शनिवार, 21 अप्रैल 2018

‘संविधान बचाओ आंदोलन’ से डरी सरकार, वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल समेत कई गिरफ्तार, चार घंटे बाद रिहा

देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों में प्रतिनिधित्व (आरक्षण) के अधिकार को खत्म करने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ दे रहे थे धरना।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
नई दिल्ली। देशव्यापी संविधान बचाओ आंदोलन से डरी केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल और उनके साथियों को शुक्रवार की शाम हिरासत में ले लिया और उन्हें संसद मार्ग थाना में करीब चार घंटे तक बंधक बनाये रखा। इस दौरान उनसे और उनके साथियों के साथ पुलिसवालों ने बदतमिजी भी की। उनके साथी वकीलों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने उन्हें देर रात रिहा किया। 

शुक्रवार, 13 अप्रैल 2018

BHU: नवनियुक्त कुलपति ने छात्रावास को बनाया अतिथिगृह, अब देना होगा दोगुना किराया

विश्वविद्यालय के अतिथिगृहों की सुविधाओं की दरों में सात हजार गुना तक की बढ़ोत्तरी। सहायक कुलसचिव (प्रशासन) ने जारी की अधिसूचना।
शिव दास
वाराणसी। सर्व विद्या की राजधानी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में मानव संसाधन विकास मंत्रालय का स्वायत्ततायी आदेश का असर दिखाई देने लगा है। नवनियुक्त कुलपति ने छात्रों से डॉ. शांति स्वरूप भटनागर छात्रावास को छीनकर उसे विश्वविद्यालय के अतिथिगृहों का हिस्सा बना दिया है जो अब डॉ. शांति स्वरूप भटनागर अतिथिगृह के नाम से जाना जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने सभी अतिथिगृहों की सुविधाओं की दरों में दो गुना से लेकर सात हजार गुना तक की बढ़ोत्तरी कर दी है जिसमें प्रशासनिक और शैक्षिक कार्यों को भी शामिल किया गया है। 

गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

UGC और MHRD समेत केंद्र सरकार के खिलाफ वाराणसी में SC, ST और OBC छात्रों का प्रदर्शन, BHU के शिक्षक भी हुए शामिल, शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता का किया विरोध

विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की नियुक्तियों में विभागवार आरक्षण के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने निकाला विरोध मार्च, शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता का भी हुआ विरोध।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की नियुक्तियों में विभागवार आरक्षण (प्रतिनिधित्व) दिये जाने के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के फरमान के खिलाफ एससी, एसटी, ओबीसी संघर्ष समिति ने बुधवार को लंका स्थित सिंह द्वार से संत रविदास गेट तक विरोध मार्च निकाला और केंद्र सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग की। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों समेत सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार द्वारा शिक्षण संस्थाओं को स्वायत्त घोषित करने के साथ रोस्टर व्यवस्था को विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में आरक्षण को खत्म करने की साजिश करार दिया।

बुधवार, 4 अप्रैल 2018

FAKE NEWS पर प्रधानमंत्री को संत बनने का कोई अधिकार नहीं- रवीश कुमार

वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने स्पष्ट लिखा है कि फ़ेक न्यूज़ के मामले में प्रधानमंत्री का ट्रैक रिकार्ड ज़ीरो है। पढ़िये उनका पुरा विश्लेषण-

अचानक 13 केंद्रीय मंत्री एक वेबसाइट का लिंक ट्विट करते हैं जिसने चार बड़ी ख़बरों के फ़ेक होने का दावा किया है। इन मंत्रियों में एम जे अकबर भी हैं और स्मृति ईरानी भी हैं। मंत्री लिखते हैं कि फ़ेक न्यूज़ के अपनी आवाज़ उठाएं। इंडियन एक्सप्रेस के कृष्ण कौशिक की नज़र इस वेबसाइट पर पड़ती है जिसका पता www.thetruepicture.in दिया गया है। पता चलता है कि इसके डोमेन का पंजीकरण पिछले ही साल कराया गया है। इसमें एक लैंडलाइन नंबर है जो ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन का भी है। ब्लू क्राफ्ट फाउंडेशन प्रधानमंत्री ने जो किताब लिखी है एग्ज़ाम वॉरियर उसका पार्टनर है। एक्सप्रेस के कौशिक कनॉट प्लेस में स्थित ब्लूक्राफ्ट के दफ़्तर जाते हैं जहां दो लोग उन्हें बताते हैं कि वे लोग THETRUEPICTURE के नाम से कोई वेबसाइट नहीं चलाते हैं। सरकारी रिकार्ड से पता चलता है कि ब्लूक्राफ्ट फाउंडेशन नाम की कंपनी राजेश जैन और हितेश जैन के नाम पर 2016 में दर्ज हुई थी। 

मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

काशी की सडकों पर फूंटा बहुजनों का गुस्सा, भारत बंद के समर्थन में भाकपा-माले ने भी निकाला मार्च

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगे "नरेन्द्र मोदी...मुर्दाबाद-मुर्दाबाद" के नारे। पुलिस बनी रही मूकदर्शक।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुुुसूूूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को निष्प्रभावी बनाने में केंद्र सरकार  की भूमिका और बहुजन समुदाय विरोधी उसकी नीतियोंं, खासकर आरक्षण विरोधी, के खिलाफ बहुजनों ने सोमवार को वाराणसी की सड़कों पर प्रतिरोध मार्च निकाला और व्वसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया। इसे लेकर पुलिस प्रशासन और भारत बंद समर्थकों में नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान "नरेन्द्र मोदी...मुर्दाबाद-मुर्दाबाद" और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद आदि के नारे भी लगे। आखिर में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भारत बंद कराने सफल रहे। उधर जिला मुख्यालय पर भाकपा माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक मनीष शर्मा के नेतृत्व में मार्च निकालकर बहुजनों के भारत बंद को समर्थन दिया।

सोमवार, 2 अप्रैल 2018

SC-ST Act को कमजोर करने के फैसले के खिलाफ बहुजनों का भारत बंद आज

वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में किए गए परिवर्तन के खिलाफ बहुजनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। दलित संगठनों की ओर से बुलाए गए इस बंद को देशव्यापी समर्थन मिल रहा है।

