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मंगलवार, 3 दिसंबर 2019

हमलों के दौर में नेटवर्क और सहकारी मंच खड़ा करें ग्रामीण पत्रकार:पी साईनाथ

पत्रकारों पर हमले के विरुद्ध समिति (CAAJ) ने द्वारा पराड़कर स्मृति सभागार में आयोजित 'कितनी आजाद है ग्रामीण पत्रकारों की कलम?' विषय पर रखी अपनी बात।
कार्यक्रम में यायावर पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव की पहली पुस्तक 'देसगांव' का हुआ विमोचन। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी, 29 नवंबर, 2019। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा सीट पवित्र नगरी काशी पिछले शुक्रवार एक ऐतिहासिक आयोजन का गवाह बनी, जब दि हिंदू के पूर्व संपादक (ग्रामीण मामले) और प्रसिद्ध पत्रकार पी. साइनाथ ने काशी पत्रकार संघ के पराड़कर स्मृति भवन में ग्रामीण पत्रकारों की आज़ादी के विषय पर एक झकझोरने वाला व्याख्यान दिया।

गुरुवार, 7 नवंबर 2019

वाराणसी में कुम्हारों ने भाजपा सरकार के खिलाफ निकाला मार्च, SC वर्ग में शामिल करने की मांग की


इलेक्ट्रॉनिक चाक के उपयोग पर आने वाले बिजली बिल को माफ करने, कुम्हारों के तीन पहिया ठेला को नगर निगम के कर से मुक्त करने, कुम्हारों समेत अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल अन्य 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने, कैंट रेलवे स्टेशन का नाम भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के सदस्य डॉ. रत्नप्पा कुम्हार के नाम पर रखने, कुम्हारी कला के लिए ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराने और फाइबर-पन्नी-थर्माकोल के उपयोग को पूरी तरह से  प्रतिबंधित करने की मांग भी की।
वनांचल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों से बार-बार छले जाने से नाराज कुम्हारों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय शहर वाराणसी में भाजपा नीत केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ मार्च निकाला। मार्च में कुम्हारों ने इलेक्ट्रॉनिक चाक के उपयोग पर आने वाले बिजली बिल को माफ करने, कुम्हारों के तीन पहिया ठेला को नगर निगम के कर से मुक्त करने, कुम्हारों समेत अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल अन्य 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने, कैंट रेलवे स्टेशन का नाम भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के सदस्य डॉ. रत्नप्पा कुम्हार के नाम पर रखने, कुम्हारी कला के लिए ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराने और फाइबर-पन्नी-थर्माकोल के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंध करने की मांग की। साथ ही कुम्हारों ने चेतावनी दी कि अगर हमारी उक्त मांगे नहीं मानी गईं तो कुम्हार समुदाय अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ पूरे देश में आंदोलन छेड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।

रविवार, 17 जून 2018

PM के संसदीय क्षेत्र में शिक्षा के निजीकरण का हुआ विरोध, समान शिक्षा प्रणाली के लिए निकली 'समान शिक्षा अधिकार यात्रा'

समान शिक्षा अधिकार मंच के बैनर तले वाराणसी-चंदौली-सोनभद्र-मिर्जापुर-वाराणसी तक मोटरसाइकिलों से समाजसेवी निकाल रहे समान शिक्षा अधिकार यात्रा।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। शिक्षा के निजीकरण से देश में बढ़ती विषमता पर चिंतित 'समान शिक्षा अधिकार मंच' ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से मोर्चा खोल दिया है। मंच ने रविवार को स्थानीय महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गेट संख्या-एक से तीन दिवसीय 'समान शिक्षा अधिकार यात्रा' निकाली जो चंदौली-सोनभद्र-मिर्जापुर से होते हुए वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार तक जाएगी। करीब आधा दर्जन मोटरसाइकिलों पर सवार मंच के साथियों ने समान शिक्षा प्रणाली के प्रति लोगों को जागरूक करने और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश को लागू कराने में जनमर्थन हासिल करने के लिए इस यात्रा को निकाले जाने का दावा किया।

शनिवार, 5 मई 2018

BHU: पिज्जा-कोल्डड्रिंक के बयान से भड़की छात्राओं ने दिया धरना, चीफ प्रॉक्टर का मांगा इस्तीफा

