बुधवार, 7 जून 2017

मध्य प्रदेश में किसानों की हत्या के विरोध में वाराणसी में निकला विरोध मार्च

ज्वाइंट एक्शन कमेटी, बीएचयू के बैनर तले सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों ने बीएचयू गेट से असि घाट तक निकाला मार्च।
वनांचल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों की हत्या के विरोध में ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों लंका स्थित बीएचयू गेट से असि घाट तक विरोध मार्च निकाला। साथ ही केंद्र की भाजपा सरकार समेत राज्य की शिवराज चौहान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
असि घाट पर सभा के दौरान वक्ताओं ने किसानों के हालात समेत मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार समेत केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की। सभा में राम जनम, एसपी राय, रामायण राम, राजीव मौर्य, एकता, रौशन पांडे, रवि शेखर, बिजेंद्र मीणा, आनंद प्रकाश तिवारी, जागृति राही फादर आनंद, प्रो सोमनाथ त्रिपाठी, सतीश सिंह, डॉ नीता चौबे, अनूप श्रमिक, निहार भट्टाचार्य, दिवाकर सिंह, अमरेंद्र प्रताप,चांदनी पटेल, मुकेश उपाध्याय, युध्देश, शिद्धान्त, प्रेम सोनकर, तौसीफ रजा, अनूप श्रमिक, विनय शंकर राय, कुसुम वर्मा, अतुल यादव, कृष्ण मोहन लाल, मुकेश उपाध्याय, संदीप प्रजापति, पंकज, अजय पटेल, महेंद्र राठौड़, प्रेम सोनकर, सुनील, इंदु पांडे, ओम शुक्ल, चंचल शर्मा, उपस्थित रहे । संचालन धनंजय त्रिपाठी ने किया। 
ज्वाइंट एक्शन कमेटी, बीएचयू की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति नीचे दी जा रही है...--  

मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर फायरिंग एव उनकी हत्या की आंच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी पहुंच गई है । घटना के विरोध में जॉइंट एक्शन कमेटी  बीएचयू के नेतृत्व में लंका स्थित बी एच यू गेट से अस्सी घाट तक पैदल मार्च निकाला गया और सभा की गई । गोली से मृत किसानों के प्रति श्रद्धांजलि दी गयी तथा घायल लोगो के प्रति अपनी सवेंदना व्यक्त की।प्रदर्शन के दौरान सभी लोग अपने चेहरे को विरोध स्वरूप लाल रंग से रंगे हुए थे, लाल गुलाल रंगे चेहरों के बाबत कहा की ये रंग किसानो के लहू को प्रतिदर्श करते हुए चेहरे पर दिखलाई दे रहा है ।कमेटी के लोगो ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की खामोशी इस बात का प्रमाण है कि इस घटना के प्रति असवेदनशील है सरकार ,भाजपा सरकार दलित किसान छात्र विरोधी है ।कर्जमाफी का झूठा वादा करके सत्ता में आई भाजपा सरकार किसानों की हत्या करवा रही है ।मार्च लंका से अस्सी घाट जाकर सभा मे तब्दील हो गयी ।कार्यक्रम की शुरुवात में किसान नेता रामजन्म ने कहा कि मध्यप्रदेश के मंदसौर में चल रहे किसान आंदोलन स्पष्ट मांग थी और आस्चर्य है की उन मांगो को बीजेपी ने चुनाव पूर्व अपने घोषणापत्र में भी स्थान दिया हुआ है। आज जब सरकार बन गयी है तो ये लोग पूंजीपति चंदा दानदाताओ को लाभ पंहुचाने के चक्कर में गरीब किसान मजदुर युवाओ की उस फौज को भूल रहे है जिनके वोट से ये सरकार में आए है।  

किसानों की सरकार से मांगें:

-सरकारी डेयरी द्वारा दूध खरीदी के दाम बढ़ाए जाएं।
-फसलों का उचित दाम किसानों को मिलें।
-स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू की जाएं जिनमें कहा गया है कि किसी फसल पर जितना खर्च आता है, सरकार उसका डेढ़ गुना दाम दिलाए।
-1 जून से शुरू हुए आंदोलन में जिन किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाए।
-मध्यप्रदेश के किसानों की कर्जमाफी
*राष्ट्रीय कृषि नीति आयोग की तत्काल गठन कि मांग भी शामिल हो आगे से , जहाँ कम से कम किसान अपनी बात तो रख सके*

किसानों ने मांगा हक ,मिली मौत : 
भारत के अन्नदाता किसान ने केवल अपना हक मांगा था ।देश मे किसान बदहाल है सरकार से अपनी पीड़ा कही और अपना हक मांगा बदले में शिवराज सरकार ने मौत की नीद सुला दिया । जॉइंट एक्शन कमेटी ने आरोप लगाया कि बदहाली का जीवन जीने के अभिशप्त किसानों को भाजपा सरकार ने गोली चलवाकर मौत की नीद सुला दिया ।देश मे अघोषित आपातकाल जैसे हालात है सरकार और मीडिया गरीबो की जिंदगी के साथ खेल रही है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित मे  कोई योजना नही बनाया । केवल झूठो वादों के बल पर सत्ता में आई भाजपा सरकार किसानों के साथ छल कर रही है किसान की कीमत गोली के रूप में दे रही है जो काफी निंदनीय है देश की आवाम कभी माफ नही करेगी देश के किसान के साथ शिवराज सरकार खिलवाड़ कर रही है । समाजसेवी  एस पी राय ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी हर हाल में लागू हो जो किसान के हित मे है।रामायण पटेल ने कहा कि देश के निजाम के पास किसान की पीड़ा समझने के लिए वक्त नही है इस तरह की निकम्मी सरकार की देश को कोई जरूरत नही है ।सरकार बिचौलियों को मौका दे रही लेकिन किसान अपना हक मांग रहे है तो गोली दे रहे है उनकी जिंदगियां छीन रही है ।जागृति राही ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार व्यापम घोटाले को दबाने के लिए किसानों पर गोली चलवाई देश को कुपोषण मुक्त बनाने वाले  किसान की हत्यारी सरकार है ।रविशेखर ने कहा कि किसान पर किसी भी प्रकार का जुल्म नही बर्दाश्त करेंगे।हम हर कदम पर किसान विरोधी सरकार का विरोध करते रहेंगे।डॉ प्रभात महान ने कहा कि  भारत का किसान देश का अन्नदाता है उसके बाद भी मोदी सरकार पत्थरो में अपने अन्नदाता को खोज रही है ।किसान ही मोदी सरकार की ताबूत में आखिरी कील ठोकेंगे ।


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