बुधवार, 28 मार्च 2018

ये एंकर अब जन विरोधी गुंडे हैं

पब्लिक ही मेरा संपादक है और मैं पब्लिक न्यूज़ रूम में काम करता हूं...
रविश कुमार की कलम से
हमारा चैनल अब कई शहरों में नहीं आता है। इससे काम करने के उत्साह पर भी असर पड़ता है। शहर का शहर नहीं देख पा रहा है, सुनकर उदासी तो होती है। इससे ज्यादा उदासी होती है कि संसाधन की कमी के कारण आपके द्वारा भेजी गई हर समस्या को रिपोर्ट नहीं कर पाते। कई लोग नाराज़ भी हो जाते हैं। कोई बेगुसराय से चला आता है तो कोई मुंबई से ख़बरों को लेकर चला आता है। उन्हें लौटाते हुए अच्छा नहीं लगता।

शनिवार, 24 मार्च 2018

JNU के आरक्षण विरोधी प्रोफेसर राकेश भटनागर को मिली BHU की कमान

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रो. राकेश भटनागर विश्वविद्यालय परिसर में आरक्षण विरोधी संगठन यूथ फॉर इक्वलिटी के संस्थापक सदस्यों में थे शामिल। भटनागर ने वर्ष 2007 में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का किया था विरोध।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रोफेसर राकेश भटनागर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के नये कुलपति नियुक्त किये गए हैं। शुक्रवार को देर रात बीएचयू प्रशासन ने ई-मेल जारी कर इस बात की पुष्टी कर दी है। बायोटेक्नोलॉजी के प्रोफेसर राकेश भटनागर नैनीताल स्थित कुमाऊ विश्वविद्यालय के कुलपति समेत जेएनयू विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रह चुके हैं। साथ ही वे विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच मुखर आरक्षण विरोधी के रूप में जाने जाते हैं।

शुक्रवार, 23 मार्च 2018

भगत सिंह के शहादत दिवस पर उठा भारत में ब्राह्मणवादी फासीवाद का मुद्दा

भगत सिंह 23 साल के जरूर थे लेकिन उनके पास दुनिया को बेहतर बनाने का एक बेहतरीन दर्शन था- प्रमोद बांगड़े
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु एवं पाश के शहादत दिवस के अवसर पर "भगत सिंह छात्र मोर्चा" ने शुक्रवार को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कला संकाय के राधाकृष्णन सभागार में "मौजूदा समय में भगत सिंह, छात्र राजनीति और हम" विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया। इसमें वक्ताओं ने क्रांतिकारी भगत सिंह के मानवतावादी और आधुनिकतावादी पहलुओं के साथ वर्तमान फासीवादी सरकारों पर चर्चा की।

रविवार, 18 मार्च 2018

‘पगहा-अंगूठी-एंटीना’ से मुक्ति ही सामाजिक न्याय की आवाज को करेगा बुलंद-उदय नारायण चौधरी

सामाजिक समानता संगठन’ के बैनर तले आयोजित ‘सामाजिक न्यायः भूत, वर्तमान और भविष्य’ विषयक गोष्ठी के पहले दिन वक्ताओं ने मंडल आयोग की सिफारिशों और उनके क्रियान्वयन, सामाजिक न्याय आंदोलन में भगत सिंह की भूमिका और मीडिया की वर्तमान भूमिका पर रखे विचार। यूजीसी की नई नियमावली से वंचित समुदाय के प्रतिनिधित्व के खात्मे का भी उठाया सवाल।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी । पगहा, अंगूठी और एंटीना। ये हमारी गुलामी का संदेश देते हैं। सबसे पहले हमें इनसे मुक्ति लेनी होगी।‘पगहा-अंगूठी-एंटीना’ से मुक्ति ही सामाजिक न्याय की आवाज को बुलंद करेगा। पूजा, अंधविश्वास और रूढ़ीवाद के प्रतीक के रूप में हमारे बीच मौजूद पगहा (रक्षा धागा), अंगूठी और एंटीना (चुंडी) से जब तक हम मुक्ति नहीं लेंगे, हमारे साथ सामाजिक अन्याय होता रहेगा। 

UGC की नई नियमावली के खिलाफ बहुजनों ने वाराणसी में प्रधानमंत्री कार्यालय पर किया प्रदर्शन

विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों समेत विभिन्न सरकारी और निजी संस्थाओं में आबादी के अनुपात में मांगा आरक्षण, यूजीसी की नई नियमावली को बताया सामाजिक न्याय विरोधी फरमान।
वनांचल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति से जुड़ी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी की नई नियमावली के खिलाफ बहुजन छात्रों, शिक्षकों, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शनिवार को रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और इस नियमावली को जल्द से जल्द निरस्त करने की मांग की। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने बहुजनों को उनकी आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व दिये जाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो उसके खिलाफ पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा।

शनिवार, 17 मार्च 2018

आरक्षण के सवाल पर काशी में आज बजेगा बहुजनों का बिगुल

नाटी इमली में बुद्धिजीवी खोलेंगे सामाजिक न्याय विरोधी सरकारों की पोल तो लंका में बीएचयू गेट से मिनी पीएमओ तक बहुजन छात्र निकालेंगे प्रतिरोध मार्च।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी । देश की लोकतांत्रिक प्रणाली में हिस्सेदारी के सवाल पर बहुजन छात्र और बुद्धिजीवी आज काशी में आंदोलन का बिगुल फूकेंगे। एक तरफ नाटी इमली स्थित वैश्व समाज सभागार में सामाजिक न्यायः भूत, वर्तमान और भविष्य विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आगाज होगा तो दूसरी तरफ बहुजन छात्र लंका स्थित सिंह द्वार से रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सामाजिक न्याय विरोधी फरमान के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकालेंगे।

गुरुवार, 15 मार्च 2018

BHU: पत्रकारिता विभाग में दुर्व्यवस्थाओं की सड़ांध आई बाहर, छात्रों ने मुख्य द्वार बंद कर दिया धरना

कुलसचिव और विभागाध्यक्ष के लिखित आश्वासन पर छात्रों ने देर शाम स्थगित किया अनिश्चितकालीन धरना।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के पत्रकारिता एवं संप्रेषण विभाग में वर्षों से व्याप्त दुर्व्यवस्थाओं की सड़ांध बुधवार को बार आ गई। विभाग के दर्जनों छात्र विभागीय पुस्तकालय के नियमित संचालन, आधुनिक कंप्यूटर लैब और स्टूडियो की स्थापना, संपादन कक्ष में छात्रों के प्रवेश और पीने योग्य पानी समेत विभिन्न मांगों को लेकर सुबह करीब आठ बजे मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। इससे कोई भी छात्र, शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी विभाग में प्रवेश नहीं कर सका। थोड़ी देर में पूरे विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष और चीफ प्राक्टर पूरे दिन आंदोलनकारी छात्रों को मनाते रहे लेकिन वे विश्वविद्यालय प्रशासन से सीमित समय में उक्त समस्याओं का हल किये जाने का लिखित आश्वासन की मांग पर डटे रहे। शाम करीब छह बजे धरना स्थल पर पहुंचे कुलसचिव नीरज त्रिपाठी और विभागाध्यक्ष अनुराग दवे के लिखित आश्वासन पर छात्रों ने अनिश्चितकालीन धरना समाप्त किया।

गुरुवार, 8 मार्च 2018

BJP की मोदी सरकार ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में खत्म किया आरक्षण, जानें कैसे?