छात्राओं ने चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह द्वारा दर्ज एफआईआर को वापस लेने के साथ मीडिया में माफी मांगने की मांग की। महिला महाविद्यालय के गेट के सामने एक घंटे तक दिया धरना, फिर निकाला प्रतिरोध मार्च।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की पहली महिला चीफ प्रॉक्टर प्रो. रोयाना सिंह के 'पिज्जा और कोल्डड्रिंक' केे बयान और उसके बाद छात्र-छात्राओं पर हुए एफआईआर (प्रथम सूचना रपट) ने शनिवार को तूल पकड़ लिया। शनिवार की शाम सैकड़ों छात्राएं रोयाना सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए महिला महाविद्यालय गेट के सामने धरने पर बैठ गईं और नारेबाजी करने लगीं। छात्राओं ने एक सुर में चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह द्वारा दर्ज एफआईआर को वापस लेने के साथ मीडिया में अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग करने लगीं। थोड़ी देर में ही दर्जनों छात्रों का एक समूह उनके समर्थन में धरना में शामिल हो गया और सभी ने करीब एक घंटे तक वहां धरना-प्रदर्शन किया। फिर उन्होंने एक प्रतिरोध मार्च निकाला जो महिला महाविद्यालय गेट से निकलकर लंका स्थित सिंह द्वार तक गया।

मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

काशी की सडकों पर फूंटा बहुजनों का गुस्सा, भारत बंद के समर्थन में भाकपा-माले ने भी निकाला मार्च

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगे "नरेन्द्र मोदी...मुर्दाबाद-मुर्दाबाद" के नारे। पुलिस बनी रही मूकदर्शक।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुुुसूूूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को निष्प्रभावी बनाने में केंद्र सरकार  की भूमिका और बहुजन समुदाय विरोधी उसकी नीतियोंं, खासकर आरक्षण विरोधी, के खिलाफ बहुजनों ने सोमवार को वाराणसी की सड़कों पर प्रतिरोध मार्च निकाला और व्वसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया। इसे लेकर पुलिस प्रशासन और भारत बंद समर्थकों में नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान "नरेन्द्र मोदी...मुर्दाबाद-मुर्दाबाद" और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद आदि के नारे भी लगे। आखिर में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भारत बंद कराने सफल रहे। उधर जिला मुख्यालय पर भाकपा माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक मनीष शर्मा के नेतृत्व में मार्च निकालकर बहुजनों के भारत बंद को समर्थन दिया।

मंगलवार, 23 जनवरी 2018

भाषायी भेदभाव के खिलाफ काशी में प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रतियोगी छात्रों ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश सिविल जज (जूनियर डिविजन) की मुख्य परीक्षा में भाषा के प्रश्न-पत्र में अंग्रेजी के साथ हिन्दी भाषा के सवालों को शामिल करने की मांग...
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा में भाषा के आधार पर हो रहे भेदभाव और अवसर की बाध्यता को लेकर ‘काशी न्यायिक सेवा समानता मंच’ के बैनर तले सैकड़ों प्रतियोगी छात्रों ने आज रविन्द्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रदर्शन किया और लंका स्थित सिंह द्वार से प्रधानमंत्री कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। 

सोमवार, 4 सितंबर 2017

अब तो BHU के नाम से दहशत हो गया है...


बेटी के गम में डूंबी शकुंतला और उनकी बेटी पूनम शर्मा
5-7 जून 2017। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का सर सुंदरलाल अस्पताल। कहीं शव पर सिर पटककर रोती महिलाएं तो कहीं कानों के परदे को चिरतीं चीखें। किसी के सपने टूटें तो किसी के रिश्ते। कोई जिम्मेदारियों से मुकरा तो कोई बांधा झूठ का पुलिंदा। इन सबके बीच थे तो कुछ सवाल जो अभी भी जवाब खोज रहे हैं। आखिर कौन है मौत का सौदागर? विश्वविद्यालय प्रशासन, चिकित्सक, ठेकेदार या फिर दवा बनाने वाली कंपनियां। कातिल कोई भी हो लेकिन असल में कुछ घर बर्बाद जरूर हुए। किसी के सिर से पिता का साया छिना तो किसी भाई की कलाई की राखी। किसी की मांग का सिंदूर उजड़ा तो किसी के परिवार का सहारा। और ये हुआ है कुछ गैर-जिम्मेदार लोगों की वजह से जिन्होंने चंद नोटों की लालच में मासूमों की जिंदगी का सौदा कर लिया। अब हालात ऐसे हैं कि लोग बीएचयू के नाम से खौफ खाते हैं। पढ़िये वनांचल एक्सप्रेस-मीडिया विजिल की यह संयुक्त रिपोर्टः   
वाराणसी से शिव दास की रिपोर्ट
ब तो बीएचयू के नाम से दहशत हो गया है, एकदम डर गये हैं भैया। बाहर ऑपरेशन कराते तो 25 हजार रुपये में आवारा-न्यारा हो जाता। क्या बताएं भैया जब मति भ्रष्ट होती है और जब तबाही आती है तो...वही तबाही आयी। अब देखिए जान बचती भी है कि नहीं। कुल मिलाकर 60-65 हजार रुपये भी इनवेस्ट हुआ और स्थिति ये है। हिम्मत नहीं पड़ रही है कि दोबारा वहां जाएं। और वहां गए तो कहीं ऐसी दवा मिल जाए कि वह सोयी की सोयी रह जाएं।

