोगों के उत्पीड़न और हत्या पर खामोशी अख्तियार किए जाने पर चिंता जाहीर की गई। साथ ही लोगों ने सभी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं पर कुम्हार समुदाय के लोगों की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया।


वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुम्हारों की आबादी करीब चार प्रतिशत है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में कुम्हार समुदाय का एक भी व्यक्ति मंत्री नहीं है। छिंदवारी से बृजेश प्रजापति भाजपा के विधायक हैं लेकिन वह भी उपेक्षित हैं। उन पर हमला होता है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। मैनपुरी में कुम्हार समुदाय के पांच लोगों को जिंदा फूंक दिया जाता है लेकिन सत्ताधारी भाजपा के मुख्यमंत्री के मुख से संवेदना के एक शब्द नहीं निकलते और ना ही डेढ़ महीने तक एक भी रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई। समुदाय के लोगों को आंदोलन करना पड़ा। इसके बाद भी सरकार और उनके लोगों की तरफ से महज पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई। सामुहिक नरसंहार में आरोपी ठाकुर समुदाय के लोगों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, ढाई प्रतिशत आबादी वाले राजभर समुदाय को भाजपा मंत्री पद देती है। उन्हें सरकारी तंत्र के विभिन्न पदों पर मनोनित कर सिर पर बैठाती है। ऐसा इसलिए है कि कुम्हार समुदाय के लोगों में एकता नहीं है। उनके मतों में बिखराव है। अब समय आ गया है कि कुम्हार समुदाय के लोगों को समाज के प्रति जागरूक किया जाए और संगठित किया जाए। सभी लोगों को आगामी चुनावों में संगठित होकर सत्ताधारी भाजपा को सबक सिखाना होगा। हमें बताना होगा कि हम अपनी सरकार नहीं बना सकते हैं तो हमारी उपेक्षा करने वालों की सरकार गिरा भी सकते हैं। तभी सरकार में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो पाएगी और राजनीतिक पार्टियां हमें हमारा हक देंगी।

वक्ताओं ने बिहार में किसी भी राजनीतिक पार्टी द्वारा कुम्हार समुदाय के एक भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिए जाने पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनावों के लिए विभिन्न राजनीतिक पार्टियां टिकट बांट रही हैं लेकिन किसी ने भी कुम्हार समुदाय के एक भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया है। सभी कुम्हारों की उपेक्षा कर रही हैं जबकि बिहार में लाखों की संख्या में कुम्हार हैं। 

बैठक में पीएस4 प्रमुख छेदी लाल निराला और उनके सहयोगियों के अलावा लोकप्रिय समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगला प्रसाद प्रजापति, प्रजापति स्वाभिमान एकता मंच के संस्थापक रुद्रेश कुमार प्रजापति और अध्यक्ष अभय कुमार प्रजापति, अनमोल सेवा समिति अध्यक्ष अरविंद कुमार चक्रवाल, प्रजापति विकास समिति के अध्यक्ष शिव कुमार प्रजापति, ओम प्रजापति गरीबी उन्मूलन समिति के अध्यक्ष और चंदौली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी राम गोविंद प्रजापति, प्रजापति टास्क फोर्स भदोही के माया शंकर प्रजापति, भागीदारी आंदोलन मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुनमासी प्रजापति, प्रजापति मंच जौनपुर के रामसमूझ प्रजापति, प्रजापति विकास मंच जौनपुर के इं भुवाल प्रजापति, प्रजापति अंतरविश्वविद्यालयी छात्र समूह के एस.डी. प्रजापति, लॉंग जंप के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी महादेव प्रजापति, शिव प्रसाद प्रजापति, राजेश कुमार प्रजापति, सुशील कुमार प्रजापति, विनोद कुमार प्रजापति, रमेश प्रजापति, संतोष प्रजापति समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पीएस4 प्रमुख छेदी लाल निराला ने किया।   ।   

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