कुल 3 पदों वाले विभागों में ST की सीट बनने में कम से कम 50 साल लगेंगे...
written by गंगा सहाय मीणा
अभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में में वंचित तबकों के लोग दिखने ही लगे थे कि अकादमिक क्षेत्र की नौकरियों में संविधान प्रदत्त आरक्षण पर सबसे बड़ा हमला कर दिया गया है। 

शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

बाबू जगदेव प्रसाद की जयंती पर काशी में सामाजिक आंदोलनों की वैचारिकता पर उठे सवाल

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। बिहार के लेनिन के नाम से मशहूर और सामाजिक न्याय के प्रणेता बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा की जयंती के अवसर पर भारतीय समता परिवार और शोध पत्रिका 'उन्मेष' ने शुक्रवार को असि घाट पर 'वर्तमान में सामाजिक जनांदोलनों की वैचारिकता' विषय पर संयुक्त रूप से संंगोष्ठी का आयोजन किया। इसमें वक्ताओं ने सामाजिक आंदोलनों मेंं बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा की भूमिका पर प्रकाश डाला और वर्तमान मेें सामाााजिक आंदोलनों की वैचारिकता को भी कटघरे में खड़ा किया। 

विरोध प्रदर्शनों के बीच सोनभद्रवासियों ने बनाई 140 किमी की मानव श्रृंखला, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज

खलियारी-रॉबर्ट्सगंज-हिन्दुआरी-करमा-रॉबर्ट्सगंज-चोपन तक शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की मजबूती के लिए बनी मानव श्रृंखला में तीन लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने का दावा।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो 
सोनभद्र। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सोनभद्रवासियों ने शुक्रवार को देश की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाई जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। जिला प्रशासन का दावा है कि खलियारी-रॉबर्ट्सगंज-हिन्दुआरी-करमा-घोरावल-रॉबर्ट्सगंज-चोपन के बीच बनी 140 किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला में कुल तीन लाख एक हजार लोग शामिल हुए जो एक दूसरे का हाथ पकड़कर जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की मजबूती का संकल्प लिये।

शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2018

सोनभद्र में ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ कार्यक्रम ने ली छात्रा की जान

मानव श्रृंखला में सहभागिता करते हुए राबर्ट्सगंज के विधायक
 भूपेश चौबे और छात्र-छात्राएं। फोटो साभार-फेसबुक।
जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय के आह्वान पर शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की मजबूती के लिए 130 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला का किया गया था आयोजन।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
सोनभद्र। ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में नाम दर्ज कराने के लिए जिले में आयोजित 130 किलोमीटर लंबी ‘मानव श्रृंखला’ ने शुक्रवार को एक छात्रा की जान ले ली। छात्रा का नाम बबीता पुत्री संंजय बताया जा रहा है जो प्राथमिक पाठशाला बरवन में पांचवीं कक्षा में पढ़ती है। मानव श्रृंखला जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय के आह्वान पर जिला प्रशासन ने आयोजित किया था।  

मंगलवार, 23 जनवरी 2018

भाषायी भेदभाव के खिलाफ काशी में प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रतियोगी छात्रों ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश सिविल जज (जूनियर डिविजन) की मुख्य परीक्षा में भाषा के प्रश्न-पत्र में अंग्रेजी के साथ हिन्दी भाषा के सवालों को शामिल करने की मांग...
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा में भाषा के आधार पर हो रहे भेदभाव और अवसर की बाध्यता को लेकर ‘काशी न्यायिक सेवा समानता मंच’ के बैनर तले सैकड़ों प्रतियोगी छात्रों ने आज रविन्द्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रदर्शन किया और लंका स्थित सिंह द्वार से प्रधानमंत्री कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। 

शनिवार, 20 जनवरी 2018

BJP की योगी सरकार ने सोनभद्र में रद्द की कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस निर्माण की परियोजना

खुद की संपत्ति बढ़ाने में मशगूल जिले के विधायक राज्य सरकार को मुहैया नहीं करा पाये कैंपस निर्माण के लिए भूमि। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
सोनभद्र/लखनऊ। भाजपा की योगी सरकार ने सोनभद्र में कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फैजाबाद के कैंपस निर्माण की परियोजना को समाप्त कर दिया है। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से जारी शासनादेश में परियोजना को समाप्त करने का कारण महाविद्यालय के लिए भूमि का चयन नहीं होना बताया गया है। 

सोमवार, 15 जनवरी 2018

फर्जी नियुक्तियों में RSS की भूमिका को उजागर करने वाले पत्रकारों समेत वनांचल एक्सप्रेस, मीडिया विजिल और नवजीवन पर FIR

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
देश और विभिन्न राज्यों की सत्ता पर काबिज भाजपा और उसके मातृत्व संगठन आरएसएस के फर्जीवाड़ों और घोटालों को उजागर करने वाले पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित करने का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में भी एक ऐसा मामला सामने आया है। जिले के रॉबर्ट्सगंज संस्कृत माध्यमिक विद्यालय और राष्ट्रीय संस्कृत माध्यमिक विद्यालय तरावां में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की अवैधानिक नियुक्तियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थानीय इकाई के पदाधिकारियों की भूमिका उजागर करने वाले दो पत्रकारों शिव दास और अश्विनी कुमार सिंह समेत वनांचलएक्सप्रेस.कॉम, मीडियाविजिल.कॉम और नवजीवनइंडिया.कॉम पर प्रकाशित खबरों का हवाला देकर भारतीय दंड संहिता की धारा-506 (धमकी देने) और आईटी एक्ट की धारा-66 के तहत प्राथमिकी दर्ज  की गई है। गत वर्ष 9 दिसंबर को रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में दर्ज  यह एफआईआर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोनभद्र इकाई के सह विभाग कार्यवाह हरिश्चंद्र त्रिपाठी की तहरीर पर दर्ज की गई है।

