सोमवार, 15 मार्च 2021

किसान आंदोलन की लड़ाई फसलों की नहीं, आने वाली नस्लों की हैः राजीव यादव

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के शोधार्थियों और छात्रों ने पारंपरिक कबिलाई भोज बाटी-चोखा कार्यक्रम के जरिए 'किसान आंदोलन और वर्तमान राजनीति' पर किया मंथन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र की मोदी सरकार के तीनों नये कृषि कानून काला कानून हैं। देश में ऐसे काले कानूनों की एक लंबी फेहरिस्त है। हमें ऐसे काले कानूनों का विरोध संगठित रूप से करना होगा। जो भी शोषित है, जो भी दमित है और जो भी उत्पीड़ित है, उनके लिए एक संगठित आवाज बनना होगा क्योंकि यह एक मुल्क बचाने की लड़ाई है। आगामी भारत कैसा होगा? आगामी भारत में कौन रहेगा? सरकारी तंत्र में भागीदारी का सवाल क्या होगा? इसे हमें तय करना होगा। इसके लिए हमें लड़ना होगा। ये लड़ाई फसलों की नहीं है, यह आने वाली नस्लों की है। किसान आंदोलन भी बोल रहा है। देखिएगा अगली लड़ाई इस देश में भूमि की होगी, हिस्सेदारी की होगी और भागीदारी की होगी।

सेक्यूलरिज्म के बारे में योगी आदित्यानाथ का बयान दलितों और पिछड़ों को दास बनाने का षडयंत्रः रिहाई मंच

मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

लखनऊ। भारत की संस्कृति और परम्पराओं को विश्व के मंच पर लाने में सेक्यूलरिज़्म बहुत बड़ा खतरा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान की रिहाई मंच ने निंदा की है। साथ ही उसने कहा है कि योगी आदित्यनाथ का यह बयान देश पर मनुवादी व्यवस्था थोप कर दलितों और पिछड़ों को दास बनाने का एक षणयंत्र है।

मंगलवार, 9 मार्च 2021

महिला दिवस पर छात्राओं ने उठाया महिलाओं में आत्मनिर्भरता का मुद्दा

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजि हुई 'महिलाओं में आत्मनिर्भरता' विषय पर भाषण प्रतियोगिता। छात्रा पूजा ने प्रथम, सोनी चौहान ने द्वितीय और रिशिता पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

मेरठ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर कल माधवपुरम स्थित शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में 'महिलाओं में आत्मनिर्भरता' विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें बीएड की छात्रा पूजा ने प्रथम, सोनी चौहान ने द्वितीय और रिशिता पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

सोमवार, 8 मार्च 2021

EXCLUSIVE: एथलिट मुनीता प्रजापति को तीन महीने से नहीं मिली फेलोशिप, निजी खर्चों के लिए लेना पड़ रहा उधार

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। अपनी प्रतिभा के बल पर गांवों और घर की चहारदीवारी से बाहर निकलने वाली वंचित और गरीब महिलाओं और उनके परिवार की हालत में आज भी कुछ ज्यादा सुधार नहीं हुआ है और ना ही हो रहा है। 36वें नेशनल जूनियर एथलिट्स चैंपियनशिप में 10000 मीटर रेस वॉक के अंडर-20 महिला वर्ग में नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली मुनीता प्रजापति और उनके परिवार की हालत भी कुछ ऐसी ही है। उनका छह सदस्यीय परिवार आज भी 8x12 वर्गफीट के एक कमरे में रहने के लिए मजबूर है। उसके पिता दिव्यांग मजदूर हैं जो बड़ी मुश्किल से परिवार का खर्च चला पा रहे हैं।  पढ़िए प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से यह विशेष रिपोर्टः 

reported by शिव दास / SHIV DAS

"खेलो इंडिया से 10 हजार रुपये महीना मिलता है। पिछले तीन महीने से वह भी नहीं मिला है। बाहर जाने पर पैसे की जरूरत होती है। दोस्तों से उधार लेकर किसी तरह से अपनी निजी जरूरतों को पूरा कर रही हूं।"

यह कहना है 36वें नेशनल जूनियर एथलिट्स चैंपियनशिप में 10000 मीटर रेस वॉक के अंडर-20 महिला वर्ग में नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली मुनीता प्रजापति का। उन्होंने गत 9 फरवरी को गुवाहाटी स्थित इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में 47 मिनट 53.58 सेकंड में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

किसान आंदोलनः टिकरी बॉर्डर पर हिसार निवासी किसान ने की खुदकुशी, कृषि कानूनों को ठहराया जिम्मेदार

संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा की खट्टर सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हराने का लिया निर्णय

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के 102वें दिन हिसार निवासी किसान राजबीर ने रविवार को टिकरी बॉर्डर पर खुदखुशी कर ली। संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक 49 वर्षीय राजबीर ने अपने सुसाइड नोट में इसके लिए केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, मोर्चा के नेताओं ने हरियाणा की खट्टर सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हराने का निर्णय लिया जो आगामी 10 मार्च को आएगा।

रविवार, 7 मार्च 2021

पेड सीट पर आरक्षण नहीं देने के मामले में UGC ने BHU प्रशासन से मांगा जवाब

शोधार्थी राघवेंद्र यादव ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से की थी शिकायत।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में पेड सीटों पर आरक्षण नहीं दिए जाने के मामले को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर बिंदुवार इस मामले में तत्काल जवाब मांगा है। आयोग ने यह कार्रवाई एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोधार्थी राघवेंद्र यादव की शिकायत पर की है।

पूर्वांचल में शुरू हुई संयुक्त किसान मोर्चा के गठन की कवायद, वाराणसी समेत तीन जिलों में होगी महापंचायत

संयुक्त किसान मोर्चा किसान विरोधी कानूनों के पक्षधर प्रत्याशियों के खिलाफ चलाएगा 'वोट नहीं देने' का अभियान। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राजनीतिक धड़े भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाली केंद्र की मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर पूर्वांचल में भी संयुक्त किसान मोर्चा के गठन और किसान आंदोलन की कवायद तेज हो गई है। वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के सभागार में शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले पूर्वांचल में सक्रिय विभिन्न किसान और मजदूर संगठनों के सौ से ज्यादा नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के पूर्वी इकाई का गठन करने, हर जिले में संयुक्त किसान मोर्चा का सम्मेलन करने, तीन जिलों (वाराणसी, इलाहाबाद और गाजीपुर) में किसान महापंचायत करने, आदि मुद्दों पर रणनीति बनी। साथ ही किसान और मजदूर नेताओं ने तय किया कि पूर्वी इकाई के गठन के बाद संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के चुनावों में ऐसे प्रत्याशियों को वोट नहीं देने के लिए अभियान चलाएगा जो किसान विरोधी कानूनों के पक्षधर हैं।