रविवार, 3 सितंबर 2017

सर्वदलीय बैठक में गूंजा बीएचयू अस्पताल में मौतों का मुद्दा, होगा आंदोलन

सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते पूर्व विधायक अजय राय
हैंड्स ऑफ महामना एरा ने गैर-राजग पार्टियों की बुलाई थी सर्वदलीय बैठक। जनविरोधी बीएचयू प्रशासन और सत्ताधारी बीजेपी की नीतियों के भंडाफोड़ पर बनी सहमति।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में जहरीली नाइट्स आक्साइड गैस से हुई मौतों के मामले को लेकर नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान के सभागार में शनिवार को एनडीए विरोधी राजनीतिक पार्टियों की सर्वदलीय बैठक हुई। हैण्ड्स ऑफ महामना एरा बैनरतले आयोजित इस बैठक में वक्ताओं ने सर्वसम्मति से बीएचयू प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ जनांदोलन छेड़ने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने सामुहिक रूप से मार्च निकाल कर विश्वविद्यालय प्रशासन और बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने का निर्णय लिया।

शनिवार, 5 अगस्त 2017

BHU में भगवा गुंडों ने छात्रों को पीटा, फिर कराया FIR

साइबर लाइब्रेरी में बैठने की सीट को लेकर समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं पर किया हमला।
वनांचल न्यूज नेटवर्क

वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली राजग सरकार के सत्ता में आते ही भगवा गुंडों का तांडव शुरू हो गया है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की साइबर लाइब्रेरी के बाहर शुक्रवार को भगवा पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने कुछ छात्रों पर हमला बोल दिया। फिर दोनों गुटों जमकर मारपीट हुई जिसमें दोनों तरफ से कई छात्र घायल हो गए। सुरक्षाकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। सूत्रों की मानें तो घटना साइबर लाइब्रेरी में बैठने की सीट को लेकर उठे विवाद की वजह से हुई।

मंगलवार, 1 अगस्त 2017

विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शैक्षिक पदों पर आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर वाराणसी में प्रदर्शन

आल इंडिया डॉ. अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन के बैनर तले बहुजनों ने दिया धरना।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शैक्षिक पदों पर आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर आल इंडिया डॉ. अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन के बैनर तले बहुजनों ने आज वाराणसी के भारत माता मंदिर परिसर में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने आरक्षण के खिलाफ भाजपा और आएसएस की नीतियों की जमकर मुखालफत की।


रविवार, 30 जुलाई 2017

पीएम मोदी की ‘मन की बात’ के साथ आज वाराणसी में होगी आरक्षण पर उनकी नीतियों की बात

भाजपा की अगुआई में केंद्र की सत्ता में काबिज राजग सरकार द्वारा पिछड़ों के अधिकारों पर हो रहे हमलों पर भारतीय समता परिवार एवं सामाजिक न्याय मोर्चा संयुक्त रूप से मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति भवन में आयोजित कर रहा है सामाजिक न्याय सम्मेलन’।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात के साथ आज उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सामाजिक न्याय और आरक्षण की बात होगी। मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति सभागार में पूर्वान्ह 11 बजे से आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में केंद्र की सत्ता में काबिज राजग सरकार की नीतियों पर पिछड़ा समुदाय अपनी बात रखेगा जिसमें सामाजिक एवं आर्थिक न्याय, दलितों एवं पिछड़ों का आरक्षण, बेरोजगारी, दोहरी शिक्षा प्रणाली, शिक्षा का व्यवसायीकरण, राजनीति का अपराधीकरण और भ्रष्टाचार के मुद्दे शामिल होंगे।

बुधवार, 19 जुलाई 2017

EXCLUSIVE: वाराणसी में पुलिस ने दलित शिक्षिका को ‘जूता-चप्पलों की माला पहनाई और नंगा घुमाया’

लंका थाना पुलिस ने पीड़ता की तहरीर में उल्लेखित आरोपों को दरकिनार कर मनमुताबिक धारा में दर्ज किया एफआईआर।
Reported by राजीव कुमार मौर्य, विधि संवाददाता
वाराणसी। अवैध वसूली, उत्पीड़न और मानवाधिकार हनन के गैर-कानूनी कारनामों में बदनाम उत्तर प्रदेश पुलिस का एक नया कारनामा सामने आया है। लंका थाना पुलिस ने अपने यहां दर्ज एफ.आई.आर. में दलित उत्पीड़न की शिकार महिला शिक्षिका को ना केवल जूता-चप्पलों की माला पहनाई, बल्कि उसे नंगा तक घुमा दिया जबकि पीड़िता ने अपनी तहरीर में कहीं भी इन शब्दों का जिक्र नहीं किया है।

