शुक्रवार, 24 जून 2022

बनारस में पुलिस की घेराबंदी के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने 'अग्निपथ भर्ती योजना' के खिलाफ किया प्रदर्शन, पुलिस हिरासत में रहे भाकपा (माले) के नेता

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में भारतीय सेना की 'अग्निपथ भर्ती योजना' की अधिसूचना को तत्काल निरस्त करने की  मांग की। एसीएम चतुर्थ को सौंपा ज्ञापन।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी/बलिया/देवरिया/ इलाहाबाद। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान और मजदूर संगठनों के नेताओं ने आज संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में भारतीय सेना की 'अग्निपथ भर्ती योजना' के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। बनारस स्थित शास्त्री घाट पर पुलिस की घेराबंदी के बीच उन्होंने 'अग्निपथ भर्ती योजना' की अधिसूचना को तत्काल रद्द करने की मांग की। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित विभिन्न मांगों वाला ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा। 

शास्त्री घाट पर पुलिस फोर्स की घेराबंदी में नारेबाजी करते किसान और मजदूर नेता

संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिला मुख्यालय समेत विभिन्न इलाकों में भारी पुलिस फोर्स आज सुबह से ही तैनात थी। शास्त्री घाट को जाने वाले रास्ते पर करीब दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी और पुलिस अधिकारी आज सुबह से ही तैनात थे। 

शास्त्री घाट को जाने वाले रास्ते पर तैनात पुलिस फोर्स

संयुक्त किसान मोर्चा की स्थानीय इकाई समेत विभिन्न किसान और मजदूर संगठनों के नेता करीब बारह बजे शास्त्री घाट की ओर जाने लगे थे लेकिन रास्ते पर पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। उन्हें वहां मजिस्ट्रेट अंशिका दीक्षित के आने तक रोके रखा। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में प्रदर्शनकारी शास्त्री घाट पर पहुंचे और वहां उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। 

शास्त्री घाट को जाने वाले रास्ते पर किसान और मजदूर नेताओं को रोकते पुलिसकर्मी

ज्ञापन में उन्होंने राष्ट्रपति से 'अग्निपथ भर्ती योजना' की अधिसूचना को तत्काल रद्द करने, भारतीय सेना में पिछली बकाया 1250000 रिक्तियों और इस वर्ष रिक्त होने वाले करीब 60000 पदों पर तत्काल भर्ती करने, पूर्व से चली आ रही सेना की भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करने, पिछले दो साल से भर्ती नहीं होने की वजह से नई भर्ती की सामान्य प्रक्रिया में युवाओं की आयु में दो वर्ष की छूट देने, भर्ती के लिए आवेदकों से हलफनामा नहीं लेने और 'अग्निपथ भर्ती योजना' का विरोध करने वाले युवाओं पर दर्ज झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग की। 

शास्त्री घाट पर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एसीएम-IV अंशिका दीक्षित को ज्ञापन सौंपते प्रदर्शनकारी

संयुक्त किसान मोर्चा ने 'अग्निपथ भर्ती योजना' को जवान विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी बताया करार दिया है। उसने कहा है कि 'अग्निपथ भर्ती योजना' न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा और बेरोजगार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ है, बल्कि देश के किसान परिवारों के साथ भी धोखा है। इस देश का जवान वर्दीधारी किसान है। अधिकांश सैनिक किसान परिवार से हैं। सेना की नौकरी लाखों किसान परिवारों के मान और आर्थिक संबल से जुड़ी है। यह देश के लिए शर्म का विषय है की "वन रैंक वन पेंशन" के वादे के साथ पूर्व सैनिकों की रैली से अपना विजय अभियान शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब "नो रैंक नो पेंशन" की इस योजना को लाद दिया है। सेना में नियमित भर्ती में भारी कटौती उन किसान पुत्रों के साथ धोखा है जिन्होंने बरसों से फौज में सेवा करने का सपना संजोया था।

मोर्चा ने यह भी कहा कि यह संयोग नहीं है कि इस योजना में "ऑल इंडिया ऑल क्लास" के नियम से भर्ती करने पर उन सभी इलाकों से भर्ती में सबसे ज्यादा कटौती होगी जहां किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया था। किसान आंदोलन के हाथों अपनी पराजय से तिलमिलाई हुई भाजपा सरकार की 'अग्निपथ भर्ती योजना' किसानों से बदला लेने का एक और हथकंडा है। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 'अग्निपथ भर्ती योजना' के खिलाफ युवाओं के राष्ट्रव्यापी विरोध के समर्थन में इस विरोध प्रदर्शन का राष्ट्रव्यापी आह्वान किया था। 


बनारस के शास्त्री घाट पर हुए विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जय किसान आंदोलन के राम जनम यादव, अखिल भारतीय किसान महासभा की कृपा वर्मा, भारतीय किसान यूनियन के कमलेश कुमार, लक्ष्मण प्रसाद मौर्य, कृष्ण कुमार मौर्य, किसान मजदूर परिषद के अफलातून देसाई, अखिल भारतीय किसान सभा के रामचंद्र शर्मा,  पूर्वांचल बहुजन मोर्चा के अनूप श्रमिक, पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टी (PUCL) के पीके सिंह, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र शिव राज यादव, भगत सिंह छात्र मोर्चा (BCM) के नेता अनुपम कुमार, पीएस4 प्रमुख छेदी लाल निराला, रामजी प्रजापति आदि मौजूद रहे। 

पुलिस की हिरासत में भाकपा (माले) के जिला सचिव अमरनाथ राजभर 

दूसरी ओर पुलिस ने शहर के विभिन्न इलाकों में भाकपा (माले) नेताओं उनके आवास पर ही नज़रबंद कर दिया था। इसकी वजह से पार्टी के बहुत से नेता संयुक्त किसान मोर्चा के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके। पुलिस ने अल सुबह ही भाकपा माले के जिला सचिव अमरनाथ राजभर को उनके घर पर ही हिरासत में लेकर नजरबंद कर दिया था।

बलिया में संयुक्त किसान मोर्चा के मीडिया प्रभारी परमात्मा नंद राय का हाउस अरेस्ट करती पुलिस

वही़ं, बलिया में भी पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा के मीडिया प्रभारी परमात्मा नन्द राय और संतोष कुमार सिंह को हाउस अरेस्ट कर लिया था। इसके बावजूद दर्जनों की संख्या में लोग कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपे।

बलिया में ज्ञापन सौंपते संयुक्त किसान मोर्चा के लोग

देवरिया में भी संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान और मजदूर नेताओं ने केंद्र सरकार की 'अग्निपथ भर्ती योजना' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। 

देवरिया में 'अग्निपथ भर्ती योजना' का विरोध करते संयुक्त किसान मोर्चा के लोग
उधर इलाहाबाद में भी युवाओं ने विरोध प्रदर्शन कर अग्निपथ भर्ती योजना की अधिसूचना को निरस्त करने की मांग की।



संयुक्त किसान मोर्चा की वाराणसी इकाई की ओर से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन आप नीचे पढ़ सकते हैंः



देवरिया में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जिला प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन नीचे पढ़ेंः






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