गुरुवार, 4 मार्च 2021

गुंडा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक और सम्पत्ति विरूपण निवारण विधेयक लोकतांत्रिक आवाजों के दमन का नया हथियार: रिहाई मंच

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

लखनऊ। रिहाई मंच ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा में पेश उत्तर प्रदेश गुंडा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक-2021 और सम्पत्ति विरूपण निवारण कानून-2021 को लोकतांत्रिक आवाजों के दमन का नया हथियार बताया है। साथ ही मंच ने कहा है कि दोनों विधेयकों के जरिए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार राज्य को पुलिस स्टेट में बदलना चाहती है और विरोधियों का दमन करना चाहती है।

BHU: जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न के खिलाफ दलित प्रोफेसर ने निकाला विरोध मार्च, कुलपति ने गठित की चार सदस्यीय कमेटी

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शोभना नेरलीकर ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए महिलाओं और छात्रों संग तीसरे दिन भी दिया धरना। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) प्रशासन की उपेक्षा और जातिगत भेदभाव से नाराज पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग की दलित एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शोभना नेरलीकर ने बुधवार को छात्रों, महिलाओं और समर्थकों संग विरोध मार्च निकाला और केंद्रीय कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने धरना दिया। वहीं, कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जैव रसायन विभाग के डॉ. एस. कृष्णा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया जो 48 घंटे के अंदर दलित प्रोफेसर के आरोपों की जांच रिपोर्ट उन्हें सौंपेगी।

बुधवार, 3 मार्च 2021

BHU: धरने पर बैठी दलित शिक्षिका की प्रशासन ने की अनदेखी, आज निकालेंगी विरोध मार्च

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शोभना नेरलीकर दूसरे दिन अपनी सात सूत्री मांगों के साथ धरने पर बैठीं। विश्वविद्यालय प्रशासन पर जाति आधार पर भेदभाव करने का लगाया आरोप। विश्वविद्यालय प्रशासन ने की अनदेखी। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में जाति आधार पर दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के उत्पीड़न और उनके अधिकारों के हनन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग में कार्यरत दलित एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शोभना नेरलीकर मंगलवार को भी केंद्रीय कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने सात सूत्री मांगों के साथ धरने पर बैठीं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई भी प्रसासनिक अधिकारी उनसे मिलने नहीं पहुंचा। उन्होंने देर शाम विश्वविद्यालय प्रशासन पर जाति आधार पर दलित महिला के उत्पीड़न की आवाज की अनदेखी का आरोप लगाते हुए बुधवार को विरोध मार्च निकालने की घोषणा कीं। उनके मुताबिक, इस विरोध मार्च को छात्रों के संगठन बहुजन छात्र संघ बीएचयू, ऑल इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन, एससी/एटी/ओबीसी/मॉइनॉरिटी संघर्ष समिति बीएचयू, भारतीय जनजागरण समिति वाराणसी, एसएआरसी महिला संगठन वाराणसी और भारतीय जनजागरण समिति वाराणसी का समर्थन मिला है।

मंगलवार, 2 मार्च 2021

BHU की दलित शिक्षिका से अनुभाग अधिकारी ने की बदसलूकी, धरने पर बैठीं

पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शोभना नेरलीकर ने केंद्रीय कार्यालय के अनुभाग अधिकारी (अवकाश) सुरेंद्र मिश्रा पर लगाया जाति के आधार पर उत्पीड़न और बदसलूकी का आरोप। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) की एक दलित शिक्षिका सोमवार को शिक्षण एवं प्रशासन अनुभाग के अनुभाग अधिकारी (अवकाश) पर बदसलूकी और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कार्यालय में ही धरने पर बैठ गईं। इससे विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने शिक्षिका को बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन वह आरोपी अनुभाग अधिकारी द्वारा माफी मांगे जाने और उनके सर्विस बुक में दर्ज लीव-विदाउट-पे को रेगुलर सर्विस के रूप में परिवर्तित किए जाने तक धरना पर बैठे रहने पर अड़ी रहीं। प्रशासनिक अधिकारियों और प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों के करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी अनुभाग अधिकारी ने शिक्षिका से माफी मांगी लेकिन देर शाम तक उनके सर्विेस बुक में दर्ज लीव-विदाउट-पे को रेगुलर सर्विस के रूप में परिवर्तित नहीं किया जा सका। इससे नाराज शिक्षिका केंद्रीय कार्यालय के प्रवेश द्वार के सामने धरने पर बैठ गईं और देर शाम तक वहीं बैठी रहीं।

BHU: आवेदन शुल्क में बढ़ोत्तरी को लेकर गरमाई छात्र राजनीति, छात्रों ने बढ़े शुल्क को वापस लेने के लिए दिया ज्ञापन

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) ने अपने अधीन स्कूलों और शोध पाठ्यक्रमों के आवेदन शुल्क में 33 फीसदी से लेकर 78 फीसदी तक की है बढ़ोत्तरी। वनांचल एक्सप्रेस ने सोमवार की सुबह प्रकाशित की थी खबर। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अधीन स्कूलों और शोध पाठ्यक्रमों के आवेदन शुल्क में हुई बढ़ोत्तरी को लेकर विश्वविद्यालय परिसर की छात्र राजनीति गरमा गई है। शोध छात्र भुवाल यादव की अगुआई में दर्जनों छात्रों ने सोमवार को विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन देकर बढ़े शुल्क को वापस लेने और शोध पाठ्यक्रमों में आवेदकों से ली गई बढ़ी हुई धनराशि संबंधित बैंक उकाउंट में वापस करने की मांग की। छात्रों ने शोधार्थियों के फेलोशिप की धनराशि को उनके बैंक खाते में बिल जमा होने के बाद जल्द से जल्द भेजने की भी मांग की। छात्रों का आरोप था कि अनुभाग में फेलोशिप बिल जमा होने के 15 दिनों बाद तक भी फेलोशिप की धनराशि उनके खाते में ट्रांसफर नहीं हो पा रही है। साथ ही छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन बढ़ी हुए आवेदन शुल्क को वापस नहीं लेता है तो वे बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। 