शुक्रवार, 12 जनवरी 2018

अटेवा की जिला कार्यकारिणी का हुआ गठन, रवि प्रकाश सिंह मौर्य बने जिला सह संयोजक और कमलेश कुमार सिंह को मिली कोषाध्यक्ष की कमान

वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
सोनभद्र। बेसिक शिक्षा विभाग में पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए संघर्षरत शिक्षक संगठन 'अटेवा' की जिला स्तरीय बैठक शुक्रवार को राबर्ट्सगंज नगर स्थित दंडइत बाबा मंदिर परिसर में हुई जिसमें संगठन के जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों समेत ब्लाक स्तर के पदाधिकारियों का चयन किया गया। बैठक में रवि प्रकाश सिंह मौर्य को जिला सह संयोजक, सूर्य प्रकाश सिंह को महामंत्री और कमलेश कुमार सिंह को जिला कोषाध्यक्ष चुना गया जबकि जिला प्रवक्ता और जिला मंत्री की कमान क्रमशः प्रभाशंकर मिश्र और राधेश्याम पाल को दिया गया।

बुधवार, 3 जनवरी 2018

भारत की पहली महिला शिक्षिका की जयंती पर वंचितों की शिक्षा और संघर्ष पर हुई चर्चा

वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। अनुसूचित जाति / जनजाति छात्र कार्यक्रम आयोजन समिति एवं हास्टल संघर्ष समिति ने आज संयुक्त रूप से सिवाला स्थित जगजीवनराम हास्टल में भारत की पहली महिला शिक्षिका माता सावित्रीबाई  फूले की 187वीं जयंती मनाई। इस मौके पर “ महिला सशक्तिकरण के योगदान में माता सावित्री बाई  फूले का योगदान “ विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। 

भीमा-कोरेगांव में अंबेडकरवादियों पर हमले के विरोध में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बहुजन छात्रों ने निकाला स्वाभिमान मार्च

वाराणसी। महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में गत एक जनवरी को शौर्य दिवस मनाने जा रहे अंबेडकरवादियों पर हुये हमले के विरोध में बहुजन छात्रों ने आज लंका स्थित सिंह द्वार से प्रधानमंत्री कार्यालय तक स्वाभिमान मार्च निकाला। साथ ही उन्होंने प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी कि अगर हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो देशभर में आंदोलन किया जाएगा।

महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में अंबेडकरवादियों पर हमले के विरोध में बहुजनों ने ब्राह्मणवादियों और भगवाधारी गुंडों के खिलाफ किया प्रदर्शन, देखें तस्वीरें


मंगलवार, 2 जनवरी 2018

कोरेगांव में शौर्य दिवस मनाने पहुंचे अंबेडकरवादियों पर ब्राह्मणवादियों ने किया हमला, एक की मौत

कोरेगांव। पांच सौ महार सैनिकों द्वारा 28 हजार पेशवाओं को धूल चटाकर भारत में पेशवाई का खात्मा कर देने वाले भीमा कोरेगांव के युद्ध का जश्न मनाने पहुंचे लोगों पर हमले की खबर है. महाराष्ट्र के पुणे से 30किलोमीटर दूर भीमा कोरेगांव में हर साल एक जनवरी को दलित समुदाय के लोग शौर्य दिवस मनाने पहुंचते हैं. इस साल शौर्य दिवस के 200 साल पूरा होने के कारण देश भऱ से भारी संख्या में अम्बेडकरवादी पहुंचे थे. इस दौरान अचानक दोपहर को हिन्दुवादी संगठनों ने भीड़ पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई.

टीवी ने पाकिस्तान और तीन तलाक पर उलझाया तो स्टेट बैंक ने वसूला ग़रीबी पर 1771 करोड़ का ज़ुर्माना

पंजाब नेशनल बैंक ने भी इस ज़बरन वसूली से 97.34 करोड़ कमाए हैं। सेंट्रल बैंक ने 68.67 करोड़ और कैनरा बैंक ने 62.16 करोड़ कमाए हैं। पंजाब और सिंध बैंक ने इस तरह का जुर्माना नहीं लिया है। वह ऐसा करने वाला एकमात्र बैंक है...
रविश कुमार, वरिष्ठ पत्रकार, एनडीटीवी
स्टेट बैंक आफ इंडिया ने अप्रैल से नवंबर 2017 के बीच उन खातों से 1771 करोड़ कमा लिया है,जिनमें न्यूनमत बैलेंस नहीं था। यह डेटा वित्त मंत्रालय का है। न्यूनतम बैलेंस मेट्रो में 5000 और शहरी शाखाओं के लिए 3000 रखा गया है।

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017

अखिलेश यादव जी! कौन आप जैसे 'अहीर' के हिन्दुत्व की बात सुनेगा?

यह पोस्ट फेसबुक पर राजेश कुमार यादव  जी के टाइमलाइन से ली गई है जो खुद को उच्च न्यायालय इलाहाबाद का अधिवक्ता बताते हैं। उन्होंने यह विश्लेषणात्मक पत्र उस खबर के आधार पर लिखा है जिसमें दावा किया गया है कि हिन्दुत्व की राह चलेगी सपा। पढ़िये उनका जोरदार यह कटाक्ष...
क्या अखिलेश जी ! आप भी हद कर देते हैं।अब आप भाजपा के हिंदुत्व का मुकाबला 2019 में सपाई हिंदुत्व से करेंगे?आपकी कार्यप्रणाली और आपके नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविंद चौधरी जी के व्यक्तव्यों को देखकर एजेंसी को यह समीक्षात्मक खबर छापनी पड़ी है कि सपा हिंदुत्व की राह चलेगी।मैंने आपसे मुतल्लिक यह बयान जनेश्वर मिश्र पार्क घूमते समय पढा।मै आपसे सम्बंधित इस बयान "हिंदुत्व की राह पर चलेगी सपा, भाजपा को साबित करेगी हिन्दू विरोधी" पढ़कर बड़ी देर तक हंसा फिर आंखे डबडबा गयीं कि आखिर क्या हश्र होने वाला है पिछड़ो/दलितों/अल्पसंख्यको की राजनीति का?क्या अब कोई दूसरा अम्बेडकर,कांशीराम,लोहिया,पेरियार, ललई सिंह यादव,फुले,छत्रपति शाहू जी,वीपी सिंह,रामस्वरूप वर्मा,जगदेव कुशवाहा आदि नही जन्मेगा?

