रविवार, 9 अगस्त 2020

BJP सरकार की राष्ट्रीय पेंशन योजना के खिलाफ शिक्षकों और कर्मचारियों ने फिर खोला मोर्चा, Twitter पर चलाया '#NPSनिजीकरणभारतछोड़ो' अभियान

अटेवा ने शनिवार को प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ई-मेल भेजकर नई पेंशन योजना को रद्द करने की मांग की।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में लागू भाजपा सरकार की राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS=National Pension Scheme) के खिलाफ शिक्षकों और कर्मचारियों ने आल टीचर्स/इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (ATEWA) के बैनर तले एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। पुरानी पेंशन योजना के राष्ट्रीय आंदोलन (NMOS=National Movement for Old Pension Scheme ) के तहत उन्होंने रविवार को सोशल वेबसाइट ट्विटर पर '#NPSनिजीकरणभारतछोड़ो' हैशटैग चलाया और देश में चल रही नई पेंशन योजना को रद्द कर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग की। खबर लिखे जाने तक यह हैशटैग भारत में 26वें नंबर पर ट्रेंड कर रहा था और एक लाख 92 हजार से ज्यादा ट्विट हो चुका था। इससे पहले उन्होंने शनिवार को देश के प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ई-मेल भेजने का अभियान चलाया था। 


अटेवा के ई-मेल अभियान के तहत शिक्षकों और कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री के नाम से लिखे पत्र में कहा, "देश मे लगभग 60 लारव NPS के कर्मचारी हैं। NPS के रूप में सरकारी कर्मचारियों का 10 प्रतिशत और सरकार का 14 प्रतिशत पैसा जमा होता है। दोनों को मिला दिया जाए तो 24 प्रतिशत पैसा कट रहा है। यह न तो कर्मचारी के काम आ रहा है ना ही सरकार के। इससे कर्मचारी, सरकार और देश सभी का नुकसान हो रहा है। यदि सरकार NPS रद्द कर पुरानी पेंशन बहाल करती है तो इससे कर्मचारी सामाजिक सुरक्षा के दायरे में तो आएंगे ही, साथ ही देश और सरकार का अरबों रुपया निजी हांथों में जाने से बच जाएगा। सरकार उससे विभिन्न प्रकार के विकासात्मक कार्य कर सकेगी। इससे देश तरक्की करेगा और खुशहाली की ओर कदम बढ़ाएगा।" उन्होंने आगे लिखा कि आपने कई महत्वपूर्ण  फैसले लिए हैं। उम्मीद करता हूं कि देश हित में एक बड़ा फैसला यह भी लेंगे  जिससे सरकारी कर्मचारी सहित स्वयं सरकार और देश का लाभ होगा। उन्होंने पत्र में प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वे सरकारी कर्मचारियों के लिए NPS रद्द कर पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करें। 

उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कोरोना महामारी काल के दौरान शिक्षकों और कर्मचारियों की भूमिक का भी उल्लेख किया है, "करोना महामारी एक वैश्विक महामारी है इस महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है । यह मानवता के लिए संकट का काल है इस संकट के समय  सभी अपने-अपने स्तर से सहयोग कर रहे है, सेवाएं दे रहे हैं। परंतु देश के सरकारी कर्मचारियों ने जिस तत्परता और सेवाभाव से काम किया, वह अद्वितीय है, अनुकरणीय है, प्रशंसनीय है। सरकारी कर्मचारी चाहे वह हमारे डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस, अर्द्धसैनिक, विद्युतकर्मी, सफाईकर्मी तथा रेलकर्मी व ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के लोग जो भी उक्त कार्य क्षेत्र में लगे हैं। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सभी ने अपनी जान हथेली पर रखकर सरकार के साथ और मानवता के साथ पूरी शिद्दत से खड़े हैं। ऐसे कोरोना योद्धाओं पर हम सभी भारतीयों को गर्व है । सरकारी कर्मचारी तन, मन, धन से कोरोना के खिलाफ जंग में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कई साथी तो सेवा के दौरान संक्रमित भी हो गए, लोगों की जान बचाने के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिये। फिर भी सेवा के कार्य मे दिन-रात लगे हुए हैं। साथ ही महामारी से लड़ने के लिए आर्थिक सहयोग भी किया। यह त्याग और बलिदान का उत्कृष्टतम उदाहरण है।"

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की अगुआई वाली भाजपा की केंद्र सरकार ने 22 दिसंबर 2003 को पुरानी पेंशन योजना को खत्म कर नई राष्ट्रीय पेंशन योजना को लागू करने की अधिसूचना जारी की थी जो 1 जनवरी 2004 से देश में लागू हो गयी। उसके बाद से ही शिक्षकों और कर्मचारियों ने देश की नई पेंशन योजना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसके लिए वे सड़कों से लेकर न्यायालय तक संघर्ष कर चुके हैं लेकिन भाजपा सरकार ने अभी तक उनकी मांगे नहीं मांगी है। वे अटेवा के बैनर तले एक बार फिर नई पेंशन योजना को खत्म कर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए अभियान चला रहे हैं। 

सोनभद्र से मिली जानकारी के मुताबिक अटेवा की जिला इकाई ने अटेवा/NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धू के आवाह्न पर पूरे भारतवर्ष के पेंशनविहीन कर्मचारियों ने ट्वीट के जरिए हैशटैग #NPS/निजीकरणभारतछोड़ो आज पूरे दिन ट्विटर पर ट्रेंड कराया। इसमें जनपद सोनभद्र के भी समस्त पेंशनविहीन कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए ट्विटर के जरिए ट्विट कर अटेवा के इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके लिए अटेवा की जनपद इकाई ने शनिवार को ट्विटर अभियान के लिए ऑनलाइन बैठक की थी। बैठक में रविवार को ट्विटर अभियान को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई थी। संगठन के जिलाध्याक्ष राज कुमार मौर्य की ओर से जारी सूचना के मुताबिक बैठक में मंडलीय मंत्री राम गोपाल यादव ने नई और पुरानी पेंशन योजना के अंतर समझाया था। ऑनलाइन बैठक में संगठन के कमलेश यादव, प्रदेश प्रभारी महिला प्रकोष्ठ रंजना सिंह, सूर्य प्रकाश, सर्वेश तिवारी, रवि प्रकाश, राजेश सिंह, बिहारी लाल, उमा सिंह, मनोज कुमार, राजेश वैश्य, बीएन सिंह आदि शामिल रहे थे।  

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