सोमवार, 1 मार्च 2021

BHU ने SET और RET के आवेदन शुल्कों में की 50 और 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी, नर्सरी और LKG में 78 फीसदी से ज्यादा की वसूली

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) प्रशासन के अधीन विद्यालयों, महाविद्यालयों, संस्थानों, संकायों और विभागों के विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रवेश शुल्क में 60 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की आशंका। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों पर सबसे ज्यादा मार। 

reported by शिव दास / SHIV DAS

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के गढ़ के रूप में चर्चित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) ने विद्यालयों और शोध पाठ्यक्रमों के आवेदन शुल्कों में क्रमशः 50 और 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी है। नर्सरी और एलकेजी के आवेदन शुल्कों में यह बढ़ोत्तरी 78 फीसदी से भी ज्यादा है। आशंका है कि विश्वविद्यालय प्रशासन विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रवेश शुल्कों में भी करीब 60 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी कर सकता है। 

शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021

रैदास का चिंतन एक समाज वैज्ञानिक का चिंतन हैः डॉ. अनीता भारती

संत शिरोमणि गुरु रविदास की 644वीं जयंती के मौके पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर स्थित केएन उडुप्पा सभागार में "भारत की वर्तमान समस्याओं के निवारण में संत रविदास के क्रांतिकारी चिंतन की भूमिका" विषक संगोष्ठी का हुआ आयोजन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। रैदास का जो चिंतन है, वह एक समाज वैज्ञानिक का चिंतन है। वे एक समाज वैज्ञानिक थे। सच में वह समाज के नायक थे। उन्होंने मध्यकाल में सामाजिक क्रांतिकारी चिंतन से समाज को उद्वेलित किया।

BHU UPDATE : धरनारत छात्रों को घसीटते हुए ले गई पुलिस, रिहाई के लिए छात्रों ने किया थाने का घेराव, देखें वीडियो

आशुतोष कुमार को हिरासत में लेती पुलिस
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) को पूर्ण रूप से खोलने की मांग को लेकर लंका स्थित सिंह द्वार पर पिछले पांच दिनों से दे रहे थे धरना। छात्र नेता आशुतोष कुमार ने बृहस्पतिवार से शुरू किया था आमरण अनशन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) को पूर्ण रूप से खोलने की मांग को लेकर लंका स्थित सिंह द्वार पर पिछले पांच दिनों से धरना दे रहे छात्रों को पुलिस आज सुबह करीब साढ़े छह बजे घसीटते हुए ले गई। इनमें आमरण अनशन पर बैठे छात्र नेता आशुतोष कुमार, अनुपम कुमार , सुमित यादव, पवन, अविनाश शामिल हैं। हिरासत में लिए जाने से पहले छात्रों और पुलिस प्रशासन के बीच हल्की झड़प भी हुई। छात्रों ने पुलिस प्रशासन से छात्रों की गिरफ्तारी से संबंधित नोटिस मांगा लेकिन उन्होंने उनकी एक न सुनी। घटना की जानकारी होते ही सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने लंका थाने का घेराव कर दिया और छात्रों की तुरंत रिहाई की मांग की। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने धरनारत कुल आठ छात्रों को जबरन गिरफ्तार किया है। इनमें से कई छात्रों चोटित भी हुए हैं। 

गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021

UNLOCK BHU: धरने के चौथे दिन छात्रों ने बदली रणनीति, आमरण अनशन पर बैठे छात्र नेता आशुतोष कुमार

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) को पूर्ण रूप से खोलने की मांग को लेकर छात्र-छात्राएं आज रात आठ बजे चलाएंगे #Unlock_BHU हैश टैग का ट्वीटर अभियान। 26 फरवरी को साढ़े चार बजे विश्वनाथ मंदिर से सिंह द्वार तक निकालेंगे स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट मार्च।

वनांचल एक्सप्रेस 

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) को पूर्ण रूप से खोलने की मांग को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच फिर ठन गई है। लंका स्थित सिंह द्वार पर पिछले चार दिनों से धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं ने आज अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए आमरण अनशन शुरू कर दिया है। छात्र नेता आशुतोष कुमार आज से आमरण अनशन पर बैठ गए हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी छात्रों से वार्ता के लिए मौके पर नहीं पहुंचा है। छात्र आज रात आठ बजे विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ #Unlock_BHU हैशटैग ट्वीटर अभियान भी चलाएंगे और  26 फरवरी की शाम साढ़े चार बजे विश्वनाथ मंदिर से सिंह द्वार तक विरोध मार्च निकालेंगे। 

बुधवार, 24 फ़रवरी 2021

बागपत में मासूम की हत्या के विरोध में बनारस में कुम्हारों ने किया प्रदर्शन, निकाला विरोध मार्च

सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के बिलोचपुरा गांव निवासी कालू राम प्रजापति की सात साल की पोती के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की भी मांग की। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। बागपत के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के बिलोचपुरा गांव निवासी कालूराम प्रजापति की सात साल की पोती की निर्मम हत्या के विरोध में कुम्हारों ने मंगलवार को शास्त्री घाट पर प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) के बैनर तले प्रदर्शन किया और जिला मुख्यालय तक विरोध मार्च निकाला। पुलिस ने विरोध मार्च को रास्ते में ही रोक दिया जिसे लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हल्की छड़प भी हुई। बाद में प्रदर्शनकारियों के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा।

सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

BHU को खोलने की मांग को लेकर धरने पर बैठे छात्र, विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता रहा बेनतीजा

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) आज से अंतिम वर्ष के छात्रों और शोधार्थियों के लिए कर रहा ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) को पूर्ण रूप से खोलने की मांग को लेकर छात्र-छात्राएं आज सुबह नौ बजे लंका स्थित सिंह द्वार पर बड़ी संख्या में धरने पर बैठ गए और उनका धरना देर शाम तक जारी रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से शाम को डीन ऑफ स्टूडेंट प्रो. एमके सिंह धरना स्थल पर दो बार छात्रों को मनाने पहुंचे लेकिन उनसे उनकी वार्ता बेनतीजा रही।छात्रों ने साफ कर दिया कि वे पूर्ण रूप से विश्वविद्यालय को खुल जाने के बाद ही धरना खत्म करेंगे। वहीं, छात्रों ने आरोप लगाया कि त्रिवेणी छात्रावास में छात्राओं को कैद कर रखा गया है जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन के पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने देर शाम विज्ञप्ति जारी कर भारत सरकार के निर्देशानुसार विश्वविद्यालयय को खोलने की बात कही और छात्र-छात्राओं से विश्वविद्यालय का शैक्षणिक वातावरण बनाने की अपील की। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने आज से विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत अंतिम वर्ष के छात्रों और शोधार्थियों की ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया है।

