शनिवार, 2 जुलाई 2016

खेत-खनन मजदूरों ने कुछ यूं मांगा अपना हक



वनांचल न्यूज नेटवर्क

सोनभद्र। भारतीय खेत मजदूर यूनियन के आह्वान पर उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन, सोनभद्र के बैनरतले खेत और खनन मजदूरों ने शुक्रवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन किया और मार्च निकाला।
अमिला मोड़ के पास मजदूरों के समूह को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश सचिव डॉ. आर. के. शर्मा ने भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार पर खेत, खनन, मनरेगा और निर्माण मजदूरों की उपेक्षा का आरोप लगाया। मजदूरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार और उसके स्थानीय कारिंदों की वजह से सोनभद्र में अवैध खनन की वजह से हर साल हजारों मजदूरों की मौत हो रही है लेकिन उनके पंजीकरण और सुरक्षा को लेकर सरकार उदासीन है। इस वजह से उन्हें इंसाफ नहीं मिल पा रहा है। खदान संचालक मनमाने ढंग से मजदूरों से काम ले रहे हैं। मौत का कुआं बन चुकी खदानों में उन्हें जानबुझकर ढकेला जाता है जिसकी वजह से बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में आये दिन मजदूरों की मौत हो रही है लेकिन जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय नेता अवैध खनन के गोरखधंधे को बंद कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि आज मनेरगा, निर्माण और खनन क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों की स्थिति बदतर होती जा रही है लेकिन कोई भी सरकार उनकी सुरक्षा और पंजीकरण के लिए प्रतिबद्ध दिखाई नहीं दे रही है। खनन क्षेत्र में कार्यरत मजदूरों के मामले में प्रशासनिक अमला और भी उदासीन बना हुआ है। वहां मजदूरों के पंजीकरण के लिए खदान संचालकों पर ना ही दबाव डाला जा रहा है और ना ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है। इस वजह से फरवरी 2012 में हुए खनन हादसे के पीड़ितों को आज तक इंसाफ नहीं मिल पाया है और ना ही सूबे की सपा सरकार इसमें कोई रुचि दिखा रही है। उधर संगठन के जिला प्रवक्ता अशोक कन्नौजिया ने जिले विभिन्न क्षेत्रों में मजदूरों द्वारा प्रदर्शन करने की बात कही है।  

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