सोमवार, 18 दिसंबर 2017

सोनभद्र में अवैध खनन को लेकर सोनांचल संघर्ष वाहिनी ने फूंका बिगुल, जनांदोलन की दी चेतावनी

वनांचल न्यूज नेटवर्क
सोनभद्र। जिलों से गुजरने वाली नदियों समेत विभिन्न इलाकों में हो रहे अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ सोनांचल संघर्ष वाहिनी ने सोमवार को सैकड़ों समर्थकों के साथ बिगुल फूंका। साथ ही संगठन ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर अवैध खनन नहीं रुका तो संगठन बड़े पैमाने पर जनांदोलन शुरू करेगा।

रविवार, 10 दिसंबर 2017

RSS की फर्जी नियुक्तियों का खेल, पूर्व DIOS और दो पूर्व पत्रकारों समेत 12 पर FIR दर्ज

अवैधानिक रूप से नियुक्त लिपिक और शिक्षकों में हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों के रिश्तेदारों का नाम शामिल। फर्जी नियुक्ति के मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक हरिश्चंद्र त्रिपाठी उर्फ हरीश जी का जुड़ रहा नाम।

शिव दास और अश्विनी सिंह की संयुक्त रिपोर्ट

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अयोग्य लोगों की नियुक्तियों के बाद अब सरकारी सहायता प्राप्त संस्कृत महाविद्यालयों और संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो दर्जन से ज्यादा शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति का मामला सामने आया है। हालांकि सोनभद्र के जिला विद्यालय निरीक्षक ने गत माह की आखिरी तारीख को रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक और दो पूर्व पत्रकारों समेत कुल एक दर्जन लोगों के खिलाफ ही जाली शासनादेश तैयार कर फर्जीवाड़ा करने और सरकारी धन का गबन करने समेत विभिन्न आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कराया है। आरोपियों में सोनभद्र के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात आशुलिपिक और लेखाकार समेत राबर्ट्सगंज संस्कृत माध्यमिक विद्यालय और राष्ट्रीय संस्कृत माध्यमिक विद्यालय तरावां के कुल आठ सहायक अध्यापकों के नाम भी शामिल हैं। एफआईआर में दर्ज नामों में हिन्दू युवा वाहिनी और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों के रिश्तेदारों के नाम भी हैं। उपलब्ध दस्तावेज और आरोपों की मानें तो इन फर्जी नियुक्तियों के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत इकाई से संबद्ध सोनभद्र इकाई के पूर्व प्रचारक का हाथ है जो रॉबर्ट्सगंज स्थित रॉबर्ट्सगंज संस्कृत महाविद्यालय में फर्जी ढंग से प्रवक्ता के पद पर नियुक्ति पाई है।

बुधवार, 1 नवंबर 2017

मध्य प्रदेश में आदिवासी छात्र संगठन का बजा डंका, धार में ABVP का सुपड़ा साफ

फोटो साभार- पत्रिका
मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल जिलों धार, खरगौन, झाबुआ, अलीराजपुर में कुछ अपवादों को छोड़ दें तो सभी जगहों पर छात्र संगठन 'जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस)' ने छात्र संघ चुनावों मेंं जीत दर्ज की है...
रविश कुमार, वरिष्ठ पत्रकार, एनडीटीवी
मध्य प्रदेश में छात्र संगठन के चुनाव में एबीवीपी की जीत की ख़बर छाई हुई है। जबलपुर से एनएसयूआई की जीत की खबर भी को जगह मिली है। लेकिन एक ऐसे छात्र संगठन की ख़बर दिल्ली तक नहीं पहुंची है। जबकि पत्रिका ने इसे पहले पन्ने पर लगाया है कि धार में जयस ने एबीवीपी के वर्चस्व को समाप्त कर दिया है। इस संगठन का नाम है जय आदिवासी युवा संगठन या जयस ।

रविवार, 29 अक्तूबर 2017

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उठी राष्ट्रव्यापी कानून की मांग

पत्रकारिता समकालीन घटनाओं के लिए समाज का आइना
वनांचल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। काशी पत्रकार संघ ने देश में पत्रकारों पर हो रहे हमलों और इसे रोकने में सरकारों के प्रयास की विफलता के विरोध में पूर्वांचल के पत्रकारों को एकजुट करने और इस मुद्दे पर अपनी व्यथा को सरकार तक पहुंचाने के लिए आज पराड़कर स्मृति भवन में पूर्वांचल पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आये पत्रकारों और वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकारों ने जोरदार अदांज से अपनी बातों को रखा। सभी वक्ताओं ने पेट और पीठ पर प्रहार से बचने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।

गुरुवार, 26 अक्तूबर 2017

सोशल मीडिया में खबरों की पुष्टि की गुंजाइश नहीं- अजय उपाध्याय

पराड़कर स्मृति भवन में संपादकाचार्य बाबूराव विष्णु राव पराड़कर जी की जयंती पर ‘समकालीन हिन्दी पत्रकारिता और सोशल मीडिया’ विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने व्यक्त किये विचार।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। पत्रकारिता वस्तुनिष्ठ है जबकि सोशल मीडिया ठीक इसके विपरीत है। प्रिंट मीडिया में खबरों की पुष्टि की जाती है, जबकि सोशल मीडिया में इसकी कोई गुंजाइश नहीं है। ऐसे में पत्रकारों का यह दायित्व बनता है कि वे अपने पेशे को पुनर्परिभाषित करें। यह विचार आज पराड़कर स्मृति भवन मेें संपादकाचार्य बाबूराव विष्णु राव पराड़कर  की जयंती पर ‘समकालीन हिन्दी पत्रकारिता और सोशल मीडिया’ विषयक संगोष्ठी में पत्रकारिता के मूर्धन्य विद्वान और हिन्दुस्तान व अमर उजाला के प्रधान संपादक रह चुके श्री अजय उपाध्याय ने व्यक्त किए।