रविवार, 21 फ़रवरी 2021

गोंडी से हुआ है तमिल और द्रविण भाषाओं का विकासः बृजभान मरावी

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान ने आयोजित किया चौपाल

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान ने रविवार को आराजीलाइन विकास खंड के गहरपुर गांव में आदिवासी चौपाल का आयोजन किया। इसमें " उत्तर प्रदेश की विलुप्त गोंडी, धनगर, कोरवा और थारू आदिवासी जनजाति भाषा बोलीः व्युत्पत्ति एवं उत्पत्ति और संरक्षण के संदर्भ" विषय पर चर्चा हुई। 

बागपत में कुम्हार की सात साल की बेटी की चाकू घोंपकर हत्या, दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

बागपत के  बिलोचपुरा गांव में शनिवार को कुम्हार की सात साल की बेटी की चाकू घोंपकर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या के बाद बच्ची के शव को गन्ने के खेत में छिपाकर दिया गया था जिसे ग्रामीणों ने रात में करीब 11 बजे बरामद किया। परिजनों ने दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या का आरोप लगाया है। 

शनिवार, 20 फ़रवरी 2021

पूर्वांचल के किसानों की होगी महापंचायत, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भी होंगे शामिल

गाजीपुर के नंदगंज में संयुक्त किसान मोर्चा की हुई बैठक। मोदी सरकार के विवादित तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ मार्च में पूर्वांचल के किसान करेंगे महापंचायत। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

गाजीपुर। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र की मोदी सरकार के विवादित तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ पूर्वांचल के किसान भी लामबंद होने लगे हैं। मार्च के तीसरे सप्ताह में पूर्वांचल के किसान भी सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर सकते हैं। नंदगंज में पूर्वांचल के किसानों ने पिछले दो दिनों से किसान आंदोलन के मुद्दे पर चर्चा की। संयुक्त किसान मोर्चा की इस दो दिवसीय बैठक में किसान नेताओं ने क्षेत्रीय स्तर पर किसान महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

सत्ता ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को मठ बना दिया है और वंचित वर्गों की बेटियों को उसकी देवदासी- रविंद्र प्रकाश भारतीय

उन्नाव की घटना के विरोध में काशी हिन्दू विश्वविद्यालयों के छात्र समूह बीएचयू बहुजन ने मधुबन पार्क में किया प्रदर्शन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। उत्तर प्रदेश की सत्ता में काबिज राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदों ने सूबे की बेटियों को प्रताड़ना, वंचना, उत्पीड़न एवं शोषण का पर्याय बना दिया है जो बेहद घृणित और दुःखद है। ऐसा लगता है कि सत्ता ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को मठ बना दिया है और वंचित वर्गों की बेटियों को उसकी देवदासी। पूरे उत्तर प्रदेश में हत्या और बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अपराधियों में कोई खौफ नहीं है। वे जब चाहते हैं, तब महिलाओं और बेटियों का रेप कर देते हैं और उन्हें मौत के घाट उतार देते हैं। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार सूबे में फिर से मंदिरों की देवदासी प्रथा लागू करने पर उतारू है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

संतराम बी.ए. सरीखे महापुरुषों को अपना रोल मॉडल चुने कुम्हार समुदायः डॉ. वरदानी प्रजापति

प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (PS4) और प्रजापति अंतर-विश्वविद्यालयी विद्यार्थी समूह (PIUS Group) ने जात-पात तोड़क मंडल के संस्थापक महान समाज सुधारक संतराम बी.ए. के 135वीं जयंती के मौके पर संयुक्त रूप से आयोजित की 'संतराम बी.ए. की दृष्टि में जाति, धर्म, संस्कृति और भारतीय समाज’ विषयक संगोष्ठी और दो दिवसीय कार्यशाला। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के समकालीन प्रखर विद्वान संतराम बी.ए. द्वारा लिखित आत्मकथा 'मेरे जीवन के अनुभव' का हुआ विमोचन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो  

वाराणसी। किसी भी समाज की स्थिति और दशा उस समाज का रोल मॉडल तय करता है। शिल्पकार कहे जाने वाली जातियों के पिछड़ने का मुख्य कारण यही है कि उन्होंने अपना रोल मॉडल काल्पनिक चुन लिया। रोल मॉडल काल्पनिक नहीं, समाज और इतिहास का सच्चा पुरुष होना चाहिए। कुम्हार समुदाय महान समाज सुधारक और जात-पात तोड़क मंडल के संस्थापक संतराम बी.ए. जैसे महापुरुषों को अपना रोल मॉडल चुने। तभी वास्तविक रूप में कुम्हार समुदाय का विकास हो पाएगा। 

शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

उत्पीड़न और हमलों के खिलाफ पत्रकारों ने बनारस में दिया धरना, रखा उपवास

काशी पत्रकार संघ, वाराणसी प्रेस क्लब, उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन, ग्रामीण पत्रकार संघ, इंडियन एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट, विधिक पत्रकार संघ आदि संगठनों के संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हुआ प्रदर्शन। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। देश भर में पत्रकारों पर हो रहे हमलों और उत्पीड़न के खिलाफ विभिन्न पत्रकार संगठनों समेत पत्रकारों ने आज शास्त्री घाट पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया और उपवास रखा। पत्रकारों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर पत्रकारों पर हमले नहीं रुके तो वे आंदोलन और तेज करेंगे। उन्होंने सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने और उसे लागू करने की मांग की।

मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

स्वतंत्र पत्रकार मंदीप पुनिया को मिली जमानत

रोहिणी की अदालत ने दिल्ली पुलिस के तर्कों को किया खारिज। एक जमानतदार और 25000 रुपेय के निजी मुचलके पर शर्तों के साथ मिली जमानत।    

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

दिल्‍ली के सिंघु बॉर्डर से 30 जनवरी की शाम पुलिस द्वारा उठाये गये दो पत्रकारों में से बाद में गिरफ्तार किये गये एक पत्रकार मनदीप पुनिया को आज रोहिणी की अदालत से ज़मानत दे दी गयी है। ज़मानत के लिए एक बेल बॉन्‍ड और 25000 का निजी मुचलका भरवाया गया है।

सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

पूर्वांचल में भी बढ़ी किसान आंदोलन की रफ्तार, भासंमो 5 फरवरी को 5000 गांवों में लगाएगा चौपाल

भागीदारी संकल्प मोर्चा (भासंमो )के संयोजक और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने किया ऐलान...