मंगलवार, 24 जनवरी 2017

पूर्वांचल के नर्सिंग स्कूलों में उड़ रही श्रम कानूनों की धज्जियां, विभाग खामोश

फाइल फोटो
अर्न लीव, मेडिकल लीव, मैटर्निटी लीव, पीएफ, ईएसआईसी, वार्षिक बोनस आदि की सुविधाओं समेत निर्धारित वेतनमान से वंचित हैं शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी।  
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सिंग कर्मचारियों की बढ़ती मांग पूर्वांचल में शिक्षा-माफियाओं और निजी अस्पताल के संचालकों के लिए धन-उगाही का गोरखधंधा बन गई है। वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली समेत पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में सैकड़ों ऐसे नर्सिंग स्कूल संचालित हो रहे हैं जो इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी), नई दिल्ली के मानकों और श्रम कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। अगर केवल श्रम कानूनों के अनुपालन की बात करें तो इसमें पूर्वांचल के सभी नर्सिंग स्कूल फिसड्डी साबित हो रहे हैं।

शुक्रवार, 13 जनवरी 2017

पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप की पात्रता में एससी, एसटी और ओबीसी की रियायत खत्म, सड़कों पर उतरे शोधार्थी

वाराणसी में शोधार्थियों ने किया विरोध प्रदर्शन
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप की पात्रता में एससी, एसटी और ओबीसी को मिल रही रियायत खत्म कर दी है। इन वर्गों के अभ्यर्थियों को भी अब सामान्य वर्ग के बराबर अंक हासिल (60 प्रतिशत) करने पर ही इस फेलोशिप का लाभ मिलेगा। आयोग ने पात्र अभ्यर्थियों से आगामी 16 जनवरी – 14 फरवरी के बीच आयोजित बैठक में दावा प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया है। वहीं यूजीसी के इस फैसले के खिलाफ आरक्षित वर्ग के शोधार्थियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। साथ ही वे मामले में याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।

सोमवार, 26 सितंबर 2016

आरएसएस का निछद्दम राज है और विपक्ष गायब है- प्रो. चौथी राम यादव


'वनांचल लेखक एवं पत्रकार मंच' तथा 'रीडिंग रूम्स पब्लिकेशन, नई दिल्ली' के संयुक्त तत्वावधान में 'साहित्य और मीडिया में सत्ता की घुसपैठ' विषयक गोष्ठी का हुआ आयोजन

वनांचल न्यूज़ नेटवर्क 

वाराणसीलोकसभा चुनाव-2014 के बाद परिस्थितियां तेजी से बदली हैं और यह पहली बार है कि लेखकों के लिखने और बोलने एवं उनकी अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदियां लगाई जा रही हैं और लेखकों की हत्याएं हो रही हैं। यह शुद्ध रूप से उग्र हिंदुत्ववादी आरएसएस की सरकार है जो कि अपनी पूर्ववर्ती एनडीए सरकार से भी भिन्न है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय भी लेखकों और मीडिया पर इस तरीके के हमले नहीं हुए। आरएसएस का निछद्दम राज है और विपक्ष गायब है।

शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2016

रोहित वेमुला और जेएनयू के समर्थन में सड़क पर उतरे विद्यापीठ के शिक्षक और छात्र




प्रतिवाद मार्च निकालकर कथित राष्ट्रवादियों को दिया जवाब।

वनांचल न्यूज नेटवर्क

वाराणसी। रोहित वेमुला को न्याय दिलाने, दोषी मंत्रियों को जेल भेजने, कन्हैया सहित जेएनयू के छात्रों पर देशद्रोह का फर्जी मुकदमा वापस लेकर उन्हें रिहा करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के अध्यापकों और छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के गेट संख्या-दो से प्रतिवाद मार्च निकाला और सभा की। उन्होंने संघ और भाजपा पोषित छद्म राष्ट्रवाद के खिलाफ युवाओं को शहीद भगत सिंह और डॉ. भीम राव अबेंडर के रास्तों पर चलने का आह्वान किया। 



प्रतिवाद मार्च में निरंजन सहाय, रेशम लाल, अनुराग कुमार, वीके सिंह आदि शिक्षक प्रमुख रूप से शामिल रहे। इनके अलावा सैकड़ों की संख्या में विद्यापीठ के छात्र एवं छात्राओं ने मार्च में हिस्सा लिया।