शनिवार, 5 अगस्त 2017

BHU में भगवा गुंडों ने छात्रों को पीटा, फिर कराया FIR

साइबर लाइब्रेरी में बैठने की सीट को लेकर समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं पर किया हमला।
वनांचल न्यूज नेटवर्क

वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली राजग सरकार के सत्ता में आते ही भगवा गुंडों का तांडव शुरू हो गया है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की साइबर लाइब्रेरी के बाहर शुक्रवार को भगवा पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने कुछ छात्रों पर हमला बोल दिया। फिर दोनों गुटों जमकर मारपीट हुई जिसमें दोनों तरफ से कई छात्र घायल हो गए। सुरक्षाकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। सूत्रों की मानें तो घटना साइबर लाइब्रेरी में बैठने की सीट को लेकर उठे विवाद की वजह से हुई।

जानकारी के मुताबिक एबीवीपी से जुड़े कुछ छात्र शुक्रवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की साइबर लाइब्रेरी में पहुंचे। वहां सीट पर पहले से बैठे एक छात्र को हटाने लगे। इसे लेकर उस छात्र की उनसे कहा सुनी हो गई। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। साइबर लाइब्रेरी से निकलकर वह छात्र बाहर आ गया और अपने कुछ दोस्तों से बातचीत करने लगा। इसी दौरान एबीवीपी के कुछ भगवा गमछाधारी कार्यकर्ता उन पर टूट पड़े। दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई जिसमें दोनों पक्षों के कई छात्र घायल हो गए। सुरक्षाकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। इस मामले में लंका थाना में एक एफआईआर भी दर्ज हुई है जिसमें समाजवादी छात्र सभा से जुड़े छात्र विवेक यादव, रजनीश यादव और आनंद कश्यप के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
BHU EXCLUSIVE: मनुवादी सवर्ण प्रशासकों ने आरक्षित वर्ग में असिस्टेंट प्रोफेसर के 141 पदों को किया खत्म

समाजवादी छात्र-सभा ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने एबीवीपी और भाजपा नेताओं के दबाव में उनके कार्यकर्ताओं पर आईपीसी की धारा-307 जैसे संगीन आरोपों में एफआईआर दर्ज किया है जबकि मामले में दोनों तरफ के छात्रों को चोटें आई थीं। उनका यह भी आरोप है कि एबीवीपी और भाजपा नेताओं के दबाव में पुलिस आरोपी छात्रों को गिरफ्तार करने की तैयारी में हैं। वहीं एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने समाजवादी छात्र सभा से जुड़े छात्रों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

मामला चाहे जो हो लेकिन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में भगवा गुंडों ने विरोधी विचारों वाले छात्रों पर साजिश के तहत हमला बोलना शुरू कर दिया है। इसमें प्रॉक्टोरियल बोर्ड में शामिल कुछ शिक्षक भी शामिल हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय में आरएसएस खेमे से नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसरों का भी हाथ है जो हॉस्टल में रहने वाले अगड़ी जातियों के छात्रों को लामबंद कर विरोधी विचारों के छात्रों पर लगातार हमले करवा रहे हैं। इनमें कुछ शिक्षक परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित विभागों में कार्यरत हैं। इतना ही नहीं, छात्रों पर हमला करने वाले भगवा गुंडे पुलिस की गिरफ्त में ना आ जाएं, इसके लिए भी उन्होंने विशेष व्यवस्था कर रखी है। उन्होंने परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर के पास पूर्व में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी हटवा दिया है। जो कुछ भी हैं, वे भी खराब हैं। इस वजह से छात्रों पर हमला करने वाले पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

बता दें कि गत सप्ताह भगवा गुंडों ने विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित एक दुकान में बैठे एक पत्रकार को भी जमकर मारा-पीटा था और उसके मोबाइल को छीनकर उसमें से अवैध वसूली का वीडियो डिलीट कर दिया था। दरअसल पत्रकार ने भगवा गुंडों द्वारा दुकानदारों से की जा रही अवैध वसूली का वीडियो बना लिया था।

सूबे में जबसे भाजपा की सरकार आई है, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में भगवा गुंडों का तांडव बढ़ गया है। शायद ही ऐसा कोई दिन हो जब परिसर में भगवा गुंडे किसी न किसी छात्र को न पीटते हों। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन अथवा पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती और ना ही केंद्र और राज्य की सत्ता में काबिज नुमाइंदों के कानों पर जूं रेंगती है।   

ये भी पढ़ेंः 
BHU EXCLUSIVE: मनुवादी सवर्ण प्रशासकों ने आरक्षित वर्ग में असिस्टेंट प्रोफेसर के 141 पदों को किया खत्म
BHU में SC, ST और OBC के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने की मांग को लेकर बहुजन छात्रों ने किया प्रदर्शन
विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शैक्षिक पदों पर आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर वाराणसी में प्रदर्शन
सामाजिक न्याय सम्मेलन में जाति नहीं, जमात को एकजुट करने का उठा मुद्दा
BHU समेत देश के विश्वविद्यालयों में आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन
EXCLUSIVE: वाराणसी में पुलिस ने दलित शिक्षिका को ‘जूता-चप्पलों की माला पहनाई और नंगा घुमाया’
BHU: डॉ. शोभना नर्लिकर के खिलाफ लामबंद हुए ये शिक्षक, देखिए सूची
UGC की नीतियों के खिलाफ छात्रों ने निकाला प्रतिरोध मार्च
BHU: जातिगत उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी के लिए छात्रों ने घेरा लंका थाना
BHU पत्रकारिता विभाग में वंचित वर्ग की शिक्षिका का उत्‍पीड़न, हिंदी के प्रोफेसर कुमार पंकज पर संगीन FIR

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you for comment