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में अब पूर्वांचल में भी गतिविधियां तेज हो गई हैं। पूर्वांचल में मजबूत पकड़ रखने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता और भागीदारी संकल्प मोर्चा (भासंमो) के संयोजक ओम प्रकाश राजभर ने आगामी 5 फरवरी को 5000 गांवों में किसान आंदोलन के समर्थन में चौपाल लगाने की घोषणा की है।

रविवार, 31 जनवरी 2021

किसान आंदोलन को कवर कर रहे दो पत्रकारों को दिल्ली पुलिस ने उठाया, CPJ ने जारी किया अलर्ट

कारवां और जनपथ के लिए बतौर स्वतंत्र पत्रकार काम कर रहे मंदीप पुनिया पर पुलिस के साथ बदसलूकी करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की एफआईआर दर्ज लेकिन उनकी लोकेशन का पता नहीं। ऑनलाइन न्यूज इंडिया के पत्रकार धर्मेंद्र सिंह को भी दिल्ली पुलिस ने लिया हिरासत में। 

वनांचल एक्सप्रसे ब्यूरो

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लगातार कवर कर रहे दो पत्रकारों को दिल्ली पुलिस ने शनिवार की शाम को उठा लिया। खबर लिखे जाने तक उनकी लोकेशन का पता नहीं चल पाया था। पत्रकारों को उठाए जाने के बाबत अंतरराष्‍ट्रीय एजेंसी 'कमेटी टु प्रोटेक्‍ट जर्नलिस्‍ट्स (सीपीजे)' ने शनिवार की देर रात अलर्ट जारी किया। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल, ओम थानवी समेत संयुक्त किसान मोर्चा ने जल्द से जल्द पत्रकार मंदीप पुनिया को रिहा करने की मांग दिल्ली पुलिस से की है। 

शनिवार, 30 जनवरी 2021

शिक्षक ने अहीर-कुम्हार-पासी समुदाय की छात्राओं से की छेड़खानी, FIR के 6 दिनों बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी

मड़ियाहूं स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर मीडिएट कॉलेज की छात्राओं ने शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर लगाया छेड़खानी और मारपीट करने का आरोप। कक्षा-12 में पढ़ने वाली छात्राओं से तहरीर में लिखवाया गया बालिग।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

जौनपुर। मड़ियाहूं स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर मीडिएट कॉलेज की चार छात्राओं ने शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर छेड़खानी और मारपीट करने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने गत 25 जनवरी को मड़ियाहूं कोतवाली में आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई लेकिन आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। इससे पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों में दहशत का माहौल है। वे अब मीडिया और अन्य समाजसेवियों से बात करने से भी कतरा रहे हैं। पीड़ित छात्राओं को भी वे किसी से बात करने नहीं दे रहे हैं। वहीं, पुलिस की एफआईआर में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं के बालिग होने का जिक्र किया गया है। 

शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

FIR और NOTICE से हटे नहीं, डटे हैं टिकैत, आंदोलन के समर्थन में लाखों किसानों ने दिल्ली किया कूच

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडिया गेट समेत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा और तोड़फोड़ के मामले में दिल्ली पुलिस की एफआईआर और योगी सरकार का नोटिस से भी भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत धरना स्थल से नहीं हटे। गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों में खौफ पैदा करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मार्च भी किया लेकिन राकेश टिकैत और उनके समर्थन में बैठे किसानों के मनोबल को वे तोड़ नहीं सके। मीडिया से बातचीत के दौरान भावुकता में जैसे ही राकेश टिकैत के आंसू गिरे, वैसे ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब के किसान उनके समर्थन में रात में ही गाजीपुर बॉर्डर और दिल्ली की ओर कूच कर गए। रात में ही किसानों ने जिंद में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। आधी रात तक हजारों की संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए और अब वे मोदी सरकार के नये तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद ही घर लौटने की घोषणा करने लगे। 

गुरुवार, 28 जनवरी 2021

गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा में 37 नेताओं पर नामजद FIR, 1 फरवरी का संसद मार्च स्थगित

दिल्ली में किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस ने 22 एफआईआर दर्ज की है जिसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल, राजिंदर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, जोगिंदर सिंह उग्राहां आदि का नाम शामिल। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में हुई मारपीट और हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 22 एफआईआर दर्ज की है जिसमें 37 नेताओं के नाम शामिल हैं। इनमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल, राजिंदर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, जोगिंदर सिंह उग्राहां, योगेद्र यादव, मेधा पाटेकर आदि के नाम भी हैं। पुलिस ने मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया है और 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने लाल किले के एक पोल पर धार्मिक झंडा फहराने वाले और भाजपा सांसद सन्नी देयोल के करीबी दीप सिद्धू का नाम काफी जद्दोजहद के बाद एफआईआर में शामिल कर लिया है लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। किसान नेताओं ने बुधवार की प्रेस कांफ्रेस में दीप सिद्धू की कार्रवाई को केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस की साजिश करार दिया। साथ ही किसान संगठनों ने आगामी 1 फरवरी को दिल्ली में होने वाले संसद मार्च के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ दीप सिद्धू की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसे लेकर कई प्रकार के सवाल खड़ा हो रहे हैं। 

मंगलवार, 26 जनवरी 2021

BHU के छात्रों ने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में निकाला मार्च

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो।

वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय परिसर में मार्च निकाला। भगत सिंह छात्र मोर्चा (BCM) के बैनर तले निकले इस मार्च में मोदी सरकार के विवादित तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई। 

ट्रैक्टर मार्च के दौरान किसानों पर लाठीचार्ज, तोड़फोड़ और हिंसा के बीच एक किसान की मौत

गणतंत्र दिवस के मौके पर निकला किसानों का ट्रैक्टर मार्च दोपहर में हिंसक हो उठा जिसमें दो किसानों के मौत हो  गई.....

