रविवार, 24 अप्रैल 2022

BHU:अंबेडकर जयंती मनाने और ब्राह्मणवाद के खिलाफ पोस्ट पर BCM से जुड़े छात्रों के साथ मारपीट, तहरीर के बाद भी दर्ज नहीं हुई FIR

भगत सिंह छात्र मोर्चा (BCM) से जुड़े अमन सिंह, अभिनव कुमार पाण्डेय और हरि प्रताप ने विश्वविद्यालय के छात्रों पर ही लगाया मारपीट करने का आरोप। तहरीर में लिखा- गोली मारकर गंगा में फेंकने की मिली धमकी। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। अगर आप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU)में अंबेडकर जयंती मनाते हैं और ब्राह्मणवाद के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखते हैं तो सावधान हो जाइए! विश्वविद्यालय में आपके साथ मारपीट हो सकती है। आपको गोली मारकर गंगा में फेंकने की धमकी मिल सकती है। ऐसा हम नहीं, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में सक्रिय वामपंथी छात्र संगठन 'भगत सिंह छात्र मोर्चा (BCM)'और उससे जुड़े छात्र कह रहे हैं। 

बीती रात ऐसा ही एक मामला सामने आया है। भगत सिंह छात्र मोर्चा (बीसीएम) से जुड़े और विश्वविद्यालय में बीए (द्वितीय वर्ष) के छात्र अमन सिंह ने आरोप लगाया है कि बीती रात करीब दस बजे विश्वविद्यालय के करीब एक दर्जन छात्रों ने उसका अपहरण कर लिया, गाली दी और बिड़ला-ए छात्रावास के कमरा संख्या-121 में ले जाकर उसके साथ मारपीट की। साथ ही उसने यह भी आरोप लगाया कि बीए (द्वितीय वर्ष) के छात्र विनित मिश्रा ने कट्टा दिखाते हुए गोली मारकर उसे गंगा में फेंक देने की धमकी दी।

पीड़ित छात्र अमन सिंह द्वारा लंका थाना में दी गई तहरीर

पीड़ित छात्र अमन सिंह तहरीर में आगे लिखता है कि कमल नयन, अंकित पाल और अन्य लोगों ने लंका स्थित बीएचयू गेट पर उसके साथियों अभिनव कुमार पांडेय, अभिषेक और हरि प्रताप के साथ मारपीट भी की। इससे पहले उसके सहपाठी योगेश कुमार के साथ भी विश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी परिसर में मारपीट की गई थी। पीड़ित छात्र ने अपनी तहरीर में बीए (द्वितीय वर्ष) के कमल नयन, विनित मिश्रा, अंकित पाल, हर्षित रावत, अरुण कुमार यादव, रौनक मिश्रा, बिट्टू कुमार और अन्य पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्र एफआईआर दर्ज कराने के लिए घंटों तक लंका थाने में बैठे रहे लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की थी। 

वहीं,  'भगत सिंह छात्र मोर्चा (BCM)'ने मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि संगठन ने गत 14 अप्रैल को विश्वविद्यालय परिसर में अम्बेडकर जयंती पर मार्च का आयोजन किया था। इसमें छात्रों ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ नारा लगाया था और लोगों से इसे खत्म करने के लिए अपील की गई थी। संगठन ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किये थे। इसके बाद संगठन से जुड़े छात्रों को धमकी मिलने लगी थी। इस संदर्भ में संगठन और उससे जुड़े छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को तहरीर भी दी थी। इसके बाद से ही विश्वविद्यालय में सक्रिय ब्राह्मणवादी तत्व संगठन से जुड़े छात्रों के साथ मारपीट कर रहे हैं। गत 22 अप्रैल को उन्होंने केंद्रीय पुस्तकालय परिसर में स्नातक (द्वितीय वर्ष) के छात्र योगेश कुमार के साथ मारपीट की थी। बीती रात को वे अमन सिंह का अपहरण कर बिड़ला छात्रावास में ले गए और उनके साथ मारपीट की। साथ ही उन्होंने कट्टा दिखाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। 

भगत सिंह छात्र मोर्चा ने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ढीला रवैया अपनाए हुए है। वह आरोपियों को लगातार संरक्षण दे रहा है। इनमें से कई अवैध रूप से बिड़ला छात्रावास में रह रहे हैं। छात्र संगठन बीसीएम ने अपने बयान में कहा है कि भारतीय समाज ब्राह्मणवादी समाज है। यहां लोग जन्म आधारित ऊंच-नीच वाली जातियों में बंटे हैं। इस व्यवस्था को खत्म किए बना बराबरी वाला समाज नहीं बन सकता है। 

भगत सिंह छात्र मोर्चा और पीड़ित छात्र अमन सिंह के आरोपों के बाबत वनांचल एक्सप्रेस ने विश्वविद्यालय के पीआरओ राजेश सिंह से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। खबर लिखे जाने तक आरोपी छात्रों का पक्ष भी नहीं मिल सका था। उनका पक्ष मिलते ही खबर में जोड़ दिया जाएगा।   

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