रविवार, 15 अक्तूबर 2017

पटना में PM पर और काशी में CM पर फूंटा छात्रों का गुस्सा, कहीं दिखाये काले झंडे तो कहीं निकाला प्रतिरोध मार्च

विश्वविद्यालयों के भगवाकरण और उत्पीड़न के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
पटना/वाराणसी। देश में विश्वविद्यालयों के भगवाकरण और उत्पीड़न के खिलाफ छात्रों का गुस्सा शनिवार को सड़कों पर फूंटा। छात्रों ने जहां पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाए और पुलिस की लाठियां खाईं, वहीं उनके संसदीय क्षेत्र काशी में प्रतिरोध मार्च निकाला और सभा की।

गुरुवार, 12 अक्तूबर 2017

राजनीति आज देश का खजाना लूटने का धंधा है- विजय नारायण

संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए चौधरी राजेंद्र और मंचासीन अनीता
भारती, डॉ. दुर्गा श्रीवास्तव, अमरनाथ और विजय नारायण।
लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती और डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर आयोजित लोकतंत्रः गतिरोध और संभावनाएं विषयक संगोष्ठी में समाजवादियों, गांधीवादियों और वामपंथियों ने व्यक्त किये विचार।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। लोकनायक जय प्रकाश नारायण और डॉ. राम मनोहर लोहिया राजनीतिक और वैचारिक प्रतिबद्धता और समर्पण के प्रतीक हैं। उनका ना कोई घर था और ना ही कोई निश्चित पता। आज राजनीति से विचारधाराएं गायब हो गई हैं। उनकी जगह संप्रदायवाद और जातिवाद ने ले लिया है। राजनीति आज देश का खजाना लूटने का धंधा बन चुकी है।

सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

बहुजन नायकों के विचारों की गलत व्याख्या कर रही भाजपा

मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति छात्र कार्यक्रम आयोजन समिति की ओर से आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने बहुजन आंदोलन की दशा और दिशाविषयक गोष्ठी में रखी अपनी बात।  
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। आरएसएस और उसके राजनीतिक संगठन भाजपाके नेता बहुजन आंदोलन के नायकों की मूल रचनाओं पर अंकुश लगाकर युवाओं के सामने उसकी गलत व्याख्या पेश कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों समेत विभिन्न शिक्षण संस्थाओं को अपना हथियार बनाया है। उनके इस मकसद में बहुजन समुदाय के कुछ सत्तालोलुप और मौकापरस्त लोग उनकी सहायता कर रहे हैं जिनसे हमें सतर्क रहना है। ऐसे लोग बहुजन आंदोलन को खत्म करना चाह रहे हैं लेकिन बहुजन नायकों के विचारों की तपिश में ऐसी ताकतें भस्म हो जाएंगी और बहुजन राज करेंगे।

शुक्रवार, 29 सितंबर 2017

BHU: VC के बुने जाल में फंसे सभी, ये था असली ‘एजेंडा’ (भाग-2)


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से उनका जुड़ाव और इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की राजनीति इसमें उनकी मदद भी कर रही है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के बिना यह पूर्ण रूप से संभव नहीं है। जरूरी है कि कुलपति महोदय अपनी ओर उनका ध्यान खींचे और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा साबित कर सकें। लेकिन, कैसे? यही उनके लिए चुनौती थी...
शिव दास
त 21-27 सितंबर। यही वह अवधि थी जब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में नियुक्तियों और पदोन्नतियों के लिए साक्षात्कार चल रहा था। विश्वविद्यालय प्रशासन पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप भी लगे रहे थे। वंचित समुदाय के छात्र मनमाने ढंग से की जा रही नियुक्तियों को लेकर पिछले दो महीने से विरोध-प्रदर्शन कर विभिन्न संवैधानिक प्रावधानों के तहत प्रतिनिधित्व का अधिकार मांग रहे थे और विश्वविद्यालय प्रशासन की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय समेत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उससे जवाब मांगा था। संसद की पिछड़ा वर्ग समिति ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन से नियुक्तियों में धांधली और प्रतिनिधित्व के संवैधानिक अधिकार पर जवाब तलब किया था। सबसे महत्वपूर्ण बात इसी एक सप्ताह की अवधि के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी का प्रशासनिक और वित्तीय अधिकार छीनने वाला था और दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी कोशिश नाकाम हो चुकी थी।

गुरुवार, 28 सितंबर 2017

BHU: VC के बुने जाल में फंसे सभी, ये था असली ‘एजेंडा’-भाग-1

दरअसल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी बतौर कुलपति काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दूसरा कार्यकाल चाहते थे। इसके लिए उन्होंने एड़ी-चोटी तक जोर लगा दी थी लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। जब उन्हें विश्वास हो गया कि उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं मिलेगा तो उन्होंने आलाकमान के सामने अपने वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखा जो उन्हें मिल गई। उन्होंने इसका फायदा भी बखूबी उठाया...
शिव दास
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में छेड़खानी और उसके बाद उपजे हालात पर कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी का अड़ियल रवैया अनायास नहीं था। यह उनकी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था! इसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों समेत पत्रकार, नेता, पुलिस, प्रशासन और सरकार, सभी फंस गए। पिछले एक महीने से विश्वविद्यालय प्रशासन की गतिविधियों की पृष्ठभूमि में छिपे हालात और छात्राओं के आंदोलन के बाद कुलपति की गतिविधियां कुछ ऐसा ही इशारा कर रही हैं।

मंगलवार, 26 सितंबर 2017

BHU की छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में विपक्षी दलों ने उपवास रख दिया धरना, कहा-बीएचयू को संघिस्तान बनने नहीं देंगे

संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले भारत माता मंदिर परिसर में किया प्रदर्शन, कुलपति पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में विपक्षी दलों ने मंगलवार को भारत माता मंदिर परिसर में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सामुहिक उपवास रख धरना दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हम बीएचयू को संघिस्तान बनने नहीं देंगे। साथ ही उन्होंने लाठीचार्ज मामले में कुलपति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने न्यायालय से एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी।

सोमवार, 25 सितंबर 2017

BHU: तानाशाह कुलपति के निजी गुंडों ने छात्राओं पर पहले बरसाईं लाठियां, फिर बुलाई फोर्स

कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी, मुख्य आरक्षाधिकारी ओ.एन.सिंह और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने संयुक्त रूप से रची थी पुलिस फोर्स के बल पर  छात्राओं के आंदोलन को कुचने की साज़िश!
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शनिवार की रात कुलपति लॉज के सामने आंदोलनकारी छात्राओं पर कुलपति के निजी गुंडों (सुरक्षाकर्मी) ने ही पहले लाठियां बरसाई थीं जिसमें करीब आधा दर्जन छात्र एवं छात्राएं घायल हो गये। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को सूचना देकर भारी संख्या में पुलिस फोर्स बुलाई। कुछ ही देर में जिलाधिकारी सैकडों की संख्या में पुलिस फोर्स लेकर लंका स्थित सिंह द्वार पर धरना दे रही छात्राओं समेत छात्रों और मीडियाकर्मियों पर टूट पड़े। कुछ ही देर में सिंह द्वार खाली हो गया और छात्राओं को महिला महाविद्यालय की चहारदीवारी के अंदर कैद कर दिया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन के अंदर मौजूद विश्ववसनीय सूत्रों की मानें तो छात्राओं के आंदोलन को खत्म कराने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति और मुख्य आरक्षाधिकारी समेत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से ये रणनीति बनाई थी।

शनिवार, 23 सितंबर 2017

BHU की छात्राओं ने तोड़ी कुलपति की बेड़ियां, रात भर किया प्रदर्शन, कुलपति के आवास को भी घेरा

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार हो रही छेड़खानी के विरोध में सिंह द्वार पर पिछले 28घंटे से चल रहा है छात्राओं का धरना। छात्राओं के तीखे तेवर देखकर जिला प्रशासन ने बदला प्रधानमंत्री के दुर्गा मंदिर जाने का पूर्व निर्धारित रास्ता। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं ने शुुक्रवार की रात संस्कृति के नाम पर संघी कुलपति गिरीश चंंद्र त्रिपाठी द्वारा थोपी गई पाबंदियों को तोड़ दिया और छेड़खानी के विरोध मेें पूरी रात धरना प्रदर्शन किया। रात में ही छात्राओं ने कुलपति के आवास का घेराव किया। उधर विश्वविद्यालय परिसर में लगातार छेड़खानी से परेशान छात्राओं के तीखे तेवर देख जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्व निर्धारित रास्ता ही बदल दिया जो बीएचयू के सिंह द्वार से दो बार गुजरना था।

PM मोदी के 56 इंच के सीने पर भारी पड़ा BHU की छात्राओं का पसीना

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार हो रही छेड़खानी के विरोध में सिंह द्वार पर पिछले 24 घंटे से चल रहा है छात्राओं का धरना। छात्राओं के तीखे तेवर देखकर जिला प्रशासन ने बदला प्रधानमंत्री के दुर्गा मंदिर जाने का पूर्व निर्धारित रास्ता। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 56 इंच के सीने पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं का पसीना शुक्रवार को भारी पड़ गया। विश्वविद्यालय परिसर में लगातार छेड़खानी से परेशान छात्राओं के तीखे तेवर देख जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्व निर्धारित रास्ता ही बदल दिया जो बीएचयू के सिंह द्वार से दो बार गुजरना था।

शुक्रवार, 22 सितंबर 2017

PM और CM की मौजूदगी भी शांत नहीं कर पाई BHU की छात्राओं का गुस्सा, छेड़खानी के विरोध में बीएचयू गेट बंद कर दिन भर किया प्रदर्शन

कुलपति और प्राक्टोरियल बोर्ड पर फूंटा छात्राओं का गुस्सा
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार की शाम एक छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला शुक्रवार को आंदोलन का रूप ले लिया। पीड़ित छात्रा विश्वविद्यालय की सैकड़ों छात्राओं के साथ बीएचयू गेट बंद कर धरने पर बैठ गई जिससे प्रशासन की सांसें थम गईं। आनन फानन फोर्स तैनात कर दी लेकिन छात्राएं नहीं मानी। वे प्राक्टोरियल बोर्ड के गैरजिम्मेदार अधिकारियों और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना देती रहीं। शहर में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मौजूदगी भी उन्हें धरने से उठा नहीं सकी।

रविवार, 17 सितंबर 2017

BHU: यहां तो प्रॉक्टर भी नहीं है सुरक्षित, दिया इस्तीफा

डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्रा ने कला संकाय प्रमुख और विभागाध्यक्ष पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। जातिगत उत्पीड़न, लैंगिक भेदभाव, अवैध वसूली, छात्रों और पत्रकारों पर हमले के लिए बदनाम काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी के कार्यकाल में अब आरक्षाधिकारी (प्रॉक्टर) भी सुरक्षित नहीं हैं। ‘पूर्वांचल का ऑक्सफोर्ड’ के नाम से मशहूर इस विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के एक सदस्य ने शनिवार को स्वयं की सुरक्षा में असमर्थता जताते हुए प्रॉक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। इसमें उसने संकाय प्रमुख और विभागाध्यक्ष पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

सोमवार, 11 सितंबर 2017

BHU: यौन शोषण के आरोपी चिकित्सा अधीक्षक की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने निकाला सर्वदलीय न्याय मार्च

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में गत 5-7 जून को जहरीली गैस से हुई मरीजों की मौतों को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति ने खोला मोर्चा। हजारों की संख्या में राजनीतिज्ञों, नागरिकों और छात्रों ने बीएचयू से प्रधानमंत्री कार्यालय तक किया मार्च।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में गत 5-7 जून को कथित रूप से करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा मरीजों की मौत को लेकर स्थानीय नागरिकों समेत विपक्षी दलों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, भाकपा, आम आदमी पार्टी, फारवर्ड ब्लॉक आदि राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेताओं ने सोमवार को संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों की संख्या में लंका स्थित बीएचयू गेट से रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय तक मार्च किया और सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओपी उपाध्याय को बर्खास्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने डॉ. ओपी उपाध्याय को यौन शोषण और दुष्कर्म का आरोपी भी बताया और उसकी गिरफ्तारी की मांग की।

BHU अस्पताल में हुई मौतों को लेकर विपक्षी दलों ने फूंका बिगुल, मांगा इस्तीफा

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय की विभिन्न ओटीज में गत 5-7 जून के बीच मरीजों की मौत को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ निकाला न्याय मार्च।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में गत 5-7 जून को कथित जहरीली गैस से हुई मरीजों की मौत के मामले राजनीतिक रूप ले लिया है। विश्वविश्वविद्यालय और अस्पताल प्रशासन के उच्चाधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दलों ने सोमवार को लंका स्थित बीएचयू गेट से रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय तक केंद्र सरकार के खिलाफ निकाला न्याय मार्च निकाला। पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें...

सोमवार, 4 सितंबर 2017

अब तो BHU के नाम से दहशत हो गया है...


बेटी के गम में डूंबी शकुंतला और उनकी बेटी पूनम शर्मा
5-7 जून 2017। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का सर सुंदरलाल अस्पताल। कहीं शव पर सिर पटककर रोती महिलाएं तो कहीं कानों के परदे को चिरतीं चीखें। किसी के सपने टूटें तो किसी के रिश्ते। कोई जिम्मेदारियों से मुकरा तो कोई बांधा झूठ का पुलिंदा। इन सबके बीच थे तो कुछ सवाल जो अभी भी जवाब खोज रहे हैं। आखिर कौन है मौत का सौदागर? विश्वविद्यालय प्रशासन, चिकित्सक, ठेकेदार या फिर दवा बनाने वाली कंपनियां। कातिल कोई भी हो लेकिन असल में कुछ घर बर्बाद जरूर हुए। किसी के सिर से पिता का साया छिना तो किसी भाई की कलाई की राखी। किसी की मांग का सिंदूर उजड़ा तो किसी के परिवार का सहारा। और ये हुआ है कुछ गैर-जिम्मेदार लोगों की वजह से जिन्होंने चंद नोटों की लालच में मासूमों की जिंदगी का सौदा कर लिया। अब हालात ऐसे हैं कि लोग बीएचयू के नाम से खौफ खाते हैं। पढ़िये वनांचल एक्सप्रेस-मीडिया विजिल की यह संयुक्त रिपोर्टः   
वाराणसी से शिव दास की रिपोर्ट
ब तो बीएचयू के नाम से दहशत हो गया है, एकदम डर गये हैं भैया। बाहर ऑपरेशन कराते तो 25 हजार रुपये में आवारा-न्यारा हो जाता। क्या बताएं भैया जब मति भ्रष्ट होती है और जब तबाही आती है तो...वही तबाही आयी। अब देखिए जान बचती भी है कि नहीं। कुल मिलाकर 60-65 हजार रुपये भी इनवेस्ट हुआ और स्थिति ये है। हिम्मत नहीं पड़ रही है कि दोबारा वहां जाएं। और वहां गए तो कहीं ऐसी दवा मिल जाए कि वह सोयी की सोयी रह जाएं।

ST आयोग ने BHU को भेजा नोटिस, सात दिनों में मांगा जवाब

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महेश प्रसाद अहिरवार ने की थी नियुक्तियों में प्रतिनिधित्व नहीं मिलने की शिकायत।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्तियों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के सदस्यों को संवैधानिक प्रतिनिधित्व नहीं दिये जाने को अनुसूचित जनजाति आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने पिछले दिनों बीएचयू के कुलपति, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग को नोटिस जारी कर सुबूतों के साथ जवाब मांगा है। साथ ही आयोग ने निर्धारित समय में जवाब नहीं मिलने पर संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी करने की चेतावनी भी दी है। आयोग ने ये नोटिस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महेश प्रसाद अहिरवार की शिकायत पर जारी किया है।

रविवार, 3 सितंबर 2017

सर्वदलीय बैठक में गूंजा बीएचयू अस्पताल में मौतों का मुद्दा, होगा आंदोलन

सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते पूर्व विधायक अजय राय
हैंड्स ऑफ महामना एरा ने गैर-राजग पार्टियों की बुलाई थी सर्वदलीय बैठक। जनविरोधी बीएचयू प्रशासन और सत्ताधारी बीजेपी की नीतियों के भंडाफोड़ पर बनी सहमति।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में जहरीली नाइट्स आक्साइड गैस से हुई मौतों के मामले को लेकर नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान के सभागार में शनिवार को एनडीए विरोधी राजनीतिक पार्टियों की सर्वदलीय बैठक हुई। हैण्ड्स ऑफ महामना एरा बैनरतले आयोजित इस बैठक में वक्ताओं ने सर्वसम्मति से बीएचयू प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ जनांदोलन छेड़ने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने सामुहिक रूप से मार्च निकाल कर विश्वविद्यालय प्रशासन और बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने का निर्णय लिया।

शुक्रवार, 1 सितंबर 2017

BHU में फिर बरपा भगवा गुंडों कहर, प्रशासन की मौजूदगी में कट्टे की नोक पर छात्र को कक्षा से बाहर घसीटा, लात-घूंसों से पीटा और नंगा किया

आक्रोशित छात्रों ने घेरा थाना। हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिया धरना।
राजीव कुमार मौर्य
वाराणसी। शिक्षा के क्षेत्र में देश-विदेश में इतिहास रचने वाली महामना की बगिया इन दिनों भगवाधारी गुंडों की शरणस्थली बन गई है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में शुक्रवार को एक बार फिर भगवा गुंडों का कहर बरपा और इस बार शिकार हुआ दृश्य कला संकाय का छात्र समीर यादव। आरोप है कि हमलावरों ने कट्टे की नोंक पर समीर को कक्षा से बाहर घसीटा। फिर उसे नंगा किया और लात-घूंसों से इस कदर मारा कि वह बेहोश हो गया। समीर की रक्षा के लिये जब छात्र हमलावरों की ओर दौड़े तो वे उसे वहीं छोड़कर फरार हो गये। साथी छात्र पर दिनदहाड़े हुये इस हमले को लेकर भारी संख्या में छात्र धरने पर बैठ गए। दूसरी ओर हमलावरों को संरक्षण देने वाले विश्वविद्यालय प्रशासन ने संकाय में फोर्स तैनात कर दी।

गुरुवार, 31 अगस्त 2017

BJP की कमान खांटी अपराधियों के हाथों में है-दिलीप मंडल

दो लोकसभा चुनावों के बीच सबसे बड़ा चुनाव यूपी का विधानसभा चुनाव ही होता है। बीजेपी की नोटबंदी वाली रणनीति कामयाब रही...
वनांचल न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली। बीजेपी की रणनीति को राजनीति के नजरिए से मत देखिए। यह समझ में नहीं आएगी। इसे अपराधशास्त्र के नजरिए से देखिए। यह आडवाणी और वाजपेयी की बीजेपी नहीं है। बीजेपी की कमान खांटी अपराधियों के हाथों में हैं।