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को तेज करते हुए आंदोलनरत किसानों ने आज दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ट्रैक्टर मार्च निकाला जो दोपहर में हिंसक हो उठा। इसमें एक किसान की मौत हो गई। इसकी मौत गोली लगने से होना बताया जा रहा है। कथित किसानों को एक झुंड कुछ समय के लिए लाल किला भी पहुंचा और वहां उन्होंने अपना धार्मिक झंडा फहराने की कोशिश की। वहीं, दिल्ली के मुबरका चौक के पास पुलिस ने बेरिकडिंग कर किसानों के मार्च को रोकने की कोशिश की। किसानों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। किसानों के जबरन आगे बढ़ने पर पुलिस ने आंसू-गैस के गोले भी दागे लेकिन ये गोले उनके हौसले नहीं तोड़ पाए। 

किसान ट्रैक्टर मार्च से डरी योगी सरकार, बनारस में 6500 ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र समेत वाराणसी के थाना प्रभारियों ने ट्रैक्टर मालिक किसानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सड़क पर ट्रैक्टर संचालित करने से किया पाबंद। जिला प्रशासन के मुताबिक वाराणसी में 9800 ट्रैक्टर। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नीत भाजपा की केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन से डरी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर सूबे में किसानों के ट्रैक्टर संचालन पर पाबंदी लगा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र समेत वाराणसी में थाना प्रभारियों ने सोमवार को 6500 से ज्यादा किसानों और ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस जारी कर गणतंत्र दिवस पर सड़क पर टैक्टर संचालित नहीं करने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने किसानों को चेतावनी दी है कि अगर ट्रैक्टर सड़क पर चलता पाया गया तो वाहन और वाहन स्वामी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

रविवार, 24 जनवरी 2021

कुल्हड़ देने से मना करने पर थानेदार ने कुम्हार को पीटा! फिर किया चालान

भट्टी गांव निवासी शत्रुघन प्रजापति ने लोहता थाना प्रभारी पर लगाया आरोप। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। थाने में कुल्हड़ देने से मना करने पर लोहता थानेदार और पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को एक कुम्हार की जमकर पिटाई कर दी। पीड़ित कुम्हार का आरोप है कि पुलिस ने रात भर उसे थाने में बैठाए रखा और पीटा। फिर अगले दिन पुलिस ने उसका शांतिभंग में चालान कर दिया। पुलिस हिरासत से छूटने के बाद पीड़ित कुम्हार ने रविवार की सुबह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को फोन कर अपनी आप बीती सुनाई और उनसे न्याय की गुहाई लगाई। वहीं शाम को लोहता थाने की पुलिस पीड़ित के घर धमक पड़ी। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो पुलिस ने परिजनों को धमकाया और मामले में आगे कोई भी कार्रवाई करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी। पुलिस की धमकी से पीड़ित और उसका परिवार इतना डर गए हैं कि अब वे मीडिया से भी बात करने से कतरा रहे हैं।

रविवार, 10 जनवरी 2021

यूपी में धान न खरीदे जाने से नाराज किसान ने खाया जहर, दूसरे ने फूंक दिया धान

मिर्जापुर और सोनभद्र में सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान खरीद में मनमानी से परेशान थे दोनों किसान। सहकारिता विभाग के अधिकारियों का चक्कर लगाने के बाद भी नहीं हुई किसान के धान की खरीद।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

त्तर प्रदेश में धान की सरकारी खरीद में किसानों को राहत देने का भाजपा सरकार का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। शनिवार को मिर्जापुर में धान न खरीदे जाने से नाराज एक युवा किसान ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की जबकि सोनभद्र में आठ दिनों से धान न खरीदे जाने से नाराज किसान ने सहकारी समिति परिसर में ही अपना धान फूंक दिया। किसान का आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी और गुंडा बताकर जेल भेजने की धमकी दी।  

शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

WhatsApp की नई पॉलिसी से फेसबुक से शेयर हो जाएगी आपकी जानकारी, जानें क्या हैं खतरे

व्हाट्सएप अब आपका स्टेटस पढ़ने जा रहा है। वॉट्सएप आपकी लोकेशन भी एक्सेस करेगा। अब अगर आप फोटो, वीडियो फॉरवर्ड करते हैं तो वे वॉट्सएप के सर्वर पर अधिक समय तक स्टोर रहेंगे। एन्ड टू एन्ड इन्क्रिप्शन वाली बात अब खत्म ही समझिए...

written by गिरीश मालवीय 

मंगलवार शाम से WhatsApp ने भारतीय व्हाट्सएप यूजर्स को अपनी टर्म्स और प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर अपडेट भेजना शुरू किया है। वॉट्सऐप ने यूजर्स को नई पॉलिसी को स्वीकार करने के लिए 8 फरवरी 2021 तक का समय दिया है। तब तक पॉलिसी को यूजर्स को स्वीकार करना होगा, वरना अकाउंट डिलीट करना होगा। 

चंदौली में दलित युवक की हत्या, सपा विधायक की अगुआई में ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

बलुआ थाना क्षेत्र के पलिया गांव में मिला शव। चहनियां विकास खंड के सेक्टर-2 से जिला पंचायत सदस्य पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था मृतक मुंशी सोनकर। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के पलिया गांव में गुरुवार की देर रात मुंशी सोनकर नामक सत्ताईस वर्षीय दलित युवक की हत्या कर दी गई। हत्यारे गांव के मैदान में उसका शव फेंककर फरार हो गए। पुलिस को जांच में सिर में चोट के निशान, गला दबाकर हत्या और कार से कुचलने के प्रयास जैसे सुबूत मिले हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय विधायक प्रभुनारायण यादव की अगुआई में सपाइयों ने गंगा नदी पर बने बलुआ पुल मार्ग को जाम कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया। 

सोमवार, 4 जनवरी 2021

उत्पीड़न, उपेक्षा और भागीदारी से नाराज कुम्हारों ने वाराणसी में किया मंथन, चुनावों में सामुहिक ताकत दिखाने का लिया संकल्प

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पिछले दो दिनों के दौरान दो अलग-अलग जगहों पर कुम्हार समुदाय के चुनिंदा बुद्धिजीवियों, सामाजिक चिंतकों और राजनेताओं की बैठक। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। मैनपुरी में एक ही परिवार के पांच लोगों को जिंदा जलाने समेत उत्तर प्रदेश में कुम्हार समुदाय के लोगों पर हो रहे हमलों में सरकारी उपेक्षा और उन पर विपक्षी राजनीतिक पार्टियों की खामोशी से नाराज पूर्वांचल के कुम्हारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पिछले दो दिनों के दौरान दो वैचारिक बैठकें कीं। इनमें उन्होंने सरकार और सरकारी तंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मंथन किया। साथ ही उन्होंने आगामी चुनावों में संगठित होकर अपनी ताकत का अहसास सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों समेत विपक्षी पार्टियों को दिखाने का संकल्प लिया। 

पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती पर उठा महिलाओं से भेदभाव का मुद्दा

कार्यक्रम में बोलते प्रो. महेश प्रसाद अहिरवार
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में छात्रों और शिक्षकों ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्र आयोजन समिति और एससी-एसटी-ओबीसी-एमटी संघर्ष समिति ने संयुक्त रूप से मनाया देश की पहली महिला शिक्षिका का 190वां जन्मदिन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। देश की पहली महिला शिक्षिका के रूप में चर्चित सावित्रि बाई फुले की जयंती के मौके पर रविवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के प्रो. एचएन त्रिपाठी सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें वक्ताओं ने समाज में महिलाओं की शिक्षा की स्थिति और उनके साथ होने वाले भेदभाव का मुद्दा उठाया। साथ ही उन्होंने महिलाओं की संस्थागत शिक्षा की पहल करने वाली पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले और उनके पति ज्योतिबा फुले के संघर्षों को याद किया।

सोमवार, 21 दिसंबर 2020

OBC आरक्षण की अनदेखी पर NCBC आज करेगा दिल्ली विश्वविद्यालय का दौरा, UGC अध्यक्ष और सचिव भी तलब

आयोग ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के सचिव को भी मौजूद रहने का दिया आदेश। दिल्ली विश्वविद्यालय में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण और उनके अधिकारों के हनन को लेकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को मिली थीं शिकायतें। 21 दिसंबर को सुबह 11 बजे से होगा आयोग के पूर्ण बेंच का दौरा।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आरक्षण और उनके अधिकारों की अनदेखी को लेकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) आज दिल्ली विश्वविद्यालय का दौरा करेगा। आयोग ने इस दौरान भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के सचिव, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष और सचिव को भी मौजूद रहने का निर्देश दिया है। आयोग के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) डॉ. एम.एम. चटोपाध्याय ने विश्वविद्यालय के कुलपति समेत उन्हें पत्र लिखकर सूचित किया है। 

शनिवार, 19 दिसंबर 2020

मोदी सरकार ने IB में OBC और ST की सीटों पर डाला डाका, OBC को 123 पदों और ST को 29 पदों का नुकसान

पूर्व भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई वाली केंद्रीय खुफिया विभाग (IB) में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर (ग्रेड-III) के पदों पर SC-ST-OBC को केवल 45 फीसदी पदों पर ही दिया आरक्षण। वर्ष 2016 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समूह ग और घ की नौकरियों से साक्षात्कार खत्म करने के ऐलान के बाद भी केंद्रीय खुफिया विभाग की समूह 'ग' के पदों की भर्ती प्रक्रिया में 100 अंक का साक्षात्कार शामिल। 

reported by Shiv Das Prajapati

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नीत भाजपा की अगुआई वाली मोदी सरकार द्वारा एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। भारत सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले पूर्व भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एससी, एसटी और ओबीसी के संवैधानिक आरक्षण को 49.5 प्रतिशत की जगह 45 फीसदी तक सीमित कर दिया है। इससे केंद्रीय खुफिया विभाग (IB) में विज्ञापित असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर (ग्रेड-III) पद पर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को 123 पदों और अनुसूचित जनजाति वर्ग (ST) को 29 पदों का नुकसान हुआ है।  इतना ही नहीं, समूह 'ग' वाली नौकरी की भर्ती प्रक्रिया में 100 अंक का साक्षात्कार रखकर अनारक्षित वर्ग के 989 पदों पर अधिक से अधिक सवर्णों को भर्ती करने का रास्ता साफ कर लिया गया है।  

बुधवार, 16 दिसंबर 2020

किसान आंदोलन के समर्थन में बाबा राम सिंह ने की खुदकुशी

मौके पर मिले सुसाइड नोट में लिखा- यह जुल्म के खिलाफ एक आवाज है...

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में करनाल स्थित गुरुद्वारा के ग्रंथी बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली है। उन्होंने पंजाबी भाषा में एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें उन्होंने लिखा है- यह जुल्म के खिलाफ एक आवाज है। 

BHU-IMS के चिकित्सकों ने दूरबीन विधि से फियोक्रोमोसाइटोमा ट्यूमर का किया सफल ऑपरेशन

शल्य चिकित्सा विभाग के प्रो. विवेक श्रीवास्तव और उनकी टीम ने किया ऑपरेशन....

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (IMS) के चिकित्सकों ने दूरबीन विधि से फियोक्रोमोसाइटोमा ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया है। उनका दावा है कि यह अपनी तरह की पहली एडवांस लैपरोस्कोपिक सर्जरी है। ऐसे मामलों में ट्यूमर दाहिनी किडनी के ऊपर और आईवीसी नस के समीप होता है। इससे ब्लड प्रेशर में काफी उतार-चढ़ाव होता रहता है। इसलिए इसका ऑपरेशन करना बहुत ही जटील होता है। 

मंगलवार, 15 दिसंबर 2020

खेती में विदेशी कंपनियों और कॉर्पोरेट की लूट बढ़ा रही सरकार: AIKSCC

फोटो साभारः फेसबुक सोशल मीडिया
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) ने सरकारी गतिविधियों और बयानों पर स्पष्ट की स्थिति। समिति के वर्किंग ग्रुप ने कहा- सरकार ऐसे लोगों से दिखावटी व भटकाने वाली वार्ता कर रही है, जो न तो संघर्षरत किसानों के प्रतिनिधि हैं, न उनकी मांग के पक्ष में हैं...

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) ने कहा है कि सरकार खेती में विदेशी कंपनियों और कॉर्पोरेट की लूट बढ़ा रही है। सरकार देश में विकसित हो रहे ऐसे क्षेत्रों को कॉर्पोरेट तथा विदेशी निवेशकों के हवाले कर रही है। सरकार के तीनों कानूनों से किसानों की आमदनी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। किसानों के कर्ज बढ़ेंगे और उनकी जमीन छिनेंगी जबकि कारपोरेट की आय में बढ़ोत्तरी होगी। इसलिए समिति तीन कानूनों के रद्दीकरण की मांग कर रही है। 

मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ बनारस में किसानों, छात्रों और समाजसेवियों ने किया प्रदर्शन

ज्वाइंट एक्शन कमेटी, समाजवादी जनपरिषद, उत्तर प्रदेश किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन, सर्व सेवा संघ, मनरेगा मजदूर यूनियन, महिला चेतना समिति आदि ने दिल्ली में धरनारत किसानों की मांगों को दिया समर्थन। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों समेत छात्रों और समाजसेवियों ने सोमवार को विभिन्न इलाकों में जमकर प्रदर्शन किया और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही उन्होंने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में लोगों से अपने घरों से बाहर निकलकर समर्थन देने का आह्वान किया।

ग्राम प्रधान ने नहीं सुनी फरियाद तो ग्रामीणों ने खुद बना लिया खड़ंजे का रास्ता

हर परिवार पर 100 रुपये के चंदे से इकट्ठा किए खड़ंजे की लागत, श्रमदान कर ग्रामीणों ने लिखा इतिहास। गांव की जातिगत राजनीति में फंसा था बदहाल करीब 100 मीटर रास्ते का निर्माण।  

reported by अच्छेलाल प्रजापति

मऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद कल्पनाथ राय के कार्यों से पहचाने जाने वाले मऊ जनपद में देवखरी गांव के ग्राम प्रधान की उपेक्षा से परेशान ग्रामीणों ने पिछले दिनों आपसी चंदे और श्रमदान से करीब 100 मीटर लंबे रास्ते पर खड़ंजा बिछाकर खुद ही अपनी मुश्किलें हल करने की पहल की। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के मद्देनजर उनके इस कार्यों की चर्चा आस-पास के गांवों में बड़े पैमाने पर हो रही है। लोग ग्राम प्रधान की दावेदारी करने वाले उम्मीदवारों पर उसका हवाला देकर सवाल खड़ा कर रहे हैं।    

शनिवार, 12 दिसंबर 2020

BHU: रात में गुंडागर्दी के बाद दिन में झुका विश्वविद्यालय प्रशासन, सोमवार से खुलेगी सेंट्रल लाइब्रेरी

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को खोलने की मांग को लेकर कुलपति आवास के सामने छात्रों का चल रहा अनिश्चितकालीन धरना कुलपति से वार्ता के बाद समाप्त। धरनारत छात्रों का दावा- 14 दिसंबर से केंद्रीय पुस्तकालय और साइबर लाइब्रेरी को 300 छात्र-छात्राओं के लिए खोलने पर बनी सहमति। सेमेस्टर परीक्षाओं के खत्म होने के बाद छात्रावासों को खोलने पर भी बनी सहमति। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों के तहत खोलने की मांग को लेकर कुलपति आवास के सामने विश्वविद्यालय के छात्रों का चल रहा अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार की शाम कुलपति से वार्ता के बाद समाप्त हो गया। वार्ता में शामिल धरनारत छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन सोमवार से 300 छात्र-छात्राओं के लिए केंद्रीय पुस्तकाल और साइबर लाइब्रेरी खोलने के लिए तैयार हो गया है। साथ ही 50 छात्र-छात्राओं के लिए सिटी डेलीगेसी भी खुलेगा। हालांकि छात्रावासों और विश्वविद्यालय को पठन-पाठन के लिए खोलने पर अभी सहमति नहीं बन पाई है। 

बुधवार, 9 दिसंबर 2020

किसान आंदोलनः मोदी सरकार के हठ ने ली 4 किसानों की जान, पंजाब के मुख्यमंत्री ने 5-5 लाख रुपये देने का किया ऐलान

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली मोदी सरकार के हठ से किसान आंदोलन में अब तक पांच मौतें हो चुकी हैं! इनमें से चार किसान थे। वहीं, पंजाब की कांग्रेस सरकार के मुखिया अमरिन्दर सिंह ने मृतक किसानों के परिजनों को पांच-पाच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। पढ़िए जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की यह रिपोर्टः

किसान आंदोलन में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें से चार मौतें बहादुरगढ़ में धरने पर बैठे किसानों की हुई हैं। बताया जा रहा है कि इनमें तीन किसानों की मौत बीमार होने से हुई हैं जबकि किसानों का ट्रैक्टर ठीक करने आए एक ट्रैक्टर मकैनिक की मौत उसकी स्वीफ्ट कार में आग लगने से हो गई थी। 

मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

BHU-VC और छात्रों के बीच फिर ठनी, छात्रों के अनिश्चितकालीन धरने के तीसरे दिन हॉस्टल खाली कराने की कोशिश नाकाम

BHU-VC आवास के सामने धरना देते छात्र
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के दर्जनों छात्र कुलपति आवास के सामने पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन दे रहे धरना। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय, पुस्तकालय और हॉस्टल खोलने की कर रहे मांग। छात्रों का आरोप- पुलिस प्रशासन और अराजक तत्वों के बल पर विश्वविद्यालय प्रशासन धरना खत्म कराने की कर रहा कोशिश।    

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। कोरोना वायरस (COVID-19) से उपजे हालात और लॉक-डाउन से प्रभावित शैक्षिक प्रक्रिया से चिंतित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों और कुलपति के बीच फिर ठन गई है। पुस्तकालयों और छात्रावासों समेत विश्वविद्यालय को खोलने की मांग को लेकर दर्जनों छात्र पिछले चार दिनों से कुलपति आवास के सामने धरना दे रहे हैं लेकिन कुलपति ने उनसे मिलने या वार्ता करने की जहमत तक नहीं उठाई। इसके उलट विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार को बिड़ला 'ए' छात्रावास में रह रहे करीब 50 छात्रों से कमरा खाली कराने की नाकाम कोशिश की। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस रवैये से नाराज छात्रों ने मार्च निकाला और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों का साफ कहना था कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावासों में रह रहे छात्रों को उनके कमरों से बाहर निकालने की कोशिश की तो वे चुप नहीं बैठेंगे। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों के तहत पुस्तकालयों और छात्रावासों समेत विश्वविद्यालय को तुरंत खोले जाने की मांग की।

रविवार, 6 दिसंबर 2020

जातिगत भेदभाव के आरोपों के साथ BHU में मनी डॉ. अंबेडकर की पुण्यतिथि

भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के 65वें परिनिर्वाण दिवस पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) स्थित के.एन. उडुप्पा सभागार में संगोष्ठी का हुआ आयोजन। वक्ताओं ने बीएचयू प्रशासन पर लगाया जाति आधार पर भेदभाव करने का आरोप। 

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के 65वें परिनिर्वाण दिवस के मौके पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) स्थित के.एन. उडुप्पा सभागार में एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों के छात्रों एवं शिक्षकों ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान वक्ताओं ने बीएचयू प्रशासन पर जाति के आधार पर एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने डॉ. अंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